चिकित्सकों की कमी को मेडिकल काॅलेजों से किया जाएगा पूरा: जय प्रताप सिंह

प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि उ0प्र0 बहुत बड़ी जनसंख्या वाला राज्य है, जिसके लिए चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता भी बड़े स्तर पर है।

Update:2023-06-15 17:49 IST

लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि उ.प्र. बहुत बड़ी जनसंख्या वाला राज्य है, जिसके लिए चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता भी बड़े स्तर पर है।

देश सरकार ने गत ढाई वर्षों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर करने के लिए निरन्तर प्रभावी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार द्वारा खोले जा रहे मेडिकल काॅलेजों से प्रदेश में चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों तक चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

सिंह आज यहां केजीएमयू के ब्राउन हाल में ‘‘नेशनल स्टूडेंट आईडीए काॅन्फ्रेंस एण्ड यूपी डेन्टल शो’’ के आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज हमारा पूरा परिवेश असंतुलित जीवन शैली का शिकार है, जिसके कारण कई असाध्य और गम्भीर रोग उत्पन्न हो रहे हैं।

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दंत चिकित्सकों की सेवाओं स्वास्थ्य केन्द्रों तक भी उपलब्ध कराने पर विचार

उन्होंने कहा इस दृष्टि से हमारे प्रधानमंत्री द्वारा चलाया गया ‘फिट इण्डिया’ एवं ‘स्वच्छ भारत’ अभियान बेहद प्रासंगिक है। उन्होंने कहा समाज में स्वस्थ रहने सम्बंधी आदतों का विकास और जागरूकता का प्रसार भी आवश्यक है, जिससे चिकित्सा बढ़ी हुई आवश्यकताओं को कम किया जा सके।

कहा कि दंत चिकित्सकों की सेवाओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक भी उपलब्ध कराने पर विचार किया जाना चाहिए।

ज्ञात हो कि इण्डियन डेन्टल एसोसिएशन द्वारा चिकित्सकों की शोधपरक उपलब्धियों एवं चिकित्सीय अनुभवों को सांझा करने के उद्देश्य से तीन दिवसीय काॅन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है।

काॅन्फ्रेंस का उद्घाटन सत्र केजीएमयू तथा 28 एवं 29 सितम्बर का आयोजन इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में सुनिश्चित है। तीन दिवसीय काॅन्फ्रेंस में इण्डोनेशिया इजिप्ट, टोक्यो तथा इटली के वक्ताओं सहित भारत के विशेषज्ञ वक्ता अपने अनुभव एवं शोध से परिचित करायेंगे।

उद्घाटन समारोह में मंत्री जी ने उपस्थित वक्ताओं को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया। उन्होंने प्रदेश के पहले डेन्टल सर्जन तथा वीसी डाॅ एमएलबी भट्ट को विशेष रूप से सम्मानित किया।

इस अवसर पर सचिव डाॅ. अनिल चन्द्रा, सचिव आईडीए स्टेट डाॅ0 सचिन प्रकाश, डाॅ. एसके कठेरिया, डाॅ. जनक राज सब्भरवाल, डाॅ. मुरारी शर्मा तथा डाॅ0 रमेश भारती ने भी दंत चिकित्सकों की आवश्यकताओं, अनुभवों तथा महत्वपूर्ण उपलब्धियों को सांझा किया।

काॅन्फ्रेंस में बड़ी संख्या में केजीएमयू के विद्यार्थी, उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखण्ड, पंजाब तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन0सी0आर) से आये प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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