Sonbhadra News: ग्राम पंचायतों को सुदृढ़ और सशक्त बनाने से आएगा ग्राम स्वराज्य!

Sonbhadra News: बनवासी सेवा आश्रम में दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन में क्षेत्र की समस्याओं पर बृहद चर्चा हुई।

Update:2022-11-06 18:25 IST

सोनभद्र में ग्राम स्वराज्य सम्मेलन। 

Sonbhadra News: बनवासी सेवा आश्रम (Banavasi Seva Ashram) में दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन (Two day Gram Swarajya Sammelan) में क्षेत्र की समस्याओं पर बृहद चर्चा हुई। सामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम गोविंदपुर के विचित्रा महा कक्ष में रविवार को दो दिवसीय ग्राम स्वराज्य सम्मेलन का उद्घाटन आश्रम के अध्यक्ष अजय शेखर और पहले सत्र के मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रो. आलोक कुमार पाण्डेय (BHU Prof. Alok Kumar Pandey) आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।

''पंचायतों को सुदृढ़ और सशक्त बनाने से ही ग्राम स्वराज्य की नींव मजबूत होगी''

मुख्य अतिथि प्रो. पांडेय ने कहा कि पंचायतों को सुदृढ़ और सशक्त बनाने से ही ग्राम स्वराज्य की नींव मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि वैदिक काल में भी गावों के मजबूती के लिए सहभागिता की बात कही गई है। भारत की पहचान गावों की व्यवस्था और संस्कृति के रूप में है, और मंगोल काल के पहले तक गांव स्वावलंबी थे।


पंचायतों को 29 कार्य करने की जिम्मेदारी है: पाण्डेय

मंगोल काल से लेकर अंग्रेजों के शासन काल में जागीरदारी और जमींदारी से गांव बिखरते गए। गांधीजी ने ग्राम स्वराज्य की बात की और बनवासी सेवा आश्रम क्षेत्र में लोगों को स्वावलंबी, बनाने के साथ विकास और रोजगार के साथ लोगों के प्रतिभा निखार का काम कर रहा है। पाण्डेय ने कहा कि पंचायतों को 29 कार्य करने की जिमेवारी है। जिसमें शिक्षा स्वास्थ्य,पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय संसाधनों के बल पर रोजगार तकनीकी ज्ञान से खड़े किए जा सकते है।


सोनभद्र सिंगरौली में प्रदूषण की समस्या गंभीर रूप ले चुकी: वसुधा

हेजार्ड सेंटर दिल्ली की पर्यावरण वैज्ञानिक वसुधा ने कहा की सोनभद्र सिंगरौली में प्रदूषण की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। यहां के हालात दिल्ली से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि कोयला जलाने से निकले सूक्ष्म धूल कण से मनुष्य के फेफड़े प्रभावित हो रहे है और लोगो में काम करने की क्षमता घट रही है। आकलन में पाया गया की एक परिवार में अब तक 35 लाख का आर्थिक नुकसान फेफड़ों में आई कमजोरी से हो रहा है। वसुधा ने कहा की वायु और जल प्रदूषण पर रोक के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।


''शुद्ध पानी के प्रयोग से यूरीन में फ्लोराइड की मात्रा में कमी आई''

डा. विभा प्रेम और प्रमोद शर्मा ने आश्रम द्वारा किए गए फ्लोरोसिस कम करने के प्रयोग की जानकारी दी और बताया कि शुद्ध पानी के प्रयोग से यूरीन में फ्लोराइड की मात्रा में कमी आई है। बताया कि गांव में 52 फीसदी दंत फ्लोरोसिस 21 फीसदी हड्डियों सहित 98 फीसदी लोग पीड़ित हैं।आवाहन किया कि लोग सुरक्षित स्रोतों के पानी के साथ हरी साग सब्जी, तिल आदि का प्रयोग करें। जिला पंचायत सदस्य सुषमा सिंह ने कहा की सास्वत जीवन हमारी पहचान होनी चाहिए। उन्होंने नमामि गंगे की हर घर नल जल योजना को रिहन्द जलाशय के बदले कनहर से आपूर्ति की वकालत की। कहा कि कनहर बांध के आसपास उद्योग जाने की योजना बनी तो उसके विरोध में आंदोलन किया किया जाएगा। सम्मेलन में वनाधिकार पर चर्चा हुई और कहा गया कि असली हकदारों को वनाधिकार का पट्टा मिलना चाहिए। शुभा प्रेम ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि एक साथ बैठ कर चर्चा कर के आगे की दिशा तय करनी है।


मौके पर ये रहे मौजूद

मौके पर नीलम सिंह, धुर्वानंद शरण, मनोज महापात्रा,रमेश यादव, नीरा, युद्धेश कुमार, उमेश चौबे, केवला दुबे, प्रदीप सिंह, देवनाथ भाई, सहित उड़ीसा,बेस्ट बंगाल एम पी झारखंड, के साथ झांसी चंदौली, प्रताप गढ़, जौनपुर, लखनऊ ,दिल्ली बेंगलोर, महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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