मजदूर की मदद के लिए आयी 'जनता की आवाज', जेल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
मजदूर की मजदूरी न मिलने पर बीजेपी नेता के खिलाफ जनता की आवाज संस्था ने मोर्चा खोल दिया है। साथ ही जेल में बंद बंदियों से परिवार से मिलने पर लगी पावंदी से नाराज संस्था ने बीच रोड पर लेटकर धरना प्रदर्शन किया।
शाहजहांपुर: मजदूर की मजदूरी न मिलने पर बीजेपी नेता के खिलाफ जनता की आवाज संस्था ने मोर्चा खोल दिया है। साथ ही जेल में बंद बंदियों से परिवार से मिलने पर लगी पावंदी से नाराज संस्था ने बीच रोड पर लेटकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जेल प्रशासन पर संस्था के कार्यकर्ताओं ने जमकर निशाना साधा। उनका कहना है कि, चुनाव के रैलियां की जा रही है। सभाएं की जा रही हैं। लेकिन जेल में बंद बंदियों से मिलने पर पांवदी क्यों लगाई जा रही है?
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मदद के लिए आगे आयी 'जनता की आवाज'
दरअसल खिरनीबाग रामलीला मैदान में पिछले 2 दिन से महफूज नाम का मजदूर धरने पर बैठा है। मजदूर ने बीजेपी नेता के घर मजदूरी की थी। उसके हजारों रूपये बीजेपी नेता ने नही दिये। पैसे मांगने पर बीजेपी नेता ने झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी है। ऐसे में धरना प्रदर्शन कर वह पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन मजदूर की मदद नही कर रहा है। ऐसे में मजदूर को हिम्मत और सहारा देने के लिए जनता की आवाज नाम की संस्था ने कदम बढ़ाया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की हैं कि, जल्द से जल्द मजदूर की मजदूरी दिलाई जाए।
इसके अलावा संस्था के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने जेल प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। उसके बाद रोड पर लेटकर जमकर हंगामा काटा। उनका कहना है कि, जेल प्रशासन ने कोविड19 का हवाला देकर पिछले 1 साल से बंदियों को उनसे परिवार से मिलने नही दिया है। अगर कोविड19 का इतना ही डर है तो, चुनाव की रैलियां में भारी भीड़ इकट्ठा होती है। उस पर पावंदी कयों नही लगाई।जेल से चंद कदम की दूरी पर सपा का कार्यक्रम चल रहा है। उसमे भीड़ इकट्ठा हुई। उस पर पावंदी क्यों नही लगाई।
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मंत्री शोरूम के फीते काटते हैं उस पर पावंदी क्यों नही लगाई। उन्होेंने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि, बंदी को उसका परिवार पैसे भेजता है तो, जेल प्रशासन उन पैसे में से आधे पैसे खुद रख लेता है। फिलहाल जनता की आवाज संस्था ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है।
रिपोर्ट: आसिफ अली