UP News: ‘विक्षिप्त हो चुके हैं स्वामी प्रसाद मौर्य’, राकेश सिंह के बाद अब इस दिग्गज सपा विधायक ने बोला हमला

UP News: पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से इस तरह की बयानबाजी न करने की नसीहत देने के बावजूद मौर्य की ओर से ऐसे बयानों के आने का सिलसिला जारी है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-08 06:41 GMT

Swami Prasad Maurya and Manoj Pandey (PHOTO: SOCIAL MEDIA )

UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य अपने विवादित बयानबाजी के कारण विरोधियों के साथ-साथ अपनों के भी निशाने पर रहते हैं। सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणी के कारण सपा के सवर्ण नेताओं को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से इस तरह की बयानबाजी न करने की नसीहत देने के बावजूद मौर्य की ओर से ऐसे बयानों के आने का सिलसिला जारी है।

अब उन पर पार्टी के एक बड़े सवर्ण नेता ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने यहां तक कि स्वामी प्रसाद मौर्य के मानसिक स्थिति पर सवाल खड़े दिए हैं। विधानसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने पूर्व कैबिनेट पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इसलिए वो पार्टी द्वारा मना करने के बावजूद इस तरह के बयान दे रहे हैं।

‘विक्षिप्त हो चुके हैं मौर्य’

रायबरेली की ऊंचाहार विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक मनोज कुमार पांडे की सपा के बड़े ब्राह्मण चेहरों में होती है। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का काफी नजदीकी भी माना जाता है। पांडे ने स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से लगातार की जा रही विवादित बयानबाजी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। इस वजह से ऐसे बयान दे रहे हैं। उनको पार्टी की ओर से नसीहत दी गई इसके बावजूद वो नहीं मान रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य विक्षिप्त हो चुके हैं।‘

स्वामी के बयानों पर बीजेपी ने अखिलेश को घेरा

वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से लगातार की जा रही विवादित बयानबाजी को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को घेरा है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी में कोई भी बगैर अखिलेश यादव के आदेश के कुछ भी नहीं बोल सकता। इसलिए मैं मौर्य की ओर से की जा रही इस तरह की टिप्पणियों के लिए सपा मुखिया को जिम्मेदार मानता हूं।

वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को दुखद करार देते हुए कहा कि भगवान उन्हें माफ नहीं करेंगे। जो भी नेता इस तरीके का बयान दे रहे हैं, उन्हें जनता सबक सीखा देगी। दरअसल, सपा नेता ने भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि क्या राम निर्जीव हो गए थे। उनके इसी बयान पर भाजपा के साथ - साथ ही उनकी ही पार्टी के सवर्ण नेता हमलावर हैं।

सपा विधायक राकेश सिंह भी कर चुके हैं हमला

इससे पहले अमेठी की गौरीगंज सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था, जो सनातन पर विवादित बयान देते हैं उनको पहले अपने बाप के बारे में जानना चाहिए। अगर अपने बाप के बारे में जानेंगे तो ही वो सनातन के बारे में जान पाएंगे। आगे सिंह ने कहा कि उन्हें पहले अपनी बेटी को समझाना चाहिए।मेरे पास कुछ तस्वीरें हैं, जिसमें वह केदारनाथ में दर्शन कर रही हैं। रूद्राभिषेक कर रही हैं और ब्रह्म भोज कर रही हैं। ब्राह्मणों को भोज के बाद दक्षिण भी दे रही हैं। इसका मतलब जो आदमी अपनी बेटी को नहीं समझा पा रहा है वह पूरे हिंदुस्तान में घूमकर हिंदू धर्म पर बोल रहा कि ये धोखा है।

राम मंदिर को लेकर की थी बयानबाजी

समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कई विवादित बयान दिए थे। उन्होंने अयोध्या में कारसेवकों पर चली गोली को सही ठहराते हुए उन्हें अराजक तत्व करार दे डाला था। वहीं, 22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह का मजाक उड़ाते हुए सपा नेता ने कहा था, एक टीवी डिबेट में एक संत कह रहे थे कि भारत एकमात्र ऐसा देश है, जहां पत्थरों की प्राण प्रतिष्ठा की जाती है।’ अगर ऐसा है तो जो परिवार के सदस्य मर गए हैं, उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जानी चाहिए, फिर वे हमेशा जीवित रह सकते हैं। यदि प्राण प्रतिष्ठा से पत्थर जीवित हो सकता है तो मृत व्यक्ति चल क्यों नहीं सकता ? यह सब दिखावा और पाखंड है।

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अपने ऐसे बयानों को लेकर अक्सर सार्वजनिक जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ता है। हाल ही में कौशांबी में हिंदू संगठन के सदस्यों ने उनकी गाड़ी पर स्याही फेंकी थी और काले झंडे दिखाई थे। मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य फिलहाल बदायू से बीजेपी की सांसद हैं। सपा से इस सीट से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद यादव को टिकट मिला है। ऐसे में संघमित्रा को बीजेपी टिकट देती है या नहीं इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।

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