अखिलेश ने BJP पर साधा निशाना, कहा-यूपी में पटरी से उतर गई है प्रशासन की गाड़ी

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में प्रशासन की गाड़ी पटरी से उतर गई है। मुख्यमंत्री चाहे जितने बढ़-बढ़कर दावे करें, अधिकारियों पर उनका अंकुश नहीं दिखाई देता है।

Update:2019-08-07 22:29 IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में प्रशासन की गाड़ी पटरी से उतर गई है।

मुख्यमंत्री चाहे जितने बढ़-बढ़कर दावे करें, अधिकारियों पर उनका अंकुश नहीं दिखाई देता है।

कानून व्यवस्था तो बदतर है हीे स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमरा गई हैं। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। पूरी सरकार और सरकारी सेवाएं रामभरोसे चल रही है।

सपा मुखिया ने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बहुत बुरा है।

अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की कमी तो पहले से है अब विभागीय लापरवाही से अस्पतालों में दवाओं का भी अभाव हो गया है।

रक्तचाप, शुगर और बुखार तक की दवाएं जब नहीं उपलब्ध है तो यह उम्मीद करना कि कैंसर, हार्ट, लीवर किडनी के गम्भीर रोगों की दवाएं आसानी से उपलब्ध होगी दिवास्वप्न ही है।

जबकि सपा सरकार में तो इन सभी बीमारियों के इलाज मुफ्त थे। पैथालाॅजी लैब में जांचे निशुल्क थी। रोगियों को दवाओं का अभाव भी नहीं झेलना पड़ता था। भाजपा सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा की राज्य सरकार कितनी संवेदनहीन है इसी से जाहिर है कि लखनऊ में पीजीआई के समान भत्तों की मांग पर लोहिया संस्थान के डाक्टरों को हड़ताल पर जाना पड़ा।

इलाज के लिए आए मरीज तड़पते रहे। केजीएमयू में, लारी कार्डियोंलाॅजी में दिल के मरीज तड़प कर मरते रहे। वहां एक विवाद के बाद तालाबंदी कर दी गई थी। आपरेशन टल गए। मरीजों की जांचे बंद हो गई।

ये भी पढ़ें...जानिए अनुच्छेद 370 से आजाद हुये कश्मीर का क्या है कानपुर से कनेक्शन?

हड़ताल से मरीज हो चुके है परेशान

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी अस्पतालों में हड़ताल के कारण मरीज मुसीबत में फंस चुके है। कितनों ने अस्पतालों के गेट पर दम तोड़ दिया। कई की सांसे तो एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल की दौड़ के बीच में ही थम गई।

आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री को यह सब नहीं दिखाई देता है। वे अपने ही राग में मगन हैं। जनता के दुःख दर्द से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।

सत्ता के मद में भाजपा के मंत्रियों की भी संवेदनाएं मर गई है। स्वास्थ्य मंत्री मरीजों के दुखदर्द के प्रति बेपरवाह हैं।

कानून-व्यवस्था के मुददे पर योगी सरकार को घेरते हुये सपा अध्यक्ष ने कहा कि एटा में महिला थाना के स्टाफ क्वार्टर में रहने वाली सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) नूतन यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गई।

वह जलेसर कोर्ट में अभी एक साल पहले ही एपीओ बनी थी।

महिला ने डीएम के सामने की थी सुसाइड की कोशिश

एक अन्य घटना लखनऊ के सरोजनीनगर तहसील में समाधान दिवस पर हुई जब न्याय की गुहार लगाती महिला अंततः डीएम के सामने आत्मदाह की कोशिश करने लगी।

हुसैनगंज लखनऊ के बरफखाना मुहल्ले में भी एक महिला की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।

महिलाओं और बच्चियों से दुष्कर्म की घटनाएं थम नहीं रही है। अपराधी अपराध करके पुलिस की नाक के नीचे से फरार हो जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें...सुषमा स्वराज को भाजपा मुख्यालय पर कुछ यूं दी गई अंतिम विदाई

Tags:    

Similar News