Sonbhadra: कहीं लिंग परीक्षण तो कहीं भ्रूण हत्या की मिली शिकायत, चार अस्पताल-डायग्नोस्टिग सेंटर सील
Sonbhadra News Today: लड़का-लड़की में भेद न करने और सेक्स रेशियो बनाए रखने के लिए लिंग परीक्षण या भ्रूण हत्या पर पाबंदी के बावजूद, कुछ कथित अस्पताल और डायग्नोस्टिर संचालक इस घिनौने खेल में संलिप्तता बनाए हुए हैं।
Sonbhadra News: लड़का-लड़की में भेद न करने और सेक्स रेशियो बनाए रखने के लिए लिंग परीक्षण या भ्रूण हत्या पर पाबंदी के बावजूद, कुछ कथित अस्पताल और डायग्नोस्टिर संचालक इस घिनौने खेल में संलिप्तता बनाए हुए हैं। डीएम के निर्देश के क्रम में एसडीएम रमेश कुमार और प्राइवेट चिकित्सालयों के नोडल डा. गुरूप्रसाद रविवार को रामगढ़ इलाके में पहुंचे तो वहां के हालात देख दंग रह गए। कहीं लिंग परीक्षण की शिकायत मिली तो कहीं भू्रण हत्या की।
बगैर चिकित्सक के मरीजों का उपचार होता पाया गया। बगैर पंजीयन पैथलाजी संचालन के साथ ही, वहां सीबीसी व आटो एनलाइजर मशीन का किया जाता प्रयोग हैरत में डालने वाला रहा। फिलहाल तीन अस्पतालों और एक डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करने के साथ ही, नोटिस जारी की गई है।
पैथालाजी सेंटर को भी नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। एसडीएम और नोडल की अगुवाई वाली टीम की तरफ से देर तक चली औचक निरीक्षण के कार्रवाई के चलते जहां रामगढ़ क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
वहीं मुन्नू सिंह सुपर मार्केट रामगढ़ में संचालित डायग्नोस्टिक सेेंटर में जहां लिंग परीक्षण की शिकायत मिली। वहीं मौके पर बगैर किसी चिकित्सक-रेडियोलाजिस्ट के मौजूदगी के, अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड किया जाता पाया गया। इस पर पूरे डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करते हुए नोटिस जारी की गई।इसी तरह मेन रोड रामगढ़ स्थित साईंनाथ पाली हास्पीटल में बगैर किसी चिकित्सक, बगैर किसी पैरामेडिकल स्टाफ के ही एक बच्चे को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। इलाज करने वाला भी अप्रशिक्षित था।
जांच में भ्रूण गिराने वाली इस्तेमाल की गई पाई गई। इस पर पूरे अस्पताल को सील कर ताला जड़ा गया और नोटिस जारी की गई। राजाजी रोड रामगढ़ स्थित सदगुरू हास्पीटल और चतरा ब्लाक रोड स्थित साईंनाथ हास्पीटल में निरीक्षण के दौरान किसी भी चिकित्सक की मौजूदगी नहीं पाई गई। इस पर ओपीडी और ओटी पर ताला जड़ते हुए नोटिस जारी करने की कार्रवाई की गई। यहां के बाद टीम खलियारी, नगवां में संचालित साधना पैथालाजी पर पहुंची। जांच में जहां बगैर किसी पंजीयन के ही पैथालाजी का संचालन पाया गया।
वहीं मौके पर सीबीसी और आटो अनलायजर मशीन का इस्तेमाल होता पाया गया। इस पर पैथालाजी संचालक को नोटिस कर जवाब मांगा गया। सेलफोन पर नोडल डा. गुरूप्रसाद ने बताया कि एसडीएम सदर रमेश कुमार को साथ लेकर चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान एक अस्पताल और एक डायग्नोस्टिक सेंटर को पूरी तरह सील करने की कार्रवाई की गई है। वहीं दो अस्पतालों को ओटी और ओपीडी सील की गई है।
बगैर पंजीयन पैथालाजी संचालन पर भी कार्रवाई हुई है। सभी के संचालकों को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है। ऐसा न करने पर एफआईआर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।