Sonbhadra News: नीलगाय को पहले मारी गोली, फिर टुकड़ों में बांट दिया शरीर, वहशियाना वारदात
Sonbhadra News: जंगल से बगैर सिर और पैर वाले नीलगाय के धड़ की बरामदगी के साथ ही, छापेमारी कर शरीर के शेष हिस्से की भी बरामदगी कर ली गई। मामले में रविवार को जिले के एक व्यक्ति के साथ ही, छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
Sonbhadra News: रेणुकूट वन रेंज के लखार के जंगल से एक खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां कुछ लोगों ने एक नीलगाय को गोली मारी। इसके बाद उसके शरीर को टुकड़ों में बांट डाला। पैर वाले हिस्से को कुछ दूरी पर ले जाकर फेंक दिया। जबकि उसका सिर उठा ले गए। वन महकमे को जब इसकी जानकारी मिली तो मामले की खोजबीन शुरू की गई। जंगल से बगैर सिर और पैर वाले नीलगाय के धड़ की बरामदगी के साथ ही, छापेमारी कर शरीर के शेष हिस्से की भी बरामदगी कर ली गई। मामले में रविवार को जिले के एक व्यक्ति के साथ ही, छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। छह और चिन्हित किए गए हैं, जिनकी तलाश जारी है। वाकए को लेकर वन महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
पूरा मामला बीजपुर थाना क्षेत्र के महुली ग्राम पंचायत से सटे लखार के जंगल का है। रेणुकूट वन प्रभाग के जरहां वन रेंज एरिया में आने वाले इस जंगल की तरफ शनिवार की देर शाम कुछ ग्रामीण गए हुए थे। उनकी नजर वहां बगैर पैर और सिर वाले नीलगाय के धड़ पर पड़ी तो अवाक रह गए। रात में मामले की जानकारी वन विभाग के लोगों को दी गई। अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के साथ ही, इसकी छानबीन शुरू कर दी गई और रविवार की सुबह होते ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मी लखार के जंगल में बताए हुए स्थल पर पहुंच गए। वहां बगैर सिर, बगैर पैर के नीलगाय का धड़ देख एकबारगी सन्न रह गए। ग्रामीणों से पूछताछ के बाद मामले की जांच आगे बढ़ाई गई तो जहां धड़ मिला था, उससे करीब 400 मीटर की दूरी पर, पैर का हिस्सा फेंका पाया गया। इसको लेकर चली छानबीन के बाद, जब जिगनहवा निवासी जय सिंह की गिरफ्तारी हुई तो घटना की परत दर परत खुलती गई। उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर छत्तीसगढ़ के बलंगी थाना अंतर्गत पटेवा निवासी मान सिंह को भी दबोच लिया गया। गिरफ्तारी में छत्तीसगढ़ की बलंगी थाने की पुलिस ने भी सहयोगी की भूमिका निभाई। दबिश के दौरान मानसिंह के कब्जे से नीलगाय की हत्या में प्रयुक्त बंदूक भी बरामद कर ली गई है। मामले में छह और लोग चिन्हित किए गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
प्रथमदृष्ट्या मामला भले ही शिकार का बताया जा रहा है लेकिन वन विभाग के लोग, नीलगाय के हत्या की गुत्थी को लेकर उलझ गए हैं। कहा जा रहा है कि अगर मामला सिर्फ शिकार का था तो सिर क्यों ले जाया गया और इसके पीछे नीलगाय के शरीर को टुकड़ों में बांटने वालों का मकसद क्या था? जैसे सवाल जहां लोगों के जेहन में सुलग रहे हैं। वहीं डीएफओ का कहना है कि नीलगाय के शरीर पर गोली के निशान पाए गए हैं। दो को गिरफ्तार करने के साथ ही, वारदात में प्रयुक्त बंदूक भी बरामद कर ली गई है। छह और चिन्हित किए गए हैं, जिनके खिलाफ केस दर्ज कराकर, तलाश कराई जा रही है। उधर, रेंजर राजेश कुमार का कहना था कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर आगे की छानबीन जारी है।