प्राथमिक विद्यालय में ऊर्दू पढ़ाने से रोका रास्ते पर गाड़ दी बांस-बल्ली, मौलाना सहित तीन गिरफ्तार

Sonbhadra News: ग्रामीणों के मुताबिक ग्राम पंचायत बैरवाखाड़ के टोला रगरम स्थित प्राथमिक विद्यालय में लगभग 15 दिनों से छुट्टी के बाद मदरसे की तर्ज पर ऊर्दू की कक्षाएं चलाई जा रही थी।

Update: 2024-08-24 10:16 GMT

प्राथमिक विद्यालय में ऊर्दू पढ़ाने से रोका रास्ते पर गाड़ दी बांस-बल्ली (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: कोन ब्लाक के रगरम स्थित प्राथमिक विद्यालय में बगैर किसी अनुमति के मदरसे की तर्ज पर ऊर्दू की कक्षाएं चलाने, ग्रामीणों द्वारा एतराज जताए जाने के बाद, स्कूल जाने वाले रास्ते को बांस-बल्ली गाड़कर अवरूद्ध करने का मामला सामने आया है। प्रकरण को लेकर विहिप और अभिभावकों की नाराजगी-हंगामे के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने जहां मौके पर पहुंचकर रास्ता खुलवाया। वहीं, मामला दर्ज कर समुदाय विशेष के मौलाना सहित तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है। बगैर अनुमति 15 दिन तक विद्यालय में मदरसे की तर्ज पर ऊर्दू/कोचिंग कक्षाओं के संचालन को लेकर, खंड शिक्षाधिकारी की तरफ से नोटिस जारी कर प्रधानाध्यापक से जवाब मांगा गया है।

वह मामला, जिसको लेकर पुलिस को दर्ज करना पड़ा केस

ग्रामीणों के मुताबिक कोन थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बैरवाखाड़ के टोला रगरम स्थित प्राथमिक विद्यालय में लगभग 15 दिनों से, विद्यालय में तैनात प्रभारी प्रधानाध्यापक की मदद से, विद्यालय की छुट्टी के बाद मदरसे की तर्ज पर ऊर्दू की कक्षाएं चलाई जा रही थी। सिर्फ कक्षाएं ही नहीं, विद्यालय के कई हिस्से को मदरसे के रंग से पेंट भी कर दिया गया था। जब इस बात की भनक ग्रामीणों को लगी तो विरोध की आवाज उठनी शुरू हो गई। बताते हैं कि गत बृहस्पतिवार को क्षेत्र पंचायत सदस्य सोमारू पटेल सहित अन्य ग्रामीणों ने इसको लेकर एतराज जताया और आगे से बगैर विभागीय अनुमति-व्यवस्था के यहां ऊर्दू की पढ़ाई नहीं होने देने की बात कही।

विद्यालय के रास्ते पर बांस-बल्ली गाड़ने के विरोध में हंगामा

बताते हैं कि शुक्रवार को जब रोजाना की भांति गांव के बच्चे विद्यालय जाने के लिए निकले तो पता चला कि समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यालय जाने वाले रास्ते पर बांस-बल्ली गाड़कर आवागमन अवरूद्ध कर दिया है। इस पर जहां कई अभिभावक मौके पर पहुंचकर नाराजगी जताने लगे। वहीं, मामले की जानकारी पाकर मौके पर विहिप से भी जुड़े कई लोग पहुंच गए। रास्ता अवरूद्ध करने वालों का कहना था कि जब प्राथमिक स्कूल में मदरसा नही चलेगा तो स्कूल भी नहीं चलेगा। इस पर विहिप के लोगों के साथ ही गांव के भी कुछ लोगों ने कड़ी नाराजगी जताई। इसके चलते मौके पर हंगामे की स्थिति बन गई।

पहुंची पुलिस ने खुलवाया रास्ता, तीन को लिया हिरासत में

किसी के जरिए प्रभारी निरीक्षक कोन गोपाल जी गुप्ता को जानकारी मिली। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस टीम भेजने साथ ही, कुछ देर बाद वह भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया और मामले की जानकारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनंद पांडेय के निर्देश पर प्रभारी प्रधानाध्यापक अमीन अहमद अंसारी पुत्र अकील अहमद अंसारी निवासी शिवद्वार रोड, घोरावल बाजार की तहरीर पर मौलाना जहीरुद्दीन 35 वर्ष पुत्र जसमुद्दीन अंसारी, जमशेर 60 वर्ष पुत्र तफज्जुल अंसारी, साबिर हुसैन 59 वर्ष पुत्र तफज्जुल अंसारी निवासी रगरम के खिलाफ धारा 196, 285, 121(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। क्षेत्राधिकारी ओबरा हर्ष पांडेय ने बताया कि मामले में मौलाना जहीरूद्दीन सहित तीन को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं के तहत चालान कर दिया गया है।

मदरसे की तर्ज पर क्यों चल रही थी पढ़ाई, मांगा जवाब

र्प्रकरण में खंड शिक्षा अधिकारी लोकेश मिश्रा की तरफ से प्रभारी प्रधानाध्यापक को एक नोटिस भी जारी की गई है। कहा गया है कि 23 अगस्त को यह जानकारी मिली कि कुछ लोगों द्वारा बच्चों को विद्यालय में आने से रोका जा रहा है। यह शिकायत भी की गई है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक की तरफ से विद्यालय अवधि के उपरांत मदरसा/कोचिंग संस्थान संचालित किया/कराया जाता है। प्रकरण के संबंध में तीन दिन के भीतर लिखित स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने, ऐसा न करने, जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। वहीं बीएसए मुकुल आनंद पांडेय ने कहा कि प्रकरण में तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। विभागीय स्तर पर भी मामले की जानकारी ली जा रही है।

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