Sonbhadra News: सोनभद्र में 120 गांवों की चरमराई बिजली आपूर्ति व्यवस्था, बारिश के बीच अंधेरे ने उड़ाई लोगों की नींद

Sonbhadra News: बिजली महकमा जहां तरफ गांवों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति देने का दावा कर रहा है। वहीं, महज राबटर्सगंज तहसील क्षेत्र के 120 गांवों में पिछले तीन दिन से चरमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ने लोगों को बेहाल करके रख दिया है।

Update: 2023-10-03 17:40 GMT

सोनभद्र में 120 गांवों की चरमराई बिजली आपूर्ति व्यवस्था, बारिश के बीच अंधेरे ने उड़ाई लोगों की नींद: Photo- Social Media

Sonbhadra News: बिजली महकमा जहां तरफ गांवों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति देने का दावा कर रहा है। वहीं, महज राबटर्सगंज तहसील क्षेत्र के 120 गांवों में पिछले तीन दिन से चरमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ने लोगों को बेहाल करके रख दिया है। रविवार की दोपहर बाद बेपटरी हुई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में मंगलवार देर शाम तक सुधार नहीं आ सका था। बीच-बीच में पन्नूगंज विद्युत उपकेंद्र स्थित फीडरों से जुडे इन गांवों में 10-15 मिनट के लिए एक-दो बार बिजली जरूर आई लेकिन उसके बाद फिर से गुल हो गई।

राबटर्सगंज, चतरा और नगवां ब्लाक में विद्युत आपूर्ति प्रभावित

बताते चलें कि पन्नगूज स्थित विद्युत उपकेंद्र को छपका स्थित 132केवीए के विद्युत उपकेंद्र से बिजली दी जाती है। पन्नूगंज उपकेंद्र से चतरा, सिलहट, नगवां और रामगढ़ (जिला मुख्यालय क्षेत्र के पूर्वी इलाके से लेकर बिहार सीमा तक की राबटर्सगंज, चतरा और नगवां ब्लाक की एरिया) फीडर से जुड़े 120 से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति दी जाती है। बताया जा रहा है कि रविवार की शाम चार बजे के लगभग से शुरू हुआ बिजली का गुलगपाड़ा अब तक जारी है। यह हालत तब है, जब इस एरिया में 18 घंटे विद्युत आपूर्ति दावे के साथ ही, चंद हजार रूपयों के बकाए पर लोगों के कनेक्सन काट दिए रहे हैं।

30 से 32 किमी की एरिया में बिजली को लेकर मची है हायतौबा

पिछले तीन दिनों से जारी बिजली का यह गुलगपाड़ा जिला मुख्यालय के पांच से छह किमी दूर के बाद की एरिया से लेकर 30 से 32 किमी की एरिया तक जारी है। एक तरफ जहां मच्छरों की फौज लोगों की नींद हराम कर दी है। वहीं सर्पदंश के लिहाज से खतरनाक माने जाने वाले इलाके में, अंधेरे की स्थिति लोगों की नींद हराम किए हुए है। बिजली से जुड़े कामधंधे प्रभावित होने के साथ ही, मोबाइल चार्जिंग तक के लिए लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ा है। जहां-तहां पानी के लिए भी दौड़ लगने की स्थित बन गई है। इस मामले में चतरा-नगवां अंचल का प्रभार देख रहे अवर अभियंता से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि रविवार की दोपहर में नगवां अंचल की आपूर्ति बहाल की गई थी। बारिश और कुछ जगहों पर पेड़ गिरने से दिक्कत हो रही है। फाल्ट को दुरूस्त कराया जा रहा है।

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