Sonbhadra: पंचायत सचिवालय बनेंगे शिकायत समाधान केंद्र, प्रत्येक सोमवार को होगा ग्राम समाधान दिवस
Sonbhadra: सरकार जनता के द्वार योजना के तहत सोनभद्र में डीएम चंद्र विजय सिंह की तरफ से ग्राम पंचायत सचिवालयों को शिकायत समाधान केंद्र बनाने को लेकर एक अनोखी पहल शुरू की गई है।;
बैठक करते हुए डीएम चंद्रविजय सिंह।
Sonbhadra News Today: सरकार जनता के द्वार योजना के तहत सोनभद्र में डीएम चंद्र विजय सिंह (DM Chandra Vijay Singh) की तरफ से ग्राम पंचायत सचिवालयों को शिकायत समाधान केंद्र (complaint resolution center) बनाने को लेकर एक अनोखी पहल शुरू की गई है। 629 ग्राम पंचायतों वाले सोनभद्र में रोस्टरवार प्रत्येक सोमवार 80 ग्राम पंचायतों में ग्राम समाधान दिवस (Village Solution Day) का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम समाधान दिवस में एक नोडल अधिकारी और संबंधित विभागों से जुड़े़-अधिकारी-कर्मी की मौजूदगी बनी रहेगी। इसको लेकर 29 अगस्त यानी आने वाले सोमवार को सदर ब्लाक के बिठगांव निस्फ (सिरपालपुर) में ग्राम समाधान दिवस का आयोजन कर, इसकी पूरी रूपरेखा बनाए जाने का निर्णय लिया गया है जिसमें डीएम चंद्रविजय सिंह के साथ, सीडीओ सौरभ गंगवार (CDO Saurabh Gangwar) सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी बनी रहेगी।
गांव स्तर से ज्यादा मामले निपटे
ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्व, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, स्वास्थ्य, राशन, आंगनवाड़ी, शिक्षा इत्यादि से जुड़ी समस्याएं ज्यादा रहती हैं। अगर इन समस्याओं को ग्राम पंचायत सचिवालय स्तर पर ही निस्तारित करा दिया जाए तो विकास खंड, तहसील और जनपद स्तर पर पहुंचने वाली शिकायतें और इसके लिए लोगों को अनावश्यक भागदौड़़ से खुद ब खुद मुक्ति मिल जाएंगी। वहीं ऐसी समस्याएं जिनका निस्तारण ग्राम पंचायत स्तर पर संभव नहीं हैं या संबंधित व्यक्ति से निस्तारण से संतुष्ट नहीं है। वह ब्लाक, तहसील और जिले पर पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेगा और उसका निस्तारण भी अच्छी गुणवत्ता के साथ हो सकेगा।
इस तरह से कराया जाएगा शिकायतों का निस्तारण
एक ग्राम पंचायत सचिव के पास अगर छह ग्राम पंचायत है तो पहले सोमवार को कलस्टर के पहले ग्राम पंचायत में, दूसरे सोमवार को कलस्टर के दूसरी ग्राम पंचायत में, इसी प्रकार क्रमशः अगली ग्राम पंचायत में रोस्टर के अनुसार सुबह 10 से 12 बजे तक ग्राम समाधान दिवस (Village Solution Day) का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीणों को समय से इसकी जानकारी दी और ग्राम पंचायत सचिवालय पर भी इसका अंकन विभाग जाएगा। सुनवाई के दौरान ग्राम पंचायत अधिकारी, आशा, एएनएम, कोटेदार, गांव में स्थित विद्यालय के प्रधानाचार्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती की उपस्थिति अनिवार्य रहेगी। ग्राम पंचायत में एक शिकायत रजिस्टर भी बनाया जायेगा, जिसमें शिकायत के साथ ही उसके निस्तारण का जिक्र होगा। जो शिकायतें ग्राम पंचायत स्तर पर निस्तारण नहीं रहेंगी, उसे प्रधान के पैड पर प्रधान और संबंधित ग्राम पंचायत अधिकारी के संयुक्त हस्ताक्षर से विकास खंड, तहसील और जिला स्तर पर प्रेषित कर दिया जाएगा। दिवस का आयोजन और शिकायतों का निस्तारण दोनों गुणवत्तापूर्ण रहे, इसके लिए नोडल अधिकारी तैनात किए जाएंगे।
इन मसलों के निस्तारण पर रहेगा खासा फोकस
ग्राम पंचायत से जुड़ी ऐसी कोई भी शिकायत जो जनसुनवाई, मुख्य मंत्री पोर्टल, जिलाधिकारी पोर्टल पर पड़ी हो, ग्रामीणों के आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र तथा वरासत से संबंधित प्रकरण, आयुष्मान कार्ड से जुड़े मसले, राशन से संबंधित शिकायतें, स्कूल के पठन-पाठन, एमडीएम से संबंधित शिकायतें, आंगनवाड़ी से संबंधित शिकायतों का निबटारा किया जाएगा। का निस्तारण किया जाएगा। ग्रामीण इस दौरान परिवार रजिस्टर की नकल, मृत्यु रजिस्टर की नकल, कुटुंब रजिस्टर की नकल, हैंड पंप मरम्मत, मनरेगा के मजदूरी का भुगतान, ग्राम पंचायत से संबंधित अन्य शिकायतों का निस्तारण करा सकेंगे। बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ के तहत सुमंगला का फार्म भी भरवाया जाएगा।
गांव स्तर पर समस्याओं का निस्तारण है उद्देश्यः डीएम
डीएम चंद्रविजय सिंह (DM Chandravijay Singh) के मुताबिक आयोजन का उद्देश्य ग्राम पंचायत स्तर पर ही ग्राम स्तरीय समस्याओं का निस्तारण, ग्रामीणों को ब्लॉक, तहसील, जिला स्तर पर अनावश्यक भाग दौड़, व्यय से बचत, सोनभद्र की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए, जनसामान्य तक सुविधाओं की कारगर पहुंच सुनिश्चित कराना है।