Ram Mandir Visit: सपा ने फिर ठुकराया रामलला के दर्शन का न्योता, 11 फरवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे विधायक

Ram Mandir Visit: शिवपाल सिंह यादव ने स्पीकर सतीश महाना के न्योते पर कहा कि हम 11 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष के साथ अयोध्या नहीं जाएंगे।

Update: 2024-02-07 08:10 GMT

Ram Mandir (Photo:Social Media)

Ram Mandir. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में लोगों का तांता लगा हुआ है। देशभर से श्रद्धालु प्रभु श्रीरामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंच रहे हैं। आम लोगों के साथ-साथ नेताओं का भी आगमन हो रहा है। मंगलवार को अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने मंत्री और विधायकों के साथ यहां पहुंचे और दर्शन किए। इसी कड़ी में यूपी के विधायकों को भी रामलला के दर्शन कराने का निर्णय लिया गया।

विधानसभा स्पीकर सतीश बहाना ने 11 फरवरी की तारीख तय करते हुए सभी विधायकों को अयोध्या चलने के लिए आमंत्रित किया। इस पर मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया आई है। सपा ने विधानसभा अध्यक्ष के आमंत्रण को ठुकरा दिया है। इसकी जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने दी है। उन्होंने कहा कि सपा विधायक 11 तारीख को स्पीकर के न्योते पर अयोध्या नहीं जाएंगे।

स्पीकर के न्योते पर क्या बोले शिवपाल ?

जसवंतनगर विधानसभा सीट से विधायक पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम तो 22 जनवरी को जाना चाहते थे मगर जब विधानसभा अध्यक्ष को ही निमंत्रण नहीं मिला था तो हमें कैसे मिलता। हम विधानसभा अध्यक्ष के साथ 11 फरवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे। सदन में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने भी कहा कि भगवान राम और हनुमानगढ़ी के दर्शन करने के लिए हमको काफी मौके मिले।

भगवान राम जब किसी को बुलाते हैं तो हम जाते हैं। सपा नेता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बुलावा आएगा तो भगवान के दर्शन करने जाएंगे, हम भगवान से डायरेक्ट मिलने जाएंगे। हमें बीच में बीजेपी की मदद की जरूरत नहीं है। सपा का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब पार्टी के ही विधायक राकेश सिंह स्पीकर को खत लिखकर सभी सदस्यों को अयोध्या ले जाने का आग्रह कर चुके हैं।

बीजेपी ने किया पलटवार

विधानसभा स्पीकर के अयोध्या जाने का निमंत्रण ठुकराने पर भाजपा सपा पर हमलावर है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्त मनीष शुक्ला ने सपा पर परिवारवाद और तुष्टीकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग शुरू से ही राम विरोधी रहे हैं।

दरअसल, मंगलवार को स्पीकर सतीश महाना ने सभी विधानसभा सदस्यों को अयोध्या रामलला के दर्शन करने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने बताया कि 11 फरवरी को सुबह 11 बजे विधानसभा परिसर से अयोध्या के लिए विधायकों को लेकर बस रवाना होगा। विधायक अपनी पति/पत्नी के साथ जा सकेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे अखिलेश

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता मिला था लेकिन इसके बावजूद वो शामिल नहीं हुए। जबकि अखिलेश और उनकी पत्नी डिंपल यादव से लेकर शिवपाल यादव तक पार्टी के मुस्लिम नेताओं के विरोध को दरकिनार करते हुए शुरू में कह रहे थे कि अगर उन्हें न्योता मिला तो वो जरूर जाएंगे।

बाद में कार्यक्रम में न जाने पर सपा सुप्रीमो ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें जब भगवान राम का बुलावा आएगा तब वो जाएंगे। साथ ही उन्होंने दावा किया कि बीजेपी उन्हें निमंत्रण नहीं देने देती लेकिन मैंने कहा था इसलिए उन्हें देना पड़ा। सपा की तरह कांग्रेस और सीपीएम समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बना ली थी।

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