UP: दलितों और पिछड़ों पर RSS का विशेष फोकस, पैठ बढ़़ाने की तैयारी, संघ की बैठक में किया गया मंथन

UP News: इस बैठक के दौरान दलित और पिछड़ों के बीच संघ की दमदार मौजूदगी से जुड़े मुद्दे पर गहराई से चर्चा की गई।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-06-27 05:41 GMT

दलितों और पिछड़ों पर RSS का विशेष फोकस  (फोटो: सोशल मीडिया ) 

UP News: लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा को उत्तर प्रदेश समेत कई बड़े राज्यों में करारा झटका लगा है और पार्टी उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं हासिल कर सकी है। दलितों और पिछड़ों के वोट बैंक में विपक्षी दलों की सेंधमारी को इसका बड़ा कारण माना जा रहा है। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दलितों और पिछड़ों में पैठ बढ़ाने के मुद्दे पर मंथन शुरू कर दिया है।

संघ के पूर्वी क्षेत्र के चारों प्रांतों के पदाधिकारियों की चार दिवसीय बैठक बुधवार को लखनऊ में शुरू हुई। निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में हुई इस बैठक के दौरान दलित और पिछड़ों के बीच संघ की दमदार मौजूदगी से जुड़े मुद्दे पर गहराई से चर्चा की गई। इसके साथ ही संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर अगले साल होने वाले शताब्दी वर्ष की तैयारियों और गुरु दक्षिणा के कार्यक्रम पर भी बैठक के दौरान चर्चा की गई।

पदाधिकारियों को तैयारी में जुटने का निर्देश

पहले दिन की बैठक के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख स्वांत रंजन ने कहा कि संघ के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम की शुरुआत सितंबर में होगी और इसके लिए अभी से ही सभी पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों को तैयारियों में जुट जाना चाहिए। उन्होंने अगले साल संघ के शताब्दी वर्ष के सिलसिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर भी विस्तार से चर्चा की और संघ पदाधिकारियों को इसकी तैयारियों को अंतिम रूप देने को कहा।

इसके साथ ही उन्होंने संघ परिवार के विस्तार के लिए भी लगातार प्रयासरत रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि संघ की शाखाओं का विस्तार किए जाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही संघ को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रचारकों की संख्या बढ़ने पर भी काम किया जाना चाहिए।


दलित और पिछड़ों में पैठ बढ़ाने पर जोर

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख रंजन ने कहा कि सामाजिक समरसता संघ का टॉप एजेंडा रहा है। दलितों और पिछड़ों के बीच संघ की मजबूत पैठ जरूरी है और इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा के संघ पदाधिकारियों और स्वयं सेवकों को इस दिशा में मजबूत पहल करनी चाहिए।

बैठक के दौरान संघ को मजबूत बनाने के लिए क्षेत्रीय पदाधिकारियों से सुझाव भी लिए गए। पहले दिन की बैठक में संघ के पूर्वी क्षेत्र के अवध, काशी, गोरक्ष और कानपुर प्रान्त के क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।


होसबोले का महत्वपूर्ण संबोधन आज

संघ की चार दिवसीय बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है और दूसरे दिन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले बुधवार की शाम को लखनऊ पहुंच गए। पहले दिन की बैठक में तो होसबोले हिस्सा नहीं ले सके मगर दूसरे दिन आज वे बैठक में शामिल होंगे।

संघ से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि होसबोले आज क्षेत्रीय, विभाग और जिला प्रचारकों को संबोधित करेंगे। बैठक के समापन के बाद भाजपा और सरकार के समन्वय बनाए रखने के लिए भी बैठक होगी इस बैठक में होसबोले के भी हिस्सा लेने की संभावना है।


इस बार भाजपा को लगा है बड़ा झटका

उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में इस बार भाजपा को करारा झटका लगा है। इसके पीछे दलित और पिछड़े वोट बैंक में विपक्षी दलों की सेंधमारी को बड़ा कारण माना गया था। भाजपा इस बार प्रदेश में सिर्फ 33 सीटों पर जीत हासिल कर सकी है जबकि तीन सीटों पर सहयोगी दलों को जीत मिली है। दूसरी ओर सपा कांग्रेस गठबंधन ने अपनी ताकत दिखाते हुए 43 सीटें जीत ली है। सपा को 37 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है। संघ की ओर से दलितों और पिछड़ों में पकड़ को मजबूत बनाने से भाजपा को सियासी फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है।



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