Sonbhadra : इकरारनामा के बहाने करा ली गई जमीन की रजिस्ट्री, सब रजिस्ट्रार सहित 8 पर धोखाधड़ी की FIR

Sonbhadra: इकरारनामा के बहाने जमीन की रजिस्ट्री कराने के मामले में एसपी डॉ. यशवीर सिंह के निर्देश पर रायपुर पुलिस ने सब रजिस्ट्रार सहित आठ के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है;

Update:2022-09-26 17:46 IST

FIR। (Social Media)

Sonbhadra: रायपुर थाना क्षेत्र (Raipur Police Station Area) के वन बहुआर में मुख्य मार्ग के किनारे स्थित एक भूखंड को धोखाधड़ी कर रजिस्ट्री कराए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित वन बहुआर निवासी दशरथ मुसहर का आरोप है कि उसे इकरारनामा के बहाने सब रजिस्ट्रार दफ्तर लाकर, धोखे से जमीन रजिस्ट्री करा ली गई। उनसे सिर्फ उनके हिस्से की नहीं, मां के हिस्से की भी जमीन लिखवा ली गई। चोरी-छिपे उसका नामांतरण भी करा लिया गया। दशरथ को जब मामले की जानकारी हुई तो उसने एसपी से जाकर गुहार लगाई। एसपी डॉ. यशवीर सिंह (SP Dr. Yashveer Singh)के निर्देश पर रायपुर पुलिस (Raipur Police) ने सब रजिस्ट्रार सहित आठ के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

आरोपियों से जाकर की जमीन वापस करने की मांग तो की गई मारपीट

दशरथ का आरोप है कि इकरारनामा के बहाने उसे और उसके भाइयों को सब रजिस्ट्रार दफ्तर ले जाकर, वन बहुआर में सड़क किनारे स्थित जमीन धोखे से रजिस्ट्री करवा ली गई। उनके साथ, उनके मां के हिस्से वाली भी जमीन लिखवा दी गई। जब उसे धोखाधडी की जानकारी हुई तो गत 19 अगस्त को जाकर उसने बैनामा लेने वाली सावित्री देवी पत्नी राजाराम केशरी सहित अन्य से जमीन वापस करने की गुहार लगाई। निवेदन किया कि उसे इकरारनामा के नाम पर जो 25 हजार दिए गए हैं, वह उन्हें लौटा दे रहा है। पुलिस को दी तहरीर के मुताबिक इससे खफा वहां मौजूद आरोपी पक्ष के लोगों ने उसे पिटाई कर दी। आरोप है कि उसे जातिसूचक शब्दों बोले गए। जमीन वापस न करने की बात कहते हुए, न मानने पर जानमाल की भी धमकी दी गई।

राजस्व कर्मियों के भूमिका की भी पुलिस करेगी जांच

मामले में पुलिस ने सब रजिस्ट्रार के अलावा बैनामा लेने वाली सावित्री, उनके बेटे कन्हैया, संतोष, संजय, वंदे, संदीप निवासी वन बहुआर, धीरज केशरी पुत्र शीतल केशरी निवासी राबर्ट्सगंज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके अलावा अज्ञात में सब रजिस्ट्रार के अन्य कर्मियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। प्रकरण में पीड़ित ने राजस्व कर्मियों पर चोरी छिपे नामांतरण कराने का भी आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि इस मामले में पुलिस राजस्वकर्मियों के भूमिका की भी छानबीन कर सकती है। बता दें कि प्रकरण में धारा 419, 420, 467, 471, 147, 323, 504, 506 आईपीसी और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक सच्चाई जांची जा रही है।

बेटी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर की दो लाख की ठगी

पिपरी थाना क्षेत्र के रेणुकूट निवासी हिण्डाल्कोकर्मी उमेश राम चतुर्वेदी से उनकी बेटी को नौकरी देने के नाम पर दो लाख की ठगी का मामला सामने आया है। प्रकरण में कोर्ट के आदेश पर पिपरी पुलिस ने नारायण गुप्ता निवासी देवपुरा, थाना मड़िहान, जिला मिर्जापुर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी ने उसकी बेटी को एफसीआई में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उससे दो लाख से अधिक की ठगी कर ली गई और इसके बदले एक फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया गया। सच्चाई का पता चलने पर रूपये वापस मांगे तो धमकी दी जाने लगी।

पिता-पुत्र ने उधार के बहाने हड़प लिए 4.30 लाख

हिण्डाल्को कालोनी रेणुकूट निवासी आकाश सिंह ने, दोस्ती की आड़ में 4.30 लाख रुपये उधार के रूप में लेने के बाद उसे हड़पने का आरोप लगाया है। उसकी तहरीर पर पिपरी पुलिस ने हिण्डाल्को कालोनी रेणुकूट के ही निवासी नीरज कुमार और उसके पिता अरविंद कुमार गुप्ता के खिलाफ में अमानत में खयानत सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। 

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