Sonbhadra News: लव मैरिज से खफा ससुर ने ही दी दामाद की 20 लाख की सुपारी, राकेश हत्याकांड का खुलासा

Sonbhadra News: बेटी से लव मैरिज किए जाने से नाराज होकर ससुर ने अपने दामाद राकेश की हत्या कराई थी इसके लिए उसने 20 लाख की सुपारी दे रखी थी।

Update:2024-09-16 15:27 IST

पुलिस ने किया राकेश हत्याकांड का खुलासा, ससुर ने ही करवाई दामाद की हत्या: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: पांच दिन पूर्व चोपन थाना क्षेत्र के गुरमुरा-जवारीडांड के पास हाइवे पर किराना दुकानदार की चाकू और गोली मारकर की गई हत्या का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर लिया। मामले में सगे भाई सहित चार गिरफ्तार किए गए हैं। दबोचे गए आरोपियों में मृतक का ससुर भी शामिल है। पुलिस का दावा है कि बेटी से लव मैरिज किए जाने से नाराज होकर उसी ने, राकेश की हत्या कराई। इसके लिए उसने 20 लाख की सुपारी दे रखी थी। पूछताछ के बाद चारों आरोपियों का धारा- 103 (1), 61(2) बीएनएस और 3/25 व 4/25 आर्म्स एक्ट के तहत चालान कर दिया गया।

अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने दोपहर बाद पुलिस लाइन में वारदात का खुलासा किया। बताया कि गत 10 सितंबर की देर शाम सात बजे के करीब राकेश गुप्ता पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता की चाकू व गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पिता की तहरीर पर चोपन थाने में हत्या का मामला दर्ज कर, प्रकरण की छानबीन जारी थी। वहीं नवागत पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा की तरफ से भी मामले के खुलासे के लिए विशिष्ट निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में एसओजी, सर्विलांस और चोपन पुलिस हत्यारों की सुरागसी में लगी हुई थी।

मिली सूचना के आधार पर घटना में शामिल विनोद कुमार गौड़ उर्फ गुड्डू पुत्र स्व. रामदेव गौड़, उसके भाई सुरेंद्र कुमार गौड़, आशीष कुमार भारती पुत्र ओमप्रकाश निवासी रेहटा थाना अनपरा और ललित पटेल पुत्र स्व. बृहस्पति निवासी मेड़रदह थाना अनपरा, हालपता - 285 हिण्डालको कालोनी रेणुकूट थाना पिपरी को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल तमंचा और चाकू के साथ ही, बाइक और मोबाइल फोन को बरामद किया गया।

यह था हत्या का कारण और इस तरह रची गई वारदात की प्लानिंग

राकेश गुप्ता ने हिण्डालको कालोनी रेनूकूट निवासी ललित पटेल की पुत्री सीमा से वर्ष 2023 में लव मैरिज कर ली थी। एतराज कर दोनों ने मंदिर में शादी रचाई थी, इसके बाद से ही ललित राकेश की हत्या की प्लानिंग बनाना शुरू कर दिए। इसके लिए उन्होंने रेणुकूट में ही रह रहे दुद्धी इलाके के रहने वाले विनोद कुमार गौड़ उर्फ गुड्डू से संपर्क किया। बातचीत में हत्या की सुपारी 20 लाख में तय हुई। इसको लेकर उन्होंने 90 हजार विनोद को एडवांस के रूप में दे दिया। शेष रकम वारदात के बाद देने की बात तय हुई।

अगस्त में ही की गई थी हत्या की कोशिश

पूरी पलानिंग रचने के बाद आरोपी विनोद, आशीष और सुरेंद्र कुमार गौड़ भाडे की स्विफ्ट डिजायर कार लेकर राकेश के घर पर पहुंचे। सिगरेट लेने के बहाने राकेश को घर से बाहर खींचने का प्रयास भी किया लेकिन उसकी पत्नी ने दरवाजा बंद करने कमे साथ ही, शोर मचाना शुरू कर दिया। यह देख आरोपी वहां से भाग निकले।

दूसरे प्रयास में वारदात को दिया गया अंजाम

हत्या का प्रयास विफल होने के बाद, ललित ने फिर से विनोद पर दबाव बनाया। उनकी मांग पर डाल्टेनगंज, झारखंड से तमंचा, कारतूस और चाकू लाकर उन्हें उपलब्ध कराया। इसके बाद 10 सितंबर को विनोद, आशीष और सुरेंद्र ने मिलकर फिर से हत्या की प्लानिंग रची। इसके बाद एक बाइक से सुबह 10 बजे तीनों हाथीनाला होते हुए गुरमुरा पहुंचा। मृतक के घर और दुकान के रास्ते का जायजा लेने के बाद, तेलगुडवा पहुंचे। वहां कुछ देर रूकने के बाद डाला जाकर शराब पी। शाम ढलने के बाद तीनांें जवारीडांड़ बाजार पहुंच और राकेश गुप्ता को घर जाने का इंतजार करने लगे। राकेश गुप्ता खरीदे हुए फुटकर अनाज को अपने परिचित के पिकप पर लादा और उसके आगे-आगे बाइक से चल दिया। आरोपियों ने भी उसका पीछा किया लेकिन रास्ते में राकेश हाइवे से अपने घर की ओर न मुड़कर, दूसरी तरफ स्थित पेट्रोल पंप पर चला गया। वहीं आरोपी, उसके घर जाने वाले रास्ते पर, उसके घर से 100 मीटर पहले रूककर उसके आने का इंतजार करने लगा।

कुछ इस तरह से किया गया कत्ल

कुछ देर बाद वह जैसे ही राकेश वहां पहुंचा, आंगनबाड़ी केंद्र की बडी बाउंड्री के पास खड़े आशीष कुमार भारती मोटर साइकिल को धक्का देकर राकेश गुप्ता को गिरा दिया। राकेश की बाइक पर पीछे बोरी में सामान लेकर महेंद्र पटेल बैठा हुआ था जिसे सुरेंद्र ने डांटकर भगा दिया। इसके बाद आशीष ने राकेश के सीधे में रामपुरिया चाकू से सीधा वार कर दिया। इसके राकेश चीखते हुए, कुछ कदम आगे जाकर गिर गया। इसके बाद विनोद ने उसकी पीठ पर तमंचे से गोली मार दी। वारदात के बाद तीनों बाइक से ही भाग निकले।

सुपारी का पैसा लेने के लिए पहुंचे थे चोरपनिया जंगल

एएसपी कालू सिंह ने बताया कि वारदात के बाद तीनों आरोपी जहां बाइक से ही अनपरा निकल गए थे। वहीं, घटना के बाद से आरोपियों का पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल जारी था। पुुलिस को रविवार की शाम सूचना मिली हत्या को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी, मृतक के ससुर ललित से सुपारी का पैसा लेन के लिए चोपन थाना क्षेत्र के चोरपनिया जंगल पहुंचे हुए थे। मिली सूचना के आधार पर संयुक्त टीम ने बताई गई जगह पर दबिश देकर चारों को दबोच लिया।

प्रकरण के खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका

मामले के खुलासे में प्रभारी निरीक्षक चोपन विजय कुमार चौरसिया, निरीक्षक रामस्वरूप वर्मा प्रभारी एसओजी, प्रभारी निरीक्षक कोन गोपाल जी गुप्ता, प्रभारी निरीक्षक करमा राजकुमार सिंह, निरीक्षक अपराध चोपन इरफान अली, एसआई नागेश कुमार सिंह प्रभारी, एसएसआई चोपन उमाशंकर यादव, चौकी प्रभारी गुरमा सुरेश चंद्र द्विवेदी, एसआई मेराज खां सहित अन्य की भूमिका अहम रही।

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