लखनऊ. स्वामी विवेकानंद की बर्थ एनिवर्सरी पर एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) ने संजय जोशी को चीफ गेस्ट बनाया है। शहर में कई जगह पोस्टर लगाए गए हैं। बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे संजय जोशी और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच खटास जगजाहिर है। ऐसे में आरएसएस के इस कदम से राजनीतिक गलियारों में इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
क्या है कार्यक्रम
-सेमिनार डालीगंज के रामाधीन सिंह इंटर कॉलेज में होगा।
-इसका विषय है "राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति, सामाजिक समानता की मूल बातें"।
-सेमिनार आरएसएस, बीजेपी कार्यकर्ता और दीन दयाल सेवा प्रतिष्ठान कर रहा है।
-इसकी अध्यक्षता विभाग संघ चालक जय कृष्णा सिन्हा करेंगे। उन्होंने इसे नॉन पॉलिटिकल इवेंट बताया है।
-बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में बीजेपी के कई पार्षद मौजूद रहेंगे।
कौन हैं संजय जोशी?
-पेशे से इंजीनियर संजय जोशी एक जमाने में इंजीनियरिंग के छात्रों को पढ़ाते थे। बाद में वो आरएसएस से जुड़े।
-संजय जोशी सबसे पहली बार सुर्खियों में आए 1988 में जब आरएसएस ने उन्हें गुजरात बीजेपी ईकाई में काम करने के लिए भेजा।
-मोदी को गुजरात बीजेपी का महासचिव नियुक्त किया गया था और संजय जोशी को प्रभारी।
-जोशी करीब तेरह साल तक गुजरात में रहे और बीजेपी के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक माने जाते थे।
-संजय जोशी राष्ट्रीय संगठन मंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रह चुके हैं।
-1980 के दशक में बीजेपी के मौजूदा अध्यक्ष नितिन गडकरी और संजय जोशी नागपुर में आरएसएस की एक ही शाखा में काम किया करते थे।
-आरएसएस के साथ-साथ उनकी बीजेपी के कार्यकर्ताओं में भी अच्छी लोकप्रियता है।
मोदी-जोशी में मतभेद-मनभेद
-पीएम नरेंद्र मोदी मोदी और संजय जोशी में काफी मतभेद-मनभेद बताए जाते हैं।
-गुजरात में मोदी और जोशी ने आरएसएस कार्यकर्ता के रूप में साथ काम भी किया था।
-बाद में दोनों में दूरियां इस कदर बढ़ गई कि जोशी की मौजूदगी की वजह से मोदी ने 2012 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का बहिष्कार कर दिया।
-मोदी के दबाव की वजह से ही जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा देना पड़ा था।
जोशी सर्मथकों का पोस्टर वार
-भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य संजय जोशी के समर्थकों ने पिछले साल कई बार पोस्टर के सहारे मोदी पर हमला किया।
-पोस्टर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा था।
-पोस्टर में लिखा गया था, 'पाकिस्तान बांग्लादेश को रमजान पर देते हो बधाई, सुषमा आडवाणी, संजय जोशी, राजनाथ, गडकरी, मुरली मनोहर जोशी, वसुंधरा के लिए मन में खटाई।' 'ना संवाद, ना मन की बात, ना सबका साथ, न सबका विकास, फिर क्यों करें जनता आप पर विश्वास।'