Saharanpur News: पिटबुल-रॉटविलर कुत्ते पालने पर लगी रोक, आक्रमक नस्ल के श्वानों को पालने से पहले देना होगा शपथ पत्र
Ban on Pitbull Rottweiler in Saharanpur: पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें आक्रमक नस्ल के पालतू श्वानों ने लोगों और बच्चों पर जानलेवा हमला किया है। जिसे देखते हुए विभिन्न शहरों में इनके पालने पर रोक तक लगा दी गई है। सहारनपुर जिले में भी इनके बढ़ते आतंक को देखते हुए आक्रामक नस्ल के कुत्तों को पालने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है।
Saharanpur News: बड़े शहरों की हाई सोसाइटियों में आक्रमक नस्ल के कुत्तों के पालने का शौक आजकल आम है। लोग इन कुत्तों को अपने परिवार के सदस्य के रूप में ट्रीट करते हैं। इनके पालन-पोषण में भी अच्छा खास खर्च करते हैं। लेकिन लोगों का ये शौक उनके पड़ोसियों के लिए खतरा बनता जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें आक्रमक नस्ल के पालतू श्वानों ने लोगों और बच्चों पर जानलेवा हमला किया है।
जिसे देखते हुए विभिन्न शहरों में इनके पालने पर रोक तक लगा दी गई है। सहारनपुर जिले में भी इनके बढ़ते आतंक को देखते हुए आक्रामक नस्ल के कुत्तों को पालने पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। जिले में लोग अब पिटबुल-रॉटविलर जैसे खतरनाक प्रजाति के श्वानों को नहीं पाल सकेंगे। अगर कोई शख्स ऐसे खतरनाक नस्ल के कुत्तों को पालना चाहता है तो पहले उसे शपथपत्र देना होगा।
शपथपत्र में उसे ये जानकारी देनी होगी कि किस प्रायोजन के लिए कुत्ता पाला जा रहा है। किसी भी नए शख्स को खतरनाक प्रजाति के श्वानों को पालने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वर्तमान में जिन लोगों के पास ऐसे कुत्ते हैं, उन्हें ही जाकर शपथपत्र देना होगा। इसके अलावा उन्हें पंजीकरण शुल्क भी देना होगा।
गाजियाबाद, कानपुर और मेरठ में लग चुकी है रोक
सहारनपुर से पहले यूपी के गाजियाबाद और मेरठ में भी खूंखार प्रजाति के कुत्तों के पालने पर रोक लगाया जा चुका है। बीते साल अक्टूबर में गाजियाबाद नगर निगम ने एक आदेश जारी करते हुए पिटबुल-रॉटविलर जैसे आक्रमक नस्ल के कुत्तों के पालने पर रोक लगा दी थी। गाजियाबाद के अलावा कानपुर नगर निगम भी अपने यहां खतरनाक प्रजाति के श्वानों के पालने पर रोक लगा चुका है। इसके अलावा मेरठ नगर निगम भी पिटबुल-रॉटविलर और डोगो अर्जेंटीनो जैसे खूंखार प्रजाति के कुत्तों को पालने पर प्रतिबंध लगा चुका है।
बता दें कि पिटबुल-रॉटविलर और डोगो अर्जेंटीनो जैसे खतरनाक प्रजाति के कुत्ते केवल भारत के ही शहरों में नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी प्रतिबंधित हैं। जानकारों का कहना है कि इन खतरनाक प्रजाति के कुत्तों को शिकार और लड़ने के लिए पैदा किया गया, ऐसे में आज ये लोगों के बीच खतरा बन गए हैं।