Sonbhadra News: खरीद में बड़ा घोटाला, गरीबों के निवाले पर डाका, उचित दर दुकानों में मिट्टी मिला गेहूं
Sonbhadra News Today: बताते हैं कि जिले के सभी ब्लाकों में उचित दर दुकानों पर कार्डधारकों में वितरण के लिए मिट्टी मिश्रित गेहूं पहुंचने से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
Sonbhadra News Today: जिले के मंडी परिसर स्थित पीएसयू क्रय केंद्र पर की गई गेहूं खरीद में 721 कुंतल गेहूं के घपलेबाजी का मसला अभी शांत भी नहीं हो पाया था कि जिले की उचित दर दुकानों पर मिट्टी मिला गेहूं पहुंचने से हड़कंप मच गया है। इसको लेकर जगह-जगह कोटेदारों-कार्डधारकों के बीच नोंकझोंक की भी स्थिति सामने आ रही है। इसको देखते हुए, सरकारी क्रय केंद्रों पर की गई गेहूं खरीद में बड़े घपलेबाजी की आशंका जताते हुए, व्यापक स्तर पर मामले की जांच और कार्रवाई की मांग उठाई जाने लगी है।
बताते हैं कि जिले के सभी ब्लाकों में उचित दर दुकानों पर कार्डधारकों में वितरण के लिए मिट्टी मिश्रित गेहूं पहुंचने से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। बताते हैं कि घपलेबाजी का शिकार हुई सितंबर माह की यह आपूर्ति सिर्फ कार्डधारकों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यहीं मिट्टी मिश्रित गेहूं, विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के लिए भी पहुंच रहा है। हो-हल्ला होने पर पूर्ति विभाग के लोग, मिट्टी मिश्रित गेहूं को वापस करवा रहे हैं। बावजूद, तमाम कार्डधारक ऐसे हैं, जो गेहूं खरीद और आपूर्ति के बीच की गई घपलेबाजी का शिकार हो चुके हैं।
जिले में कई जगह सामने आया मुखर विरोध
जिले में शुक्रवार को इसको लेकर असनहर, संवरा, घघरी, बभनी, बड़होर सहित कई गांवों में विरोध की स्थिति बनी रही। ग्रामीण ओम प्रकाश तिवारी, उमेश चंद्र पांडेय, कृपाल, श्यामलाल, रमेश, दिनेश, सुरेंद्र कुमार, छोटेलाल, लाल बहादुर आदि ने बड़े घपलेबाजी की आशंका जताते हुए, प्रकरण में जिलाधिकारी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई और मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रत्येक 10 किलो पर मिश्रित मिल रही डेढ़ किलो मिट्टी
गेहूं खरीद का मसला हो या आपूर्ति, जो गेहूं सितंबर माह में वितरण के लिए कोटे की दुकानों पर पहुंचा है, उसमें प्रत्येक 10 किलो गेहूं में एक से डेढ़ मिलो मिट्टी मिल रही है। वह भी मिट्टी धूल के रूप में नहीं बल्कि मिट्टी के छोटे-छोटे टुकड़ों में मिलाई गई है। लोगों की मानें तो घपलेबाजी के सिंडीकेट ने सरकारी धन से खरीदे जाने वाले तथा गरीबों में वितरित होने वाले गेहूं का 10 से 15 फीसद हिस्सा डकार लिया गया है। बता दें कि तीन दिन पूर्व मंडी स्थित पीसीयू केंद्र के संचालक पर 721 कुंतल गेहूं के गबन की एफआईआर दर्ज कराई गई है। जो हालात दिख रहे हैं, उसको लेकर संभावना जताई जा रही है कि मामले की गहनता से जांच होने पर हजारों कुंटल गेहूं की खरीद, घपलेबाजी की भेंट चढ़ी पाई जा सकती है। इस बारे में डीएसओ से संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन सीयूजी नंबर नॉट रिचेबल मिलने से बात नहीं हो पाई।