Sonbhadra: पहाड़ियों पर धड़ल्ले से पत्थरों का अवैध खनन, DM ने CDO को रिपोर्ट भेजने के दिए निर्देश

Sonbhadra News: घोरावल तहसील के बंधा, बरौली, गुरवल, पडवनिया आदि इलाकों से सटी पहाड़ियों पर धड़ल्ले से पत्थरों का अवैध खनन जारी है।

Update: 2022-09-12 12:44 GMT

पत्थरों का अवैध खनन

Sonbhadra News: घोरावल तहसील के बंधा, बरौली, गुरवल, पडवनिया आदि इलाकों से सटी पहाड़ियों पर धड़ल्ले से पत्थरों का अवैध खनन जारी है। ग्रामीणों का आरोप है कि घोरावल और करमा ब्लाक क्षेत्र (Ghorawal and Karma Block Areas) के ग्राम पंचायतों में अवैध खनन वाले पत्थरों का, विकास कार्यों में जमकर उपयोग किया जा रहा है। गलत तरीके से बिल डाला-सुकृत-मड़िहान ग्रिड का लगाकर, कार्य की गुणवत्ता से खिलवाड़ के साथ ही, सरकारी धन की बंदरबांट कर ली जा रही है।

ग्रामीणों की तरफ से डीएम से की शिकायत

ग्रामीणों की तरफ से इसकी शिकायत डीएम से की गई है और इसमें पूर्व में ग्राम पंचायतों में बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर का काम कर चुके और वर्तमान में प्रधान की जिम्मेदारी संभाले रहे एक व्यक्ति पर सीधे आरोप लगाया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम चंद्रविजय सिंह ने प्रकरण की जांच सीडीओ सौरभ गंगवार को सौंप दी है।


बताते चलें कि घोरावल तहसील की एक बड़ी एरिया मध्य प्रदेश की सीमा से सटी होने के कारण, इस एरिया में सोन नदी से बालू का अवैध खनन और परिवहन वर्षों से जारी है। रात कौन कहे, दिन में भी दर्जनों बालू के टीपर सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं। इसमें हस्तक्षेप पर घोरावल थाने के एक पूर्व प्रभारी निरीक्षक को, एक अधिकारी की नाराजगी और उस अधिकारी के चलते विभागीय बैड इंट्री तक का सामना करना पड़ा था।


तहसील क्षेत्र में पत्थरों के अवेध खनन का बड़ा सिंडीकेट सक्रिय

इसी तरह तहसील क्षेत्र के आधे से अधिक हिस्से में जंगल-पहाड़ आबाद हैं। घोरावल क्षेत्र की एरिया मध्यप्रदेश से सटी होने तथा इसकी सीमा मिर्जापुर से लगने के कारण, जिले के अधिकारियों की इस तरह, विशेष मसलों पर ही नजर पड़ती है। इसके चलते बालू के साथ ही, तहसील क्षेत्र में पत्थरों के अवेध खनन का भी एक बड़ा सिंडीकेट सक्रिय है। ग्रामीणों की मानें तो पहले बंधा, बरौली और गुरवल की पहाड़ियों पर छेनी-हथौड़ों की आवाज सुबह या देर शाम सुनाई देती थी, लेकिन अब पूरे दिन यहां बगैर रोकटोक पत्थर का खनन जारी है। मौके पर हो रहा खनन पकड़ में न आए, इसके लिए इसमें संलिप्त सिंडीकेट, पत्थरों की तुड़ाई के साथ ही, उसकी ढुलाई पर करवा ले रहा है।


डीएम ने सीडीओ को मामले की जांच

ग्रामीणों पर यकीन करें तो पहाड़ियों पर तुड़ाई कर निकाले जाने वाले बोल्डर और बनाई जाने वाली गिट्टी की आपूर्ति सीधे ग्राम पंचायतों में कर दी जा रही है। रात के अंधेरे में यह खेल कुछ ज्यादा ही खुले तौर खेला जा रहा है। फिलहाल बरौली के ग्रामीणों की तरफ से की गई शिकायत पर डीएम ने सीडीओ को मामले की जांच करने, इसकी आख्या प्रेषित करने और इससे जुड़े अन्य कार्यों-मामलों की भी जांच कर रिपोर्ट भेजने को कहा है। 

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