Sonbhadra Exclusive: यूपी-झारखंड सीमा पर संचालित हो रहा अवैध कोल डिपो, FIR दर्ज

Sonbhadra Exclusive: पुलिस टीम ने, मेसर्स ओम साईं राम कोल डिपो पर छापेमारी की तो वहां कोयला लेकर दो ट्रक खड़े मिले लेकिन पुलिस टीम को देखते ही चालक दोनों वाहनों को लेकर भाग निकले।

Update:2024-04-30 10:38 IST

Sonbhadra News (Newstrack)

Sonbhadra Exclusive: यूपी-झारखंड सीमा क्षेत्र स्थित कादल गांव में, नेशनल हाईवे किनारे अवैध तरीके से कोल डिपो संचालन का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। पुलिस के छापेमारी में जहां बड़े पैमाने पर यहां से चोरी का कोयला खरीद कर फर्जी कागजातों पर विभिन्न राज्यों में आपूर्ति की बात सामने आई है। वहीं, कोयले में कोयले से मिलते -जुलते पदार्थ की मिलावट का भी मामला सामने आने के बाद, राजस्व को चूना लगाने के चल रहे इस खेल को लेकर छानबीन तेज कर दी गई है। पुलिस की तरफ से डिपो संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना सहित अन्य आरोपों में केस दर्ज किया गया है।

कोयले के दो ट्रक बरामद

बताते हैं कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली दुद्धी कुमुद शेखर सिंह गत रविवार को रजखड़ तिराहे पर हमराहियों के साथ मौजूद थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि कोतवाली क्षेत्र के कादल स्थित मेसर्स ओम साईं राम कोल डिपो में अवैध कोयले की चोरी कर कटिंग की जा रही है। अधिकारियों को अवगत कराने के साथ ही पुलिस टीम ने, मेसर्स ओम साईं राम कोल डिपो पर छापेमारी की तो वहां कोयला लेकर दो ट्रक खड़े मिले लेकिन पुलिस टीम को देखते ही चालक दोनों वाहनों को लेकर भाग निकले। कोल डिपो के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पुलिस को मालूम हुआ कि इसका संचालन राजीव रंजन पुत्र विनय कुमार सिंह निवासी नगर ऊटारी, थाना नगर ऊटारी, जिला गढ़वा, झारखंड किया जा रहा है और वह मौके से फरार है।


कोल डिपो के अंदर भारी मात्रा में एक ही स्थान में मिलावट कर कोयला रखा पाया गया। कोयले पर मोटर से पानी डालकर पूरी तरह से भिगोया गया था। लोगों से पूछताछ में पुलिस को मालूम हुआ कि फर्म मालिक द्वारा भिन्न भिन्न स्थानों से कम दामों में कोयला खरीदकर जालसाजी से मिलावट कर कूटरचना करते हुए अधिक दामों पर बेचकर भारी मुनाफा कमाया जा रहा है। फर्म मे कुछ ऐसी वस्तुएं भी रखी पाई गईं जो मिक्स करके बेचने के लिए रखी गयी थी, लेकिन कोयला प्रतीत नहीं हो रही थी। मौजूद मिले लोगों द्वारा बताया गया कि फर्म के मालिक राजीव रंजन उपरोक्त द्वारा वैध लाईसेंस की आड़ में यह कार्य किया जा रहा है। प्रभारी निरीक्षक कुमुद शेखर सिंह की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि फर्म के मालिक राजीव रंजन का यह कार्य प्रथमदृष्ट्या धारा 379/419/420/467/468/471 आईपीसी का अपराध कारित होना पाया जा रहा है।

इसको दिक्कत रखते हुए पुलिस की तरफ से उपरोक्त धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। दुद्धी तहसील मुख्यालय एरिया में पहली बार इस तरह का मामला सामने आने के बाद जहां कोयला तस्करी से जुड़े लोगों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। वहीं, लोगों का यह भी कहना है कि चोपन और रेणुकूट में भी इसी तरह के दो कोल डिपो संचालित किए जा रहे हैं जिसको लेकर कार्रवाई की जरूरत है।

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