Sonbhadra: बगैर नंबर वाले ओवरलोड वाहनों ने सरकार को लगाई करोड़ों की चपत, राजस्व को पहुंच रही क्षति

Sonbhadra: बगैर नंबर वाले ओवरलोड वाहनों से चंद महीनों में सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।;

Update:2022-08-31 19:17 IST

लोढ़ी टोल प्लाजा। (Social Media)

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Sonbhadra News Today: बगैर नंबर वाले ओवरलोड वाहनों से चंद महीनों में सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। दावा किया जा रहा है कि यह खेल कुछ महीने से नहीं बल्कि 2020 से ही लगातार खेला जा रहा है। इसको लेकर एक शिकायत भी डीएम के साथ ही मुख्यमंत्री, परिवहन आयुक्त सहित अन्य को भेजी गई है। शिकायत में जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, उसमें यह दावा किया गया है कि सामान्य दिनों में बगैर नंबर और गलत नंबर वाले वाहनों का ओवरलोड संचालन करवाकर महज एक दिन में चार से पांच करोड़ की चपत लगाई गई है। इसके लिए एआरटीओ (ARTO) की भूमिका पर तो सवाल उठाए ही गए हैं। एसीपी टोलवेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से लोढ़ी में संचालित टोल प्लाजा के जिम्मेदारों पर भी सवाल उठाए गए हैं। मसले को लेकर एक शिकायत लोकायुक्त को भी भेजी गई है।

प्रदेश सरकार को लगभग पांच करोड़ के राजस्व की पहुंची क्षति

लोढ़ी टोल प्लाजा (Lodhi Toll Plaza) से पार हुए बगैर नंबर वाले तथा गलत नंबर वाले वाहनों के एक दिन के आंकड़े का जिक्र करते हुए आरोप लगाया गया है कि महज एक दिन के आंकड़े में ही प्रदेश सरकार (State Government) को लगभग पांच करोड़ के राजस्व की क्षति पहुंची। शिकायत में कहा गया है कि यह आंकड़ा सिर्फ लोढ़ी टोल प्लाजा का है। मालोघाट स्थित टोल प्लाजा से होते हुए दुद्धी-रेणुकूट की तरफ निकलने वाले ओवरलोड वाहनों का आंकड़ा जोड़ा जाए तो इसमें और बढ़ोत्तरी सामने आ सकती है।

एक दिन में लोढ़ी टोल प्लाजा से बगैर नंबर और गलत नंबर वाले 1510 ओवरलोड वाहन पार

16 मार्च 2021 को, महज एक दिन में लोढ़ी टोल प्लाजा से बगैर नंबर और गलत नंबर वाले 1510 ओवरलोड वाहनों के पार होने का जिक्र करते हुए बताया गया है कि बगैर परमिट-ओवरलोड वाले वाहनों से 20 हजार रुपये निर्धारित राजस्व और प्रति टन दो हजार रुपये पेनाल्टी वसूलने का प्रावधान है। लोढ़ी टोल प्लाजा पर दर्ज ओवरलोड वाहनों के वजन का हवाला देते हुए, उक्त तिथि को प्रदेश सरकार को चार करोड़ 94 लाख 72 हजार के चपत क दावा किया गया है। आरोप लगाया है कि एआरटीओ पीएस राय (ARTO PS Rai) और लोढ़ी टोल प्लाजा (Lodhi Toll Plaza) के जीएम सहित अन्य जिम्मेदारों की मिलीभगत से यह खेल लंबे समय से खेला जा रहा है। लोढ़ी टोल प्लाजा से पास होने वाले बगैर नंबर और ओवरलोड वाले वाहनों की जानकारी भी प्रशासन को न दिए जाने का आरोप लगाया गया है।

टोला प्लाजा पर सिर्फ पार होने वाले वाहन की काटी जाती है रसीद: मैनेजर

उधर, लोढ़ी टोल प्लाजा मैनेजर सोनू सिंह का सेलफोन पर कहना था कि टोला प्लाजा पर सिर्फ पार होने वाले वाहन की रसीद काटी जाती है, जिस वाहन का नंबर दर्ज नहीं होता है, उसको ए/एफ में दर्ज किया जाता है। अगर वाहन ओवरलोड है, तो उसके हिसाब से टोल शुल्क वसूला जाता है। प्रशासन को इसकी जानकारी न दिए के सवाल पर कहा कि वह इसके लिए बाध्य नहीं है। परिवहन विभाग की ड्यूटी बनती है तो वह इसकी जांच करे।

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