सावधानः पहने हुए मास्क न फेंकें खुले में, बहुत तेज फैलेगा संक्रमण
कोविड-19 से बचना है तो मास्क लगाना है.. और सभी के चेहरों पर मास्क लग भी गया और जैसे-जैसे अनलॉक हुआ तो चेहरों से मास्क भी उतरने लगा... मास्क लगाने में तो एतिहात बरती लेकिन उन्हें नष्ट करने में उतनी ही लापरवाही दिखाई दे रही है।
सहारनपुर: कोरोना वायरस से बचने के लिए पहना गया मास्क कहीं अनजाने में ही सही आप कोविड-19 को संक्रमित होने का मौका तो नहीं दे रहे हैं। जी हां सुरक्षा के लिए अपनाया गया उपाय आपकी जरा सी लापरवाही आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। हम बात कर रहे हैं मास्क की.. यदि इन मास्को आप लापरवाही से फेंक देते हैं तो यह कोरोनावायरस फैलाने में बहुत अहम भूमिका निभा सकते हैं।
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कोविड-19 से बचना है तो मास्क लगाना है
कोविड-19 से बचना है तो मास्क लगाना है.. और सभी के चेहरों पर मास्क लग भी गया और जैसे-जैसे अनलॉक हुआ तो चेहरों से मास्क भी उतरने लगा... मास्क लगाने में तो एतिहात बरती लेकिन उन्हें नष्ट करने में उतनी ही लापरवाही दिखाई दे रही है। अक्सर आपको सड़कों पर कूड़े के ढेर पर सड़कों के किनारे पर और कई बार तो रास्तों पर ही मास्क गिरे हुए नजर आ जाते होंगे। यह गिरे हुए मास्क बीमारी को न्योता देना है और हो सकता है किसी मास्क में यदि कोरोनावायरस रह गया तो कोरोना भी फैल सकता है, इसलिए सावधान मास्क पहने और उसे नष्ट भी करें।
इस्तेमाल हुए मास्क एक बार फिर कोरोना को दस्तक दे रहे हैं
क्या आप जानते हैं कि इस्तेमाल हुए मास्क एक बार फिर कोरोना को दस्तक दे रहे हैं, जी हां जो मास्क कोरोनावायरस से बचा रहे थे अब वही मास्क कोरोना बढ़ा रहे हैं। अब यही मास्क के कारण कोविड-19 का खतरा लगातार बढ़ाने मे भूमिका निभा रहे है। कोरोना वायरस ने एक बार फिर पूरे देश में पैर पसारने चालू कर दिए हैं और दुबारा से एक बार फिर कोविड-19 का खतरा बढ़ता ही नजर आ रहा है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए कुछ जगह फिर से लॉकडॉउन लगा दिया गया है।
तो सहारनपुर में भी कुछ लोगों की लापरवाही से कोविड-19 का खतरा बढ़ रहा है
वहीं अगर बात करें उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की तो सहारनपुर में भी कुछ लोगों की लापरवाही से कोविड-19 का खतरा लगातार मंडराता ही नजर आ रहा है। जी हां यहां हम बात कर रहे हैं कुछ ऐसे लोगों की जो मास्क का उपयोग कर उसको सड़कों पर ही फेक देते हैं या अन्य जगह ऐसे ही उतार कर फेंक देते हैं, जिस कारण इन लोगों की लापरवाही से कॉपी नाइन का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है।
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वहीं अगर बात करें सहारनपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस्तेमाल किए हुए मांस को या तो 10 दिन में डालना चाहिए या उसको काट कर स्प्रिट में नष्ट कर देना चाहिए जिससे कोविड-19 का खतरा ना बढ़ सके, लेकिन नहीं अगर बात करें सहारनपुर के जिला चिकित्सालय की तो सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए हुए मांस जिला चिकित्सालय में ही देखने को मिले हैं। एक तरफ तो सहारनपुर जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बड़ी-बड़ी बातें करते नजर आ रहे हैं लेकिन वही जिला चिकित्सालय में ही इस्तेमाल किए हुए मास अलग-अलग स्थानों पर पड़े हुए नजर आ रहे हैं। जिसमें एक बड़ी लापरवाही जिला चिकित्सालय में देखने को मिल रही है।
रिपोर्ट- नीना जैन
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