Sonbhadra: करंट लगने से संविदा कर्मी लाइनमैन की हुई मौत, रीवा-रांची NH पर परिजनों ने शव रख लगाया जाम

Sonbhadra: जिले की विंढमगंज सीमा में संविदा लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई। वहीं, परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रीवा रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर शव रख कर जाम लगा दिया।

Update: 2022-06-19 17:29 GMT

रीवा-रांची NH पर शव प्रदर्शन करते परिजन। 

Sonbhadra News Today: जिले की विंढमगंज सीमा से सटे झारखंड राज्य के वंशीधर थाना (Vanshidhar Thana) अंतर्गत मकरी गांव में करंट से हुई संविदा लाइनमैन की मौत से खफा परिजनों और ग्रामीणों ने बुधवार की रात बिलासपुर तिराहे पर शव रख एनएच पर जाम लगा दिया। इससे यूपी-झारखंड सीमा (UP-JHARKHAND BORDER) से गुजरे रीवा रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (Rewa Ranchi National Highway) पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। ढाई घंटे से अधिक समय से जाम की स्थिति बनी हुई है। समाचार दिए जाने तक परिजन और ग्रामीण शव के साथ हाईवे पर ही बने हुए थे।

11 हजार वोल्ट की लाइन से करंट लगने से हुई मौत

बताते हैं कि जिले की सीमा से सटे मकरी गांव निवासी अशोक बियार (35) पेशे से संविदा लाइनमैन था। वह क्षेत्र के बीरबल गांव में 11 हजार वोल्ट की लाइन में आए फाल्ट को ठीक करने गया हुआ था। फाल्ट ठीक करते समय जेई से वार्ता कर शटडाउन भी लिया हुआ था। बताते हैं कि फाल्ट ठीक होने की सूचना देने से पहले ही लाइन चालू कर दी गई। इससे वह करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। उपचार के लिए उसे अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।


परिजनों ने मृतक का शव हाईवे पर रखकर लगाया जाम

मौत के लिए विभागीय जिम्मेदारी को लापरवाह ठहराते हुए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए परिवार तथा गांव के लोगों बिलासपुर तिराहे के पास, रात साढ़े 8 बजे के करीब मृतक का शव हाईवे पर रख जाम लगा दिया। रात 10 बजे तक मौके पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी यूपी और झारखंड दोनों राज्यों के सीमा क्षेत्र की पुलिस हालात पर नजर बनाए हुए थी। वही जाम में फंसे लोग भी, रात का वक्त होने के कारण खासे परेशान थे।


दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

क्षेत्रीय अधिकारियों ने समझा-बुझाकर जाम खत्म कराने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। अशोक कुशवाहा, सोनू मौर्या, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नंदगोपाल यादव, बुरबल मुखिया, इंद्रजीत कुशवाहा, ताराचंद यादव, जदयू जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव, राजू प्रकाश बबलू, राजू जायसवाल, धीरज जायसवाल, योगेंद्र विश्वकर्मा, बलराम कुशवाहा आदि का कहना था कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और आश्रितों को मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाए।

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