Sonbhadra News: पारिवारिक विवाद के मामले में पुलिस चौकी पहुंचे अधिवक्ता को जड़ा थप्पड़, नाराज अधिवक्ताओं का हंगामा
Sonbhadra News: बताते हैं कि अधिवक्ता की पिटाई से नाराज वकीलों ने थाने में जमकर हंगामा किया। बताया गया कि एक अधिवक्ता का पारिवारिक मामला दुद्धी पुलिस चौकी में पहुंचा हुआ था।
Sonbhadra Crime News: सोनभद्र। दुद्धी पुलिस चौकी में पारिवारिक विवाद के मसले में बुलाए गए, एक अधिवक्ता को थप्पड़ जड़ने का मामला सामने आया है। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने जहां पुलिस चौकी पहुंचकर खासी नाराजगी जताई। वही चौकी इंचार्ज पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए, फोन के जरिए पुलिस अधीक्षक को घटना से अवगत कराया। एसपी के निर्देश पर पहुंचे सीओ दुद्धी प्रदीप सिंह चंदेल और प्रभारी निरीक्षक दुद्धी नागेश सिंह रघुवंशी ने अधिवक्ताओं की बात सुनी। अधिवक्ताओं ने चौकी इंचार्ज को हटाने की मांग रखी जिस पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। तब जाकर मामला शांत हुआ।
अधिवक्ताओं का आरोप, साथी अधिवक्ताओं को कार्यालय से बाहर कर पीड़ित अधिवक्ता को जड़ा गया थप्पड़
बताते हैं कि अधिवक्ता की पिटाई से नाराज वकीलों ने थाने में जमकर हंगामा किया। बताया गया कि एक अधिवक्ता का पारिवारिक मामला दुद्धी पुलिस चौकी में पहुंचा हुआ था। उसी सिलसिले में रविवार की दोपहर संबंधित अधिवक्ता भी पुलिस चौकी पहुंचे हुए थे। उनके साथ उनके कुछ साथी वकील भी गए हुए थे । अधिवक्ताओं का आरोप था कि दुद्धी कस्बा चौकी इंचार्ज आशीष पटेल ने उन लोगों को अपने कार्यालय से बाहर कर दिया और संबंधित अधिवक्ता को कार्यालय में बैठाकर थप्पड़ जड़ दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही दूसरे अधिवक्ता भी पुलिस चौकी पहुंच गए और कुछ देर के लिए हंगामा जैसी स्थिति बन गई।
अधिवक्ताओं ने चौकी इंचार्ज को हटाने की रखी मांग, मिला उचित कार्रवाई का भरोसा
पूर्व दुद्धी बार अध्यक्ष कैलाश गुप्ता ने फोन के जरिए घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी। मामले की जानकारी मिलते ही सीओ दुद्धी प्रदीप सिंह चंदेल व प्रभारी निरीक्षक दुद्धी नागेश सिंह रघुवंशी पुलिस चौकी पहुंच गए। अधिवक्ताओं को शांत कराने के बाद उनकी पूरी बात सुनी। पूर्व चेयरमैन राजकुमार अग्रहरि, अधिवक्ता कैलाश गुप्ता, तबरेज अहमद, सुजीत अग्रहरि, सुधीर अग्रहरि, मनोज एडवोकेट समेत अन्य लोगों ने कस्बा चौकी इंचार्ज को तत्काल हटाने की मांग की। सीओ प्रदीप सिंह चंदेल ने मामले में जल्द उचित कार्रवाई का भरोसा दिया, तब जाकर अधिवक्ता वहां से जाने को तैयार हुए।