Sonbhadra News: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया 18 करोड़ का प्रोजेक्ट, लोकार्पण के पहले ही जमींदोज हो गई वाशिंग पिट
Sonbhadra News: बुधवार को जैसे ही वाशिंग पिट जमींदोज हुई वैसे ही अफसर डैमेज कंट्रोल में जुट गए।
Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे के चोपन जंक्शन के पास निर्मित किया जा रहा 18 करोड़ का वाशिंग प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। यहां निर्माण में आ रहे अवरोध को देखते हुए रेलवे अफसरों ने आनन-फानन में इस प्रोजेक्ट को 13 करोड़ की लागत से फाइनल कर कार्य शुरू करवा दिया। वहीं, घटिया किस्म की ईंट और खराब गुणवत्ता वाली सामग्री के प्रयोग ने पूरे प्रोजेक्ट को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर रख दिया। बुधवार को जैसे ही वाशिंग पिट जमींदोज हुई वैसे ही अफसर डैमेज कंट्रोल में जुट गए।
दो सांसदों ने रेलवे बोर्ड को भेजी थी शिकायत
भ्रष्टाचार के खेल में शामिल अफसरों ने इस प्रोजेक्ट को लेकर ऐसे समय में मनमानी की जब सत्ता पक्ष के दो सांसदों रामशकल और पकौड़ी लाल कोल ने जहां रेलवे को पत्र भेज मामले की विजिलेंस जांच कराए जाने की मांग कर रखी थी। वहीं रेलवे के शीर्ष अफसरों की तरफ से कार्य की गुणवत्ता का ख्याल रखने के निर्देश भी अलग से जारी किए गए थे। सूत्रों की मानें तो सांसदों के पत्र का संज्ञान लेते हुए रेलवे बोर्ड की तरफ से जहां विजिलेंस की जांच बैठा दी गई है। वही कार्य से जुड़े अफसर पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश में तेजी से जुट गए हैं।
मैनैज कर लिया गया घटिया ईंट का मामला
कार्य में घटिया क्वालिटी के ईट प्रयोग को लेकर पिछले महीने सामाजिक कार्य कर्ती सावित्री देवी ने भी रेलवे के अफसरों को शिकायत भेजी थी। इसको लेकर वायरल हुए वीडियो में महज एक झटके से ईंट भी टूटती दिखी थी। बावजूद महज 25 हजार की पेनाल्टी लगा मामले को मैनेज कर लिया गया। कहा गया कि घटिया सामग्री मौके से हटा ली गई है लेकिन बुधवार की सुबह जब वाशिंग पिट ध्वस्त होने की जानकारी सामने आई तो हड़कंप मच गया। पहले तो संबंधित अफसरों ने अनभिज्ञता जताई बाद में कहा गया कि बीच में दरार आ गई थी इसलिए उसे ढहवा दिया गया। ढहे भाग पर किसी के आसानी से नजर न पड़ने पाए इसके लिए ध्वस्त हुए भाग को प्लास्टिक की तिरपाल डालकर ढंक दिया गया।
क्या बोले जिम्मेदार
इस मामले में रेलवे कंस्ट्रक्शन से जुड़े अधिकारी अवधेश शाह से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि बीच में दरार आ गई थी इसलिए उसे ढहवा दिया गया। पहले से निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता वाली सामग्री प्रयोग का मामला संज्ञान में होने के बावजूद, ऐसी स्थिति क्यों आने दी गई, के सवाल पर उनका कहना था कि मामला अधिकारियों के संज्ञान में है। इसको लेकर लिखापढ़ी लिखी जा रही है। जल्द ही इसको लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।