Sonbhadra News: 36 आशियानों पर गरजा बुलडोजर, अतिक्रमण पर NTPC की कार्रवाई

Sonbhadra News: बताते चलें कि शक्तिनगर में एनटीपीसी की 2000 मेगावाट की मदर यूनिट स्थापित है। अब इस परियोजना का विस्तारीकरण कर 800-800 मेगावाट की नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं।

Update: 2024-09-04 13:20 GMT

घरों पर चला बुलडोजर (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: शक्तिनगर थाना क्षेत्र में एनटीपीसी परियोजना परिक्षेत्र स्थित 36 आवासों को बुधवार को बुलडोजल चलाकर ढहा दिया गया। चार घंटे से भी अधिक समय तक बुलडोजर गरजते रहने से प्रभावित एरिया में हड़कंप की स्थिति बनी रही। इसके चलते जहां कई परिवार सड़क पर आ गए। वहीं, कई ने बगैर पुनर्वास की व्यवस्था किए, आवासों को जमींदोज करने का आरोप लगाया। वहीं, एनटीपीसी परियोजना प्रबंधक, संबंधित आवासों को एनटीपीसी की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने का आरोप लगाते हुए, ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में जुटी रही। 

एनटीपीसी की मदर यूनिट के विस्तार के लिए खाली कराई जा रही जमीन

बताते चलें कि शक्तिनगर में एनटीपीसी की 2000 मेगावाट की मदर यूनिट स्थापित है। अब इस परियोजना का विस्तारीकरण कर 800-800 मेगावाट की नई इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। इसी कड़ी में, परिक्षेत्र स्थित जमीनों को खाली कराए जाने का अभियान शुरू किया गया है। इसी कड़ी में बुधवार को एसडीएम, एनटीपीसी के अधिकारियों के साथ ही पुलिस फोर्स की मौजूदगी में परियोजना की जमीनों पर निर्मित आवासों को ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान एनटीपीसी से जुड़े सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहे। बताया गया कि बुधवार को चलाए गए अभियान में कुल 36 कच्चे-पक्के मकानों को बुलडोजर के जरए ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई।

टूटता आशियाना प्रभावितों की छुड़ाता रहा रूलाई

वर्षाें से एनटीपीसी परियोजना क्षेत्र में मकान बनाकर आबाद, संबंधित परिवारों के लिए, उनके आवास पर चला बुलडोजर उनके लिए मुसीबतों का पहाड़ बनकर आया। इसके चलते जहां कई परिवार खुले छत के नीचे आ गए हैं। वहीं, महिलाओ्रं-बच्चों का रूदन और मायूस मन से, टूटते आशियाने, प्रभावितों के लिए, उनके रहवास की कोई व्यवस्था बनाए गए की गई कार्रवाई पर तरह-तरह के सवाल भी उठाए जाते रहे। लोगों का कहना था कि पहले तो लोगों को निर्माण करने दिया गया।

अवैध मकानों को मिली बुनियादी सुविधाओं पर उठे सवाल

एनटीपीसी की जमीन पर निर्मित बताए जा रहे कथित मकान को बिजली कनेक्सन सहित, उनकी बस्ती के लिए मार्ग आदि की व्यवस्था मुहैया कराई गई। अब उन्हीं मकान को अवैध बताकर तोड़ा जा रहा है। लोगों का कहना था कि जो तेजी पहले दिखनी चाहिए वह अब लोगों को बेघर करके दिखाई जा रही है। हालांकि एनटीपीसी प्रबंधन से जुडे अधिकारियों का कहना था कि जो भी मकान जमींदोज किए गए हैं, वह एनटीपीसी की जमीन पर अवैध तरीके से बनाए गए थे इसलिए उनके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई अमल में लाई गई।

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