Sonbhadra: घरवालों से पैसे ऐंठने के लिए गढ़ ली अपहरण की झूठी कहानी
Sonbhadra: घरवालों से पैसे ऐंठने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रचने वाले युवक को पुलिस ने वाराणसी से बरामद कर लिया है। पुलिस ने युवक को सकुशल परिजनों के हवाले कर दिया है।;
Sonbhadra: शक्तिनगर थाना (shaktinagar police station) अंतर्गत बीना पुलिस चैकी क्षेत्र के कोहरौल निवासी एक युवक ने परिवार वालों से रुपए उठने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़कर खलबली मचा दी। उसकी सलामती को लेकर परिवार के लोग और पुलिस की टीम पूरी रात हलकान रहे। बीच-बीच में आन होते उसके मोबाइल से मिलते लोकेशन के आधार पर उसकी जगह-जगह तलाश की जाती रही। आखिरकार रविवार की सुबह उसे वाराणसी में टहलती हालत में बरामद कर लिया गया। उसके बाद भी उसने पुलिस को घंटों अपनी अपहरण की कहानी में उलझाए रखा। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने दोपहर बाद जाकर, पूरी सच्चाई उगल दी। हालांकि पुलिस ने परिवार वालों के अनुरोध पर उसके खिलाफ बगैर किसी कार्रवाई के, उसे उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया। इसको लेकर जिले में देर तक चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
पिता ने दी पुलिस को अगवा किए जाने की सूचना तो मच गया हड़कंप
शनिवार की रात आठ बजे के करीब कोहरौल निवासी संतोष सिंह ने बीना पुलिस चौकी पहुंचकर तहरीर दी कि उनका 24 वर्षीय पुत्र सूरज सिंह सुबह 11 बजे अनपरा के कहुआ नाला बस्ती स्थित आईटीआई कालेज के लिए निकला था लेकिन अब तक वह घर नहीं लौटा है। शाम तक न लौटने पर उसकी खोजबीन भी की गई लेकिन उसका कोई पता नहीं चल रहा है। उसका मोबाइल स्वीच्ड आफ आ रहा। सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने सबसे पहले मोबाइल का लोकेशन तलाशना शुरू किया। पता चला कि मोबाइल कुछ घंटे पहले ही स्वीच आफ किया गया है। उसके आधार पर लोकेशन की जानकारी की गई तो पता चला कि आफ होते समय, मोबाइल वाराणसी के रामनगर के इर्द-गिर्द मूवमेंट में था। अभी पुलिस इसको लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई थी, तभी रात 11 बजे के करीब फिर से मोबाइल आन हो गया। पुलिस ने ट्रेस किया तो लोकेशन वाराणसी के लंका के आस-पास का मिला। इसके आधार पर पुलिस टीम आगे बढ़ती, फिर से स्वीच आफ कर दिया गया। काफी इंतजार के बाद भी जब मोबाइल आन नहीं हुआ तो पुलिस की टीम परिवार के लोगों को साथ लेकर वाराणसी के लिए लेकर निकल पड़ी।
घंटों खंगाली होटलों की खाक
वाराणसी के लंका पहुंचने के बाद टीम ने, उस एरिया में स्थित होटलों को भोर के चार बजे से ही खंगालना शुरू कर दिया। ढाई घंटे से अधिक समय की मशक्कत के बाद भी कोई कामयाबी नहीं मिली तो टीम को लगा कि खाली हाथ लौटना पड़ेगा लेकिन अचानक से सात बजे के करीब मोबाइल का लोकेशन मिलना शुरू हो गया। इस आधार पर टीम जैसे ही बीएचयू गेट के पास चौराहे पर पहुंची, वहां अपहृत बताया जा रहा युवक टहलती स्थिति में किसी से फोन पर बात करता मिला।
परिजनों की पहचान पर जब पुलिस ने उसे अपने अभिरक्षा में लिया तो उसने तीन किमी दूर से दौड़कर वहां से पहुंचने की जानकारी ली। ब्लैक कलर की स्कार्पियों में सवार लोगों द्वारा अपहरण करने और उसे बेहोश कर वाराणसी लाने की जानकारी दी जाती रही लेकिन जानकारी देने के दौरान उसकी हकलाहट देख पुलिस को शक हो गया। रात में फोन से लोगों से वार्ता होने को लेकर भी पुलिस, युवक से पूछताछ में जुटी रही। पहले तो युवक अपनी कहानी पर अड़ा रहा लेकिन बीना आने के बाद, पुलिस ने जैसे ही सख्ती बरतनी शुरू की, उसने घरवालों से रुपये ऐंठने के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ने की कहानी उगल दी।
युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया: चौकी इंचार्ज
बीना चौकी इंचार्ज शशिभूषण यादव ने सेलफोन पर बताया कि युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया है। अपहरण की कहानी झूठी निकली है। आवश्यक औपचारिकताओं की पूर्ति करते हुए, उसे उसके परिवार वालों को सुपुर्द कर दिया गया है।