Sonbhadra News: डीएम की बैड इंट्री, सीएम की सख्ती, मंत्री का निर्देश, फिर भी कीचड से सनी सड़क

Sonbhadra News: पाइपलाइन बिछाने के तिलए गत अप्रैल-मई माह में, वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के फ्लाईओवर से जुड़े मुख्यालय स्थित साइड लाइन के मध्य से खुदाई कर दी गई थी।

Update: 2024-09-04 13:11 GMT

खराब सड़क (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: नमामि गंगे के तहत हर घर नल जल योजना के तहत बिछाई जा रही पाइपलाइन जिले के कई हिस्सों में सड़कों की खस्ताहाली का कारण बन गई है। दूसरे जगहों की छोड़ दें तो जिला मुख्यालय स्थित राबटर्सगंज शहर से गुजरे वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग स्थित फ्लाईओवर की साइड लेन, पिछले चार माह से आवागमन में दुश्वारी का सबब बनी हुई है। इस सड़क की स्थिति को लेकर जहां डीएम एक्सईएन जल निगम को बैड इंट्री दे चुके हैं। वहीं, माह भर पूर्व दौरे पर आए प्रभारी मंत्री रवींद्र जायसवाल ने भी टेक्निकल टीम गठित कर जांच कराने और सड़क दुरूस्त कराने के निर्देश दिए। पाइपाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई के बाद खराब हुई सड़क को दुरूस्त करने को लेकर सीएम की तरफ से भी लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। प्रमुख सचिव भी ऐसी सड़कों को लेकर फटकार लगा चुके हैं। बावजूद, मुख्यालय पर आवागमन में दुश्वारी का यह दंश समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा।

मई माह में हुई खुदाई का दंश अब तक बरकरार

नमामि गंगे की हर घर नल योजना के तहत, पाइपलाइन बिछाने के तिलए गत अप्रैल-मई माह में, वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग के फ्लाईओवर से जुड़े मुख्यालय स्थित साइड लाइन के मध्य से खुदाई कर दी गई थी। खुदाई के साथ ही, सड़क की मरम्मत का प्रावधान होने के बावजूद, पहले पूरी सड़क उबड़-खाबड़ हाल में छोड़ दी गई। सड़क दुरूस्त न किए जाने के चलते, बारिश के समय नारकीय स्थिति को संभावना को देखते हुए तत्कालीन डीएम चंद्रविजय सिंह की तरफ से कई निर्देश दिए गए। बावजूद सड़क नहीं बनी तो उन्होंने जिले में नमामि गंगे के नोडल एक्सईएन को बैड इंट्री केे साथ ही, शासन को भी पत्राचार के जरिए वस्तुस्थिति की जानकारी दी।

सड़क पेंटिंग की खानापूर्ति कर भूल गए जिम्मेदार

इसके बाद, सड़क की खोदी गई मिट्टी को जैसे-तैसे पाटकर सामान्य पेंटिंग की कोरमपूर्ति कर ली गई परिणाम यह हुआ कि महज सप्ताह बाद ही पूरी सड़क पुरानी स्थिति पहुंच गई। गिट्टियां जहां उखडकर छिटकने लगीं, वहीं, जगह-जगह जल जमाव की स्थिति ने, मार्ग से आवागमन करने वाले हजारों लोगों को परेशान करके रख दिया है। मौजूदा हालत यह है कि पूरी सड़क टूटी हाल में पड़ी है, लेकिन यह दुरूस्त कब तक होगी, यह बताने वाला कोई नहीं है।

व्यापार मंडल की नाराजगी का भी नहीं पड़ा फर्क

सड़क की हालत को लेकर जहां पिछले दिनों व्यापारियों की तरफ से उद्योग बंधु की बैठक के दौरान, सड़क की खराब स्थिति से अवगत कराया गया था और हो रही परेशानियों पर रोष भी जताया गया था। साथ ही प्रभारी मंत्री रवींद्र जायसवाल ने डीएम को मामले का त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा था। गत मंगलवार को लखनऊ में ली गई बैठक में प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव की तरफ से, कार्य से जुड़़े कर्ता-धर्ताओं को फटकार लगाते हुए पाइपलाइन के लिए खोदी की गई सड़कों की हालत पर नाराजगी जताई है और ऐसी सडकों को अविलंब दुरूस्त करने के लिए कहा गया है। बावजूद, जिला मुख्यालय स्थित साइड लेन की स्थिति दुरूस्त हो पाएगी या नहीं? मौजूदा हालात को देखते हुए, इस पर अभी कुछ भी कह पाना मुश्किल हो गया है। मामले को लेकर एक्सईएन जल निगम से फोन के जरिए कई बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।

उपसा की तरफ से भी चुप्पी को लेकर चर्चाएं

बताते चलें कि हाइवे से जुड़ी साइड लेन का क्षेत्राधिकार वर्तमान में उपसा के पास है। इस सड़क के मरम्मत, देखरेख के नाम पर एसीपी टोलवेज लिमिटेड की तरफ से मुख्यालय क्षेत्र के लोढ़ी में टोल प्लाजा स्थापित कर, हाइवे से गुजरने वाले सड़कों से गुजरने वाले वाहनों से रोजाना लाखों रूपये टोल शुल्क के रूप में वसूले भी जा रहे हैं। बावजूद, सड़क की खराब हालत और आवागमन करने वालों की हो रही दुर्दशा पर किसी की भी नजर न पड़ पाना चर्चा का विषय बना हुआ है। 

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