Sonbhadra News: NTPC ओंकारेश्वर में लगाएगा 80 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट, इस दर से मिलेगी बिजली
Sonbhadra News: सोनभद्र से सटे विंध्यनगर में स्थित देश के सबसे बड़े बिजलीघर की जनसंपर्क अधिकारी शिक्षा गुप्ता ने बताया कि इस फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से उत्पन्न होने बिजली का उपयोग मध्यप्रदेश राज्य के डिस्कॉम द्वारा किया जाएगा।
Sonbhadra News: एनटीपीसी की रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड की तरफ से मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर जलाशय में 80 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट होगा। इसको लेकर मंगलवार को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल), सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) और एमपी ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड की संयुक्त उद्यम कंपनी की तरफ से बोली आयोजित की गई, जिसमें एनटीपीसी की बोली स्वीकार की गई। एनटीपीसी की तरफ से लगाए जाने वाले इस फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से एमपी को 3.80 प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध होगी।
एनटीपीसी की फ्लोटिंग सौर क्षमता 342 मेगावाट हो जाएगी
सोनभद्र से सटे विंध्यनगर में स्थित देश के सबसे बड़े बिजलीघर की जनसंपर्क अधिकारी शिक्षा गुप्ता ने बताया कि इस फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से उत्पन्न होने बिजली का उपयोग मध्यप्रदेश राज्य के डिस्कॉम द्वारा किया जाएगा। बताया कि इस परियोजना के पूरा होने पर एनटीपीसी की फ्लोटिंग सौर क्षमता 342 मेगावाट हो जाएगी। वर्तमान में देश की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर परियोजना 100 मेगावाट क्षमता की है जो तेलंगाना में एनटीपीसी रामागुंडम की तरफ से स्थापित है। वर्तमान में एनटीपीसी समूह के पास 3.3 गीगावॉट आरई परिचालन क्षमता, 20 गीगावॉट आरई क्षमता पाइपलाइन में है, जिसमें 4 गीगावॉट ऊर्जा भंडारण प्रणाली और देश की पहली ग्रीन हाइड्रोजन आधारित पीएनजी सम्मिश्रण परियोजना शामिल है। एनटीपीसी 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने और हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी और ऊर्जा भंडारण क्षेत्र की एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में अग्रसर है।
रिहंद जलाशय में भी तलाशी जा रही प्लांट की संभावनाएं
एशिया के विशालतम जलाशयों में एक सोनभद्र स्थित रिहंद जलाशय में भी फ्लोटिंग पावर प्लांट की संभावनाएं तलाशी जा रही है। पिछले सालों में सवा सौ मेगावाट का फ्लोटिंग पावर प्लांट स्थापित करने को लेकर शक्तिनगर की एनटीपीसी की मदर यूनिट, सिंगरौली परियोजना की तरफ से इसको लेकर पहल भी सामने आई थी लेकिन तकनीकी कारणों से यह पहल ठंडे बस्ते में चली गई। फिलहाल एनटीपीसी सिंगरौली की तरफ से शक्तिनगर में 1600 मेगावाट का तापीय पावर प्लांट स्थापित करने को लेकर प्रक्रिया जारी है। कहा जा रहा है कि जल्द ही रिहंद जलाशय में प्रस्तावित फ्लोटिंग पावर प्लांट को लेकर भी पहल शुरू हो सकती है।