Sonbhadra: कानपुर तक हो रही बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी, पकड़ाई कत्थे के लकड़ी की खेप, तीन गिरफ्तार
UP Latest News : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में मंगलवार को वन विभाग की टीम ने लकड़ी की तस्करी करने वाले तीन तस्करों को बेशकीमती लकड़ियों की भारी खेप के साथ गिरफ्तार किया।
Sonbhadra News : मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड से सटे जंगलों से बेशकीमती लकड़ियों की कटान कर पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक तस्करी की जा रही है। ताजा नेटवर्क कानपुर और फिरोजाबाद से जुड़ा पाया गया है। मंगलवार की सुबह वन विभाग की टीम ने ट्रक पर लाद कर ले जाई जा रही कत्थे की लकड़ी पकड़ी तो सामने आए खुलासे ने हर किसी को हैरत में डाल दिया। तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि एक व्यक्ति भाग निकलने में सफल रहा।
पकड़े गए व्यक्तियों ने सोनभद्र से लेकर कानपुर और फिरोजाबाद तक फैले लकड़ी तस्करी के रैकेट तथा उससे जुड़े कई नामों के बारे में जानकारी दी है। उसके आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी गई है। बताते हैं कि दुद्धी का एक व्यक्ति जहां जिले के रैकेट का संचालन कर रहा है। वहीं, उससे जुड़े अन्य जनपदों के रैकेट के लोग, सोनभद्र के जंगलों में काटी जाने वाली लकड़ियों को विभिन्न माध्यमों से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाकर खपा रहे हैं।
ऐसे पकड़ में आया मामला
मंगलवार की भोर में वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली कि क्षेत्र के और फिरोजाबाद के कुछ लोगों ने म्योरपुर रेंज के काशीकुड़ इलाके में कथ्य की लकड़ियों की अवैध कटान करा रखी है और फिरोजाबाद के नंबर वाली ट्रक के जरिए उसे ले जाया जा रहा है। मिली जानकारी के आधार पर वन विभाग की एक टीम बताए गए रूट पर आने जाने वाले वाहनों की निगरानी में लग गई। बताते हैं कि कुछ देर बाद फिरोजाबाद के नंबर वाला एक ट्रक जंगल की तरफ से आता दिखाई दियख। उसे रोक कर देखा गया तो पीछे कत्थे की लकड़ी लदी हुई थी। वाहन चालक और उस पर बैठे लोग लकड़ी के बारे में कोई कागजात नहीं दिखा पाए।
वन कर्मियों की सख्ती बढ़ती देख वहां मौजूद एक व्यक्ति, जिसका नाम शिवकुमार पुत्र बलियारी निवासी काशीकुड़ बताया जा रहा है, जंगल के रास्ते भाग निकला। जबकि धरमप्रकाश (25) पुत्र नान्हक निवासी काशीकुड़, फ़ाहिम (30) पुत्र तस्लीम निवासी फिरोजाबाद, निजामुद्दीन (45) पुत्र अलीशेक निवासी फिरोजाबाद को पकड़कर वाहन समेत म्योरपुर रेंज कार्यालय ले आ गया। वहां पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह लकड़ी मिर्जापुर तक ले जाई जानी थी। वहां से दूसरे ट्रक और वहां इसको लेकर तैयार किए गए कागजात के आधार पर कानपुर ले जा जाना था। शिवकुमार ने ट्रक वाले को मिर्जापुर तक लकड़ी पहुंचाने के बदले 11000 रुपये दिए जाने का वायदा किया था।
मामले पर वन अधिकारी का बयान
वन क्षेत्राधिकारी शहजादा इसलामुद्दीन ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है। फरार शिवकुमार और उसके अन्य साथियों के बारे में पता किया जा रहा है। मामले में भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 5/27, 41, 42 के तहत कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई करने वाली टीम में वन क्षेत्राधिकारी के अलावा वनकर्मी शिव कुमार यादव, विजेंद्र सिंह, गोविंद कुमार, सर्वेश यादव, चंद्रभान, सतेंद्र कुमार सिंह, ओम प्रकाश जायसवाल, विद्या पांडेय आदि शामिल रहे।