Shravasti News: जिला प्रशासन ने शहीद दिवस पर किया स्वतंत्रता सेनानियों को याद, 2 मिनट मौन रख दी श्रद्धांजलि
Shravasti News: आज के ही दिन 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर प्रत्येक वर्ष 'शहीद दिवस' के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि देश के इतिहास में 30 जनवरी का दिन बेहद खास है।;
Shravasti News: जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों व कर्मचारियों की पूर्वान्ह 11 बजे देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों की स्मृति में 02 मिनट का मौन रखकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि "भारत वर्ष में शहीद दिवस हर साल 30 जनवरी और 23 मार्च को भारत की स्वतंत्रता, गौरव, कल्याण एवं देश की शान के लिए लड़ने वाले शहीदों एवं महापुरूषों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है।" उन्होने यह भी कहा कि "आज के ही दिन 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर प्रत्येक वर्ष 'शहीद दिवस' के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि देश के इतिहास में 30 जनवरी का दिन बेहद खास है।"
मनाया गया शहीद दिवस
इस दिन प्रतिवर्ष देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है। महात्मा गांधी जी ने देश को आजादी दिलाने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोलकर कई आंदोलन चलाये। आंदोलनों के चलते उन्हें कई बार जेल में भी रहना पड़ा। उनके द्वारा देश की आजादी के लिए किये गए कार्यों को देखते हुए ही 30 जनवरी के दिन उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिलने के कुछ महीने बाद ही 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे द्वारा दिल्ली के बिड़ला हाउस में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इसी के चलते 30 जनवरी प्रतिवर्ष महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और साथ ही इसे महात्मा गांधी के शहीद होने पर शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था।
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि
मालूम हो कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की हत्या हुई थी, इसके चलते इस दिन को उनकी पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा 23 मार्च को देश के वीर क्रांतिकारियों- भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत द्वारा फांसी दी गई थी। इन तीनों की क्रांतिकारियों को यह सजा लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए ब्रिटिश अधिकारी सांडर्स को गोली मरने को लेकर दी गई थी।
इसके चलते 23 मार्च 1931 को भी देश में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में हमारे देश में प्रतिवर्ष दो बार शहीद दिवस मनाया जाता है।इस अवसर पर उपजिलाधिकारी पीयूष कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी विनीत कुमार, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी(पं0) उमेश आर्य, नाजिर सदर चन्द्रमौली श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी के आशुलिपिक के0के0 वैश्य, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर शरद श्रीवास्तव, मंशाराम, कौशल यादव, अश्वनी यादव सहित अन्य कलेक्ट्रेट परिवार के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे