शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा- धार्मिक मामलों में राजनीतिक दखलंदाजी ठीक नहीं

Update: 2017-01-24 15:19 GMT

इलाहाबाद: पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थजी महाराज ने धार्मिक मामलों में राजनीतिज्ञों को दखलंदाजी न करने की सलाह दी है। साथ ही कश्मीर समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई वार्ताकार नियुक्त न किए जाने को लेकर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति नाराजगी जाहिर की।

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थजी महाराज इस समय तीर्थराज प्रयाग में चल रहे माघ मेला में प्रवास कर रहे हैं। एक विशेष वार्ता में उन्होंने कहा कि धार्मिक मामलों में इस समय सियासी लोगों की दखलंदाजी बढ़ रही है, जो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दखलंदाजी के कारण ही राम मंदिर जैसे मुद्दे सुलझने के बजाय उलझ गये।

राजनेता धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप से बचें

शंकराचार्य ने राजनेताओं को सलाह दी है कि उन्हें धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'चूंकि इस समय यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए राजनेताओं को सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए धार्मिक मामलों में सावधान रहने की जरूरत है।'

सनातन धर्म की मान्यताओं का रखें ख्याल

शंकराचार्य कहा कि उज्जैन कुंभ के दौरान एक राजनीतिक दल की तरफ से 'मंथन कुंभ' का आयोजन किया जाना भी सनातन धर्म की मान्यताओं का अपमान है। उन्होंने कहा, 'उस मंथन कुंभ में कुछ संतों को भी बुलाकर उनका अपमान किया गया था।'

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कश्मीर समस्या पर वार्ताकार नियुक्त हों

कश्मीर समस्या पर चर्चा करते हुए स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थजी महाराज ने कहा, 'वहां की समस्या का समाधान गोली-बारूद से संभव नहीं है। इसके लिए कोई ठोस पहल करनी होगी। केंद्र सरकार की तरफ से कोई वार्ताकार नियुक्त किया जाना चाहिए, जो सरकार और कश्मीरी लोगों के बीच पुल की भांति काम करे। शंकराचार्य ने कहा कि मोदी सरकार के करीब तीन साल बीतने को हैं, लेकिन अब तक इस मामले में कोई वार्ताकार नियुक्त न करना अफसोसजनक है।

नोटबंदी की कोशिश सही, प्रक्रिया गलत

पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय पर स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा कि 'निर्णय तो ठीक था, लेकिन इसको लागू करने की प्रक्रिया गलत थी। परिणामस्वरुप लोग बहुत परेशान हुए। परेशानी अभी भी पूर्णतः खत्म नहीं हो पाई है। साथ ही इससे कालेधन पर अंकुश लगता भी नहीं दिख रहा है।'

गंगा की सफाई मुद्दे पर भी की खिंचाई

वहीं, गंगा की सफाई मुद्दे पर भी शंकराचार्य ने केंद्र सरकार की खिंचाई की। कहा, 'लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी ने गंगा, गीता और गाय के मुद्दे पर बहुत बात की थी लेकिन सरकार बनने के बाद इन सब मामलों में कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि गंगा में अविरल प्रवाह सुनिश्चित किए बगैर उसकी स्वच्छता की बात करना बेमानी है। अफसोस है कि केंद्र सरकार इसके लिए कुछ नहीं कर रही है।'

29 को होगा धर्म प्रतिनिधि सम्मेलन

स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थजी ने बताया कि माघ मेला में त्रिवेणी रोड स्थित उनके शिविर में 29 जनवरी को इन सब मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक धर्म प्रतिनिधि सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में कई धमाचार्यों के अलावा देश के विभिन्न भागों से राजनेता और बुद्धिजीवी भाग लेंगे।

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