Shravasti News: गैस एजेंसी व पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने भेजा जेल
Shravasti News: सोमवार को पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया कि खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर ठगी करने वाले जालसाज को गिलौला पुलिस ने एसओजी टीम के साथ मिलकर तिलकपुर मोड़ से गिरफ्तार किया है।;
Shravasti News : उत्तर प्रदेश के जिले श्रावस्ती की एसओजी टीम और थाना गिलौला पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा पेट्रोल पम्प व गैस एजेन्सी के लाइसेन्स दिलाने के नाम पर कुल 95 लाख 34 हजार 403 रूपये की धोखाधड़ी व कूट रचना करने वाला आरोपी को गिरफ्तार किया है।
सोमवार को पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया कि खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर ठगी करने वाले जालसाज को गिलौला पुलिस ने एसओजी टीम के साथ मिलकर तिलकपुर मोड़ से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी लोगों को भारत गैस की एजेंसी व पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी करता था। जिसके कब्जे से पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर कार, तीन मोबाइल, पांच सिम कार्ड, सात एटीएम, चार आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, तीन निर्वाचन कार्ड, एक एचपी रिफ्यूल कार्ड व एक ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है।
एसपी ने बताया कि आरोपी मैनपुरी जिला निवासी राजकिशोर चौधरी पुत्र केशव दयाल ग्राम हाजीपुर थाना कुर्रा बलरामपुर सहित जिले के छह लोगों से 95, 34, 403 रुपये की ठगी की थी जिसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।
खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर की ठगी
एसपी ने बताया कि गिलौला थाना क्षेत्र के ग्राम लखना निवासी वीर बहादुर दुबे ने स्थानीय थाने में शनिवार केस दर्ज कराया था जिसमें उसका आरोप था कि उसने भारत गैस की एक एजेंसी व भारत पेट्रोलियम के दो पेट्रोल पंप के लिए आवेदन किया था। जिसका लाइसेंस दिलाने के नाम पर औन मैनपुरी जिले के थाना कुर्रा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हाजीपुर निवासी राजकिशोर चौधरी ने उसे फोन कर खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर लाइसेंस दिलाने के नाम पर 45 लाख रुपये लिए थे।
इसी तरह से इसी थाना क्षेत्र के गिलौला कस्बा निवासी शहरयार को गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर उससे 18 लाख रुपए, गिलौला निवासी मनोज कुमार तिवारी को पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 10 लाख दो हजार रुपये, थाना क्षेत्र के महजिदिया निवासी रामकुमार सिंह से गैस एजेंसी के नाम पर तीन लाख 62 हजार, सिरसिया थाना क्षेत्र के सेमरा निवासी अनिल कुमार से गैस एजेंसी के नाम पर नौ लाख 28 हजार रुपये तथा बलरामपुर जिले के कोतवाली उतरौला क्षेत्र के मधुपुर निवासी उमेश कुमार दीक्षित को पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 9,24403 रुपये ठगे थे जिनसे भूमि की पैमाइश के लिए अधिकारियों को और रुपया देने की बात कही गई।
एसपी ने मीडिया से बताया कि आरोपी पर संदेह होने पर वीर बहादुर दुबे ने गिलौला थाने में सीआरपीसी की धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2), 205 बी.एन.एस में केस दर्ज कराया। आरोपी और पैसा लेने रविवार गिलौला आया था जिसे गिलौला पुलिस ने एसओजी टीम के साथ मिलकर तिलकपुर मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी रजकिशोर गैस एजेंसी व पेट्रोल पंप के लिए आवेदन करने वालों का डाटा इंटरनेट से कॉपी करके फर्जी तरीके से उन लोगों को खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर अपने जाल में फंसाता था। बाद में उनके व्हाट्सएप पर कूटरचित लाइसेंस भेजकर अपनी पहचान ऊपर तक होने की बात कह ठगी करता था। उन्होंने बताया कि आरोपी पुणे में ट्रेवल एजेंसी चलाता था। इस दौरान उसकी पहचान भारत गैस के कुछ लोगों से हुई जिनके नाम का फायदा उठाकर आरोपी ठगी करने लगा। लोग लालच में आकर खुद उसके जाल में फंसते चले गए। इस काम में उसके चालक गिलौला कस्बा निवासी नंदकुमार का भी सहयोग था। जो आरोपी की ऊंची पहुंच के बारे में लोगों को बताता था।
आरोपी ने कई फर्जी सेटअप भी किया था तैयार- पुलिस
एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि आरोपी ने ठगी के पैसे से 30 - 30 लाख रुपये खर्च कर आगरा और फिरोजाबाद में गुजरात की एक नामी कंपनी की साड़ी का शोरूम खोला। बाद में आगरा का शोरूम बंद हो गया, जबकि फिरोजाबाद में अब भी चल रहा है। वहीं, फिरोजाबाद में एक गैरेज भी खोला था, जो चल रहा है। इसके साथ ही उसने एक पुरानी फॉर्च्यूनर कार भी खरीदा जो किराए पर चलाता है। कार पर सदस्य उत्तर मध्य रेलवे सलाहकार समिति का बोर्ड भी लगा रखा है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के ट्रेवल एजेंसी में उसके चालक गिलौला निवासी नंदकुमार की तलाश कराई जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम ने सर्विलांस सेल प्रभारी नितिन यादव, मुख्य आरक्षी अवनीश विक्रम सिंह,.आरक्षी वीरेंद्र यादव,आरक्षी अभिषेक सिंह, आरक्षी रिषभ गौड़,. आरक्षी अभिषेक सिंह तथा थाना गिलौला प्रभारी निरीक्षक महिमानाथ उपाध्याय , उपनिरीक्षक श्री धर्मराज, उपनिरीक्षक श्री अरुण सिंह ,मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश यादव , आरक्षी प्रवीन पाण्डेय और आरक्षी प्रदीप पाण्डेय शामिल रहे हैं।