Sonbhadra News: कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर कार्ड का कवच, सगे भाई-बहन को मिली केयर कार्ड की सुरक्षा

Sonbhadra News: कोरानाकाल के दौरान ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता दोनों का निधन हो गया है, को पीएम केयर कार्ड का सुरक्षा कवच उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

Update: 2023-08-22 15:12 GMT
कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर कार्ड का कवच: Photo-Newstrack

Sonbhadra News: कोरानाकाल के दौरान ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता दोनों का निधन हो गया है, को पीएम केयर कार्ड का सुरक्षा कवच उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। केंद्र स्तर से मिले निर्देश के बाद सोनभद्र में भी सगे भाई-बहन को केयर कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मंगलवार को अभिभावक के साथ बच्चों को सीएमओ दफ्तर बुलाकर, आयुष्मान कार्ड टीम की तरफ से उनके लिए उपलब्ध कराए गए कार्ड को सक्रिय किया गया।

पीएम केयर कार्ड की सुविधा से कवर करने के निर्देश

बताते चलें कि केंद्र सरकार की तरफ से कोराना काल के दौरान ऐसे बच्चे जो माता-पिता के निधन के चलते पूरी तरह अनाथ हो गए थे। उन्हें आयुष्मान कार्ड की भांति पीएम केयर कार्ड उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है। केंद्र स्तर से जारी निर्देश के क्रम में स्वास्थ्य महकमे के निदेशक की तरफ से भी जुलाई माह के आखिरी में सोनभद्र सहित सूबे के सभी जनपदों को पत्र जारी कर, ऐसे बच्चों को पीएम केयर कार्ड की सुविधा से आच्छादित करने के निर्देश दिए गए थे। इसके क्रम में सोनभद्र में इमरती कालोनी निवासी दो बच्चों का चयन किया गया। कोराना की दूसरी लहर के समय, इमरती कालोनी निवासी इन दोनों बच्चों के माता और पिता का निधन हो गया था। इसके बाद से उनके देखभाल के जिम्मा चाचा संभाले हुए थे। अब उन दोनों सगे भाई-बहन को आयुष्मान कार्ड की तरह, पीएम केयर कार्ड की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। सीएमओ डा. अश्वनी कुमार ने बताया कि इस कार्ड से भी वहीं सुविधा मिलेगी जो आयुष्मान कार्ड के जरिए मिलती है। बता दें कि आयुष्मान कार्ड के जरिए पांच लाख तक का उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराने की सुविधा है।

Sonbhadra News: सोनभद्र में सर्पदंश ने ली बालिका सहित दो की जान, मचा कोहराम

Sonbhadra News: दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के टेढ़ा गांव में 11 वर्षीय बालिका और कटौंधी गांव में विवाहिता की सर्पदंश से मौत हो गई। टेढ़ा गांव में घटी घटना के बारे में प्रधान प्रतिनिधि सरजू यादव ने बताया कि 11 वर्षीय रीता पुत्री अजय बैगा अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थी। उसी दौरान पास में रखे ईंट से निकलकर सांप ने उसके पैर में डंस लिया। सांप के काटने के उपरांत परिजन आनन-फानन में उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी पहुंचे जहां इलाज के दौरान बालिका की मौत हो गई। दूसरी घटना कटौंधी गांव की है। बाजार जाने की तैयारी कर रही महिला ने धान के खाली बोरी को जैसे ही उठाया, उसमें बैठे सांप ने बाएं हाथ की अंगुली में डस लिया। लीलावती देवी (36) पत्नी दलवीर गोंड को आनन-फानन में दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

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