Sonbhadra: मासूम बेटियों के साथ मां ने कुएं में लगाई छलांग, बच्चियों की मौत

Sonbhadra: लिलवाही गांव की रहने वाली अरूणा पत्नी अमरेश कोल किसी बात से नाराज होकर सोमवार की देर रात अपनी नौ माह की पुत्री बच्ची और 4 साल की बेटी रीता को साथ लेकर, घर के पास, पानी से लबालब कुएं में कूद गई।

Update: 2024-08-27 08:40 GMT

सोनभद्र में मासूम बेटियों के साथ मां ने कुएं में लगाई छलांग (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: घोरावल कोतवाली क्षेत्र के लिलवाही गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोमवार की रात किसी बात से नाराज होकर मां, अपने दो मासूम बेटियों के साथ कुएं में कूद गई। दोनों बेटियों की डूबकर मौत हो गई लेकिन मां बच गई। इसके बाद मां कमरे में पहुंचकर फंदे से लटक गई। नजर पड़ने पर परिवार वालों ने फंदा काटकर मां को बचा लिया। वहीं, बेटियों की मौत ने कोहराम मचा दिया। मंगलवार को पहुंची घोरावल पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घटना को लेकर पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।

बताते हैं कि लिलवाही गांव की रहने वाली अरूणा पत्नी अमरेश कोल किसी बात से नाराज होकर सोमवार की देर रात अपनी नौ माह की पुत्री बच्ची और 4 साल की बेटी रीता को साथ लेकर, घर के पास, पानी से लबालब कुएं में कूद गई। घर वालों को जब तक कुछ पता चलता, तब तक दोनों बेटियों की मौत हो गई। वहीं, मां अरूणा पानी के दबाव से ऊपर आ गई। काफी प्रयास के बाद भी जब वह नहीं डूबी तो वह वहां से भीगी हालत में घर पहुंच गया।

परिवार वाले उसे भीगी और अस्त-व्यस्त हाल में देख दंग रह गए। परिवार वालों ने उससे इसका कारण जानना चाहा बेटियों के बारे में भी जानकारी मांगी। काफी कुरेदने के बाद, बेटियों की कुएं में डूबकर मौत होने की जानकारी देते हुए, उसने कमरे में घुसकर फांसी का फंदा लगा दिया। यह देख परिवार के लोग सन्न रह गए। फंदा काटकर उसे उतारने के साथ ही, भागते हुए कुएं पर पहुंचा और कुएं में डूबी बच्चियों को बाहर निकाला लेकिन दोनों मासूमों को मृत मिलने की स्थिति ने कोहराम मचा दिया। गांव में भी इस हृदयविदारक घटना को लेकर कोहराम की स्थिति बनी रही। मंगलवार की मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पहुंची पुलिस उम्मीदवश मासूमों को लेकर घोरावल सीएचसी पहुंची, जहां चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। प्रभारी निरीक्षक घोरावल कमलेश पाल के मुताबिक दोनों मासूमों के शव पीएम के लिए जिला अस्पताल भेज दिए गए हैं। घटना के पीछे का कारण क्या है, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

चिकित्सकों की उदासीनता पड़ी भारी, युवक की मौत

राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के घोबही ग्राम पंचायत के अक्छोर टोला निवासी देवबंद चौहान 42 वर्ष की मौत के लिए, मेडिकल कालेज के अधीन संचालित जिला चिकित्सालय में ड्यूटीरत चिकित्सकों की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया गया है। परिवार वालों का आरोप है कि सोमवार की देर रात देवबंद की तबियत अचानक काफी खराब हो गई। जिला असपताल ले जाए जाने पर, कुछ देर बाद ही हालत ठीक होने की बात कहते हुए छुट्टी दे दी गई। घर पहुंचने पर हालत फिर से काफी बिगड़ गई। दोबारा जिला अस्पताल पहुंचते, इससे पहले मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि ड्यूटीरत चिकित्सकों ने जानबूझकर मरीज के उपचार-चेकअप में लापरवाही बरत गई, जिससे उसकी असमय मौत हो गई। इसको लेकर कई लोगों ने तीखा आक्रोश भी जताया। मौके पर पहुंचे लोढी चौकी इंचार्ज ने नाराजगी जता रहे लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और शव को पीएम के लिए भेजा।

नाले में उतराते मिले युवक के शव से सनसनी

रायपुर थाना क्षेत्र के वैनी से गुजरे नाले में मंगलवार को एक युवक का शव उतराता पाए जाने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए अस्पताल भेज दिया। समाचार दिए जाने तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई थी।

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