Sonbhadra News: 1553 करोड़ से चोपन-चुनार रेलखंड के दोहरीकरण का होगा कार्य, केंद्रीय कैबिनेट ने लगाई मुहर
Sonbhadra News: चोपन-चुनार के लिए 102 किमी लंबे रेल मार्ग के दोहरीकरण को केंद्रीय कैबिनेट की आर्थिक समिति की तरफ से फाइनल रूप से मंजूरी मिल गई और इसके लिए 1553 करोड़ का बजट भी अवमुक्त कर दिया गया।
Sonbhadra News: यात्री ट्रेनों के मामले में आजादी से अब तक उपेक्षा का दंश झेल रहे सोनभद्र को केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ी सौगात दी है। पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत बुधवार को, चोपन-चुनार के लिए 102 किमी लंबे रेल मार्ग के दोहरीकरण को केंद्रीय कैबिनेट की आर्थिक समिति की तरफ से फाइनल रूप से मंजूरी मिल गई और इसके लिए 1553 करोड़ का बजट भी अवमुक्त कर दिया गया। इस मार्ग पर इस रूट का, चोपन नदी पर सबसे बड़ा पुल का भी निर्माण किया जाएगा जिसकी लंबाई 1128 मीटर होगी। इस सौगात ने जहां सोनभद्र को चारों तरफ से दोहरे रेलवे लइन से जोड़ दिया है। वहीं, इस रूट से आवागमन करने वालों के लिए दोहरीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद सुपरफास्ट ट्रेनों और देश के सभी प्रमुख बड़े शहरों के लिए सीधी ट्रेन की भी सुविधा मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
बता दें कि सोनभद्र के चोपन में उत्तर मध्य रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे दोनों का सिरा जुड़ता है। पूर्व मध्य रेलवे वाले इलाके में लंबे समय से रेलवे लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम चल रहा था जो करीब-करीब पूरा हो चला है। इसको देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे की एरिया वाले चोपन-चुनार रेलखंड के भी दोहरीकरण की मांग लगातार उठाई जा रही थी। मोदी-वन की सरकार में इसके सर्वे को हरी झंडी मिल गई थी।
सर्वे कार्य भी पूरा हो गया था लेकिन बजट अवमुूक्ति की गाड़ी, उच्च स्तर पर लटकी हुई थी। इसको लेकर राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति रेल मंत्रालय के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम जहां लंबे समय से प्रयास जारी रखे हुए थे। वहीं, सोनभद्र से जुड़े राबटर्सगंज सांसद पकौड़ीलाल और राज्यसभा सांसद रामशकल के जरिए भी, इसको लेकर आवाज उठने का क्रम बना हुआ था। अंततः बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल के आर्थिक समिति की बैठक में अन्य प्रोजेक्टों के साथ ही, चोपन-चुनार रेलमार्ग के दोहरीकरण कार्य के साथ ही, इसके बजट अवमुक्ति पर भी मुहर लगा दी गई।
रेलवे माल ढुलाई के साथ ही, यात्री ट्रेनों को ट्रैफिक से भी मिलेगी राहत
सोनभद्र होते हुए बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाले इस रूट के दोहरीकरण से जहां सोनभद्र के लोग तेज गति वाली और देश के प्रमुख शहरों से सीधे जोड़ने वाली ट्रेनों के आवागमन की सुविधा मिलेगी। वहीं, पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शल होते हुए व्यस्त रूट से गुजरने वाली लंबी दूरी की कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के लिए भी यह रूट बेहतर विकल्प साबित होगा। वहीं, एनसीएल, एनटीपीसी जैसे औद्योगिक क्षेत्र के लोगों के लिए भी इस रूट के जरिए बेहतर ट्रेन सेवा, बड़ी सौगात साबित होगी।
राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति रेल मंत्रालय के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम ने इस पर प्रसन्नता जताई। पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताते हुए कहा कि सिंगल रेलवे लाइन होने के लिए सोनभद्र के लोगों को सुपरफास्ट और देश के मुख्य शहरों को जोड़ने वाली सीधी ट्रेन वाली सुविधा को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सौगात के बाद, जहां आगे चलकर सोनभद्र होते हुए सुपरफास्ट और नई ट्रेनों के दौड़ने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। वहीं, रेलवे के लिए कोयला सहित अन्य खनिजों की ढुलाई के लिए भी यह मार्ग बडा राजस्व देने वाला साबित होगा।