Shravasti News: विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के क्षमता संवर्धन और सतत व्यावसायिक विकास के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
Shravasti News: जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग व माध्यमिक शिक्षा विभाग तथा पीएम विद्यालय के प्रधानाध्यापक और विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के क्षमता संवर्धन और सतत व्यावसायिक विकास हेतु एक दिवसीय कार्यशाला विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।;
Shravasti News: जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग व माध्यमिक शिक्षा विभाग तथा पीएम विद्यालय के प्रधानाध्यापक और विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के क्षमता संवर्धन और सतत व्यावसायिक विकास हेतु एक दिवसीय कार्यशाला विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई। शुभारंभ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों की शिक्षण क्षमता का संवर्धन एवं विकास करना रहा।
शोध पर चर्चा कर विचार किया गया
कार्यशाला में रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गणित, हिदी एवं संस्कृत विषयों के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में विषय प्रशिक्षित कुशल प्रशिक्षक के दक्ष निर्देशन में विषय की बारीकियों एवं दिन प्रतिदिन होने वाले नवीन शोध पर चर्चा कर विचार किया गया। कार्यशाला डीएम अजय कुमार द्विवेदी एवं सीडीओ अनुभव सिंह के दिशा निर्देशन में संपन्न हुई। इस दौरान डीएम, सीडीओ ने विभिन्न विद्यालयों के कुल 30 अध्यापक तथा अध्यापिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा पीएमश्री विद्यालय के शिक्षकों से अपने विद्यालय को विकास खंड में एक आदर्श विद्यालय स्थापित करते हुए अलग पहचान बनाने के लिए कहा गया ।इस दौरान द्वय अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाली इस योजना के माध्यम से सरकार का प्रयास है कि विद्यालय को प्रयोगशाला, पुस्तकालय, खेल के मैदान, डिजिटल कक्षा कक्ष आदि की स्थापना कर मूलभूत सुविधाओं से लैस किया जाए।
वहीं, शिक्षकों को चाहिए कि शासन के निर्धारित लब्धि स्तर को पूरा करते हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जाए। उन्होने बताया कि पीएम श्री विद्यालय छह मूलभूत संकल्पनाओं विद्यालय और छात्रों का आकलन, बाल उपयोगी अवस्थापना सुविधाएं, समावेशी शिक्षा और लैंगिक समानता, मानव संसाधन का सदुपयोग और नेतृत्व, विद्यालय का कुशल संचालन व प्रबंधन, छात्रों और अभिभावकों के संतुष्टीकरण पर आधारित है।
शिक्षकों को अपने कार्य में सुधार करने के लिए सक्षम करना शामिल
बीएसए ने बताया कि विद्यालय प्रमुख के रूप में आपकी भूमिका में शिक्षकों को अपने कार्य में सुधार करने के लिए सक्षम करना अव्यक्त रूप से शामिल होता है। यह काम सरल नहीं है क्योंकि इसमें ऐसी कुछ बाधाएं आती हैं, जो आपके नियंत्रण में नहीं होती हैं। तथापि, आपके लिए विद्यालय-आधारित समर्थन रणनीतियों के माध्यम से शिक्षकों की प्रभाव को अधिकतम करने के अवसर उपलब्ध हैं, जिन पर जोर दिया गया है। इस अवसर पर समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारीगण, प्रणव त्रिपाठी, विद्यालयों के प्रधानाध्यापकगण एवं शिक्षक उपस्थित रहे।