Sonbhadra News: महिला कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर उठाई आवाज, सामूहिक विवाह के सभी लाभार्थियों की पात्रता की हो जांच
Sonbhadra News: भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति सोनभद्र में कागजी साबित हो रही है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह जैसी महत्वाकांक्षी योजना में व्यापक भ्रस्टाचार किया जा रहा है।
Sonbhadra News: जिले में सोमवार को कराए गए सामूहिक विवाह के दौरान तीन जोड़ों के शादीशुदा होते हुए, सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी रचाए जाने के मामले को लेकर महिला कांग्रेस ने सभी लाभार्थियों के पात्रता और इसमें शामिल अधिकारियों के भूमिका की जांच कराए जाने की मांग की है। इसको लेकर मंगलवार को जिलाध्यक्ष ऊषा चौबे की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए, पूरे जिले में हुए सामूहिक विवाह की उच्चस्तरीय जांच और संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
महिला जिलाध्यक्ष ऊषा चौबे ने कहा कि भाजपा सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति सोनभद्र में कागजी साबित हो रही है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह जैसी महत्वाकांक्षी योजना में व्यापक भ्रस्टाचार किया जा रहा है।
इस विवाह योजना में तीन ऐसे जोड़े भी शामिल पाए गए जिनकी पहले शादी हो चुकी थी। दो दंपतियों के बच्चे भी हैं। निशाना साधते हुए कहा कि कार्यक्रम आयोजित कराने वाले समाज कल्याण विभाग के राज्यमंत्री संजीव गोंड़ की मौजूदगी वाली जगह पर जिस तरह से धांधली की जा रही है, उसने पूरे जिले में हुए सामूहिक विवाह की पारदर्शिता पर सवाल उठा दिया है। कहा किजनपद में लगातार सामूहिक विवाह योजना में धांधली की शिकायतें-चर्चाएं बनी हुई हैं लेकिन इसको लेकर बनी चुप्पी की स्थिति से लोगों में आक्रोश है।
गहनता से हो जांच तो सामने आएंगे कई और मामले: ऊषा चौबे
उन्होंने दावा किया कहा कि इस जिले में हुए सामूहिक विवाह योजना में सभी लाभार्थियों के पात्रता की उच्चस्तरीय जाँच कराई जाए तो क़ई और भी मामले सामने आ सकते है। जिला उपाध्यक्ष शान्ति विश्वकर्मा ने कहा कि आखिरकार पात्रों के सत्यापन में इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे और क्यों की गई, इसका जवाब दिया जाना चाहिए और इसके लिए जवाबदेह अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। गीता देवी, राजकुमारी, बबिता देवी, सीता देवी, शकुंतला, मीरा, रामवंती देवी , सुनीता देवी आदि ने भी मसले को लेकर आवाज उठाई।