Shravasti News : स्वास्थ्य विभाग की रैंकिंग में टॉपटेन में शामिल हुआ श्रावस्ती, जानिए प्रदेश में कौन सी मिली रैंकिंग?
Shravasti News : उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में श्रावस्ती टाप टेन में अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहा है।
Shravasti News : उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में श्रावस्ती टाप टेन में अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहा है। जिला श्रावस्ती को प्रदेश स्तर पर सातवां स्थान मिला है। हाल ही में जारी हुई मासिक रैंकिंग में श्रावस्ती जनपद को सातवां स्थान प्राप्त हुआ है।
जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि श्रावस्ती को यूपी हेल्थ डैशबोर्ड की हेल्थ रैंकिंग में प्रदेश में सातवां स्थान मिला है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के 15 महत्वपूर्ण सूचकांक के आधार पर यूपी हेल्थ डैशबोर्ड में जनपद की रैंकिंग सुनिश्चित की जाती है। श्रावस्ती वर्तमान वित्तीय वर्ष के माह अप्रैल की रैंकिंग में 20वें स्थान पर था, जबकि माह मई में 10वें स्थान पर एवं माह जून में 6वें स्थान पर रहा है। विगत तीन माह से जनपद टॉप 10 में अपना स्थान बनाए हुए है। उन्होंने जनपद के समस्त स्वास्थ्य अधिकारियों/कर्मचारियों को निर्देशित किया कि दायित्वों को पूर्णतया पालन करते हुए जनपद को प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास करें।
वाराणसी को मिला पहला स्थान
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि हेल्थ डैशबोर्ड रैंकिंग में पहले स्थान पर वाराणसी, दूसरे पर हाथरस, तीसरे पर मुजफ्फरपुर, चौथे पर प्रयागराज और पांचवें पर उन्नाव है, जबकि सातवें रैंकिंग मेें श्रावस्ती टाप टेन में बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की गुणवत्ता पर तय की जाती है। योजनाओं में आयुष्मान भारत योजना, जननी सुरक्षा योजना, टीकाकरण, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, गर्भवती महिलाओं की जांच, आशाओं का समय से वेतन आदि विषय मूल्यांकन के आधार बनते हैं।
लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
वहीं, जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने जिला पोषण समिति की बैठक कलक्ट्रेट सभागार में की। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार नवजात शिशुओं, बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं को स्वस्थ्य रखने हेतु प्रतिबद्ध है, इसी उद्देश्य से आईसीडीएस विभाग द्वारा तमाम योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, जिससे गर्भवती महिलाओं की बेहतर ढंग से देखभाल कर उन्हें स्वस्थ बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी द्वारा इसमें शिथिलता बरती गई तो निश्चित ही उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
बाल विकास परियोजना अधिकारी इकौना को कारण बताओ नोटिस
बैठक में पोषण ट्रैकर ऐप पर गभवती महिलाओं के वजन की फीडिंग एवं होम विजिट कम पाये जाने पर बाल विकास परियोजना अधिकारी इकौना को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए जाने का निर्देश दिया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी सीडीपीओ एवं सहयोगी संस्थाएं पोषण ट्रैकर ऐप पर सभी प्रकार के पात्र लाभार्थियों का वास्तविक डाटा की शत-प्रतिशत फीडिंग करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया अगले माह बैठक में समस्त डाटा शत-प्रतिशत पूर्ण किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होने पोषण टै्क ऐप पर बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिंग, टीएचआर फीडिंग, डोर-टू-डोर भ्रमण, आधार वेरिफिकेशन तथा ई-कवच ऐप पर सैम बच्चों के मैनजमेन्ट, सैम से मैम एवं सैम से सामान्य श्रेणी में सुधरीकृत बच्चों, ई-कवच पर समस्त बच्चों के फालोअप तथा ग्रोथ प्रबंधन के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गयी।
इन सात थीमों पर काम करने पर जोर
साथ ही एनआरसी में बच्चों के लिए उपलब्ध बेड के सापेक्ष शत-प्रतिशत माह जुलाई, 2024 में 23 बच्चे भर्ती किए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इस पर निर्देशित किया कि कन्वर्जेन्स बैठक में समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर सैम-मैम बच्चों का चिन्हाकन एवं सुधार हेतु स्वास्थ्य लाभ दिलवाने, पोषाहार वितरण, टीकाकरण, निर्माण कार्य, आयरन गोली का वितरण एवं अन्य विभागीय कार्याे को सफल बनाने के लिए समीक्षा की जाए। इसके अलावा जनपद में सम्भव अभियान के अन्तर्गत 01 से 30 सितम्बर, पोषण माह संचालित किया जाएगा। जिसमें 07 थीमों जैसे-एनीमिया, विकास की निगरानी, अनुपूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, बेहतर सेवाओं के लिए प्रौद्योगिकी, सम्पूर्ण पोषण एवं पर्यावरण संरक्षण पर कार्य किया जाएगा।
बैठक का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी पी के दास ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार गुप्ता, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका डा0 अनीता शुक्ला, प्रभारी चिकित्साधिकारीगण, डेवलपमेन्ट पाटनर्स, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे हैं।