Sonbhadra News: सोनभद्र में भयानक बाढ़ का अलर्ट, डीएम ने की ये अपील

Sonbhadra News: 18 घंटे तक हुई लगातार बारिश के चलते सोनभद्र के नदी नालों में जहां जबरदस्त उफान की स्थिति बनी हुई है। वहीं लगातार जलस्तर के बढ़ते दबाव के कारण एक बार फिर से धंधरौल के सभी 22 फाटक खोल दिए गए हैं।

Update:2024-09-17 19:38 IST

Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: 18 घंटे तक हुई लगातार बारिश के चलते सोनभद्र के नदी नालों में जहां जबरदस्त उफान की स्थिति बनी हुई है। वहीं लगातार जलस्तर के बढ़ते दबाव के कारण एक बार फिर से धंधरौल के सभी 22 फाटक खोल दिए गए हैं। नगवां डैम के भी सभी नौ फाटकों से पानी बहाए जाने का क्रम जारी है। जलस्तर बढ़ने से ओबरा बांध के भी पांच फाटक खोल दिए गए हैं। रिहंद डैम का भी जलस्तर अधिकतम निशान 872 फीट के करीब पहुंच गया है। इससे यहां भी किसी वक्त गेट खोले जाने की स्थिति बनी हुई है।

कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक नगवां बांध का जलस्तर सोमवार की रात हुई मजे की बारिश के दौरान ही अधिकतम निशान के करीब पहुंच गया। स्थिति को देखते हुए यहां के सभी नौ गेट खोलकर 30,000 क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है। वही धंधरौल बांध में, 24 घंटे के भीतर दूसरी बार जलस्तर का दबाव खासा बढ़ गया। इसको देखते हुए बांध के सभी 12 फाटक खोलकर 15,000 क्यूसेक पानी बहाए जाने का क्रम जारी था।

उधर, तेज बारिश के चलते मंगलवार को ओबरा बांध का जल स्तर 193.25 फ़ीट तक पहुंच गया। इसके चलते ओबरा बांध के गेट नंबर सात, आठ और 9 को 10-10 फीट, गेट नंबर छह व 10 को पांच-पांच फीट खोलकर 45 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है। इसके अलावा जल विद्युत की 33 मेगावाट मेगावाट क्षमता की तीनों इकाइयों को पूरी क्षमता के साथ चलाकर 88 मेगावाट बिजली उत्पादन लिया जा रहा है।

उधर, रिहंद बांध में भी लगातार जलस्तर का दबाव बना हुआ था। सुबह 869.5 फीट पर रहा जलस्तर शाम होते-होते 871.5 फीट पर पहुंच गया। स्थिति को देखते हुए रिहंद जल विद्युत गृह स्थित 50-50 मेगावाट क्षमता वाली सभी छह इकाइयों से लगातार विद्युत उत्पादन लिए जाने का क्रम जारी था। इसके जरिए लगभग 18,000 क्यूसेक पानी भी डिस्चार्ज किया जा रहा था। हालात को देखते हुए यहां भी किसी वक्त गेट खोलने की स्थिति बनी हुई थी।

टूट कर बह गया नयनदह नदी पुल का साइड वॉल

उधर नगवां ब्लॉक के देवहार से ग्राम दरेव के लिए जाने वाले मेन रोड पर नयनदह नदी स्थित पुल का साइड वॉल टूटकर बह गया। इससे इस मार्ग से आवागमन करने वालों के सामने भी दिक्कत की स्थिति बन गई है। ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ की साइड वाल यानी पत्थर की दिवाल टूट गयी है। दूसरी तरफ भी टूटने की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना था की साइड वालों और पुलिया दोनों का निर्माण इसी वर्ष हुआ था लेकिन कार्य में मानकों की अनदेखी के कारण पुल का साइड वॉल पहले सीजन की भी बारिश नहीं झेल पाया।

हालात को देखते हुए पूरे जिले में अलर्ट

हालात को देखते हुए जहां पूरे जिले में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है। वहीं जिलाधिकारी ने लोगों से कहीं किसी तरह की आपात स्थिति बनने या जनधन-पशुधन के क्षति की दशा में सूचना देने की अपील की है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सभी उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देशित किया है कि नदी/नालों एवं बांधों में जल स्तर में काफी वृद्धि हुई है। इसके चलते गांवों के आस'पास जल भराव की संभावना बनी हुई है। इसको देखते हुए तहसील क्षेत्रों में अधिकारी एवं कर्मचारी मौके की जांच कर जनहानि, पशु हानि एंव मकान क्षति आदि से संबंधित सूचना आपदा कार्यालय को तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही तहसील स्तर पर बनाई गई सभी बाढ़ चौकियों एवं अन्य सुरक्षा के उपायों नाव/नाविकों को अलर्ट रखें।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य को निर्देशित करते हुए कहा कि भारी बरसात के कारण आवासीय विद्यालयों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसको देखते हुए जरूरी उपाय अमल में लाएं और ग्रामीणों को नदी नालों के करीब ना जाने के लिए अलर्ट करते रहें।

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