Sonbhadra : भारी बारिश के चलते रेलवे ट्रैक पर गिरा पहाड़ी का मलबा, कई ट्रेनें डायवर्ट, मालगाड़ियों के जहां-तहां थमे पहिए
Sonbhadra News: चुनार से चोपन के लिए गए रेलवे ट्रैक पर चुर्क और अगोरी रेलवे स्टेशन के मध्य पहाड़ियों से होकर गुजरी रेलवे लाइन पर पहाड़ी का एक हिस्सा (पीलर संख्या 159 के पास, 21/19 के मध्य) भरभरा कर ढह गया।
Sonbhadra News: उत्तर मध्य रेलवे के चुनार-चोपन रूट स्थित चुर्क रेलवे स्टेशन के पास, रेलवे ट्रैक पर सोमवार की भोर में पहाड़ी का मलबा गिरने से हड़कंप मच गया। भारी बारिश के चलते गिरे इस मलबे के कारण जहां चोपन-चुनार रेलखंड पर यात्री ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो गया वहीं कई मालगाड़ियों के पहिए जहां-तहां थम गए। चुर्क के पास एक मालगाड़ी के दो वैगन भी डिरेल हो गए। स्थिति को देखते हुए अधिकांश मालगाड़ियों के साथ ही त्रिवेणी और मूरी एक्सप्रेस को डेहरी ऑनसोन के रास्ते गुजारा गया। इससे सोनभद्र के लिए यात्रा कर रहे लोगों में अफरातफरी की स्थिति बनी रही। राहत कार्य जारी है । दोपहर बाद स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बताते चलें कि रविवार की दोपहर और आधी रात के बाद जमकर बारिश हुई। इससे जहां जिले के कई नदी-नालों में भारी उफान की स्थिति बन गई है। वहीं, चुनार से चोपन के लिए गए रेलवे ट्रैक पर चुर्क और अगोरी रेलवे स्टेशन के मध्य पहाड़ियों से होकर गुजरी रेलवे लाइन पर पहाड़ी का एक हिस्सा (पीलर संख्या 159 के पास, 21/19 के मध्य) भरभरा कर ढह गया। बताते हैं कि इसी दौरान सोमवार की भोर में, एक मालगाड़ी वहां पहुंची। मलबे को देखते हुए लोको पायलट जब तक ब्रेक लगाता, तब तक रेलवे लाइन पर आए बोल्डर के कारण, मालगाड़ी के दो वैगन पटरी से उतर चुके थे।
घटना की जानकारी जैसे ही रेलवे प्रशासन को मिली हड़कंप मच गया। चुनार से राहत दल मौके पर भेजने के साथ ही रेलवे के कई इंजीनियर भी मौके पर पहुंचे और मलबे को रेलवे लाइन से हटाने के साथ ही डिरेल हुए वैगनों को पटरी पर लाने का काम शुरू कर दिया गया। इससे चलते चोपन और चुनार के बीच अपने गंतव्य के लिए आगे बढ़ चुकी मालगाड़ियों को जहां जिस हाल में थीं, रोक दिया गया। वही झारखंड की तरफ से आ रही मुरी एक्सप्रेस और लखनऊ से सोनभद्र के लिए आ रही त्रिवेणी एक्सप्रेस को पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन-डेहरी ऑन सोन रूट से होते हुए, आगे के लिए रवाना किया गया।
जिम्मेदारों के फोन बंद रहने से देर तक बनी रही उहापोह की स्थिति
जैसे ही यात्री ट्रेनें डायवर्ट हुईं, वैसे ही सोनभद्र के स्टेशनों पर ट्रेन का इंतजार कर रहे और सोनभद्र के लिए यात्रा कर रहे यात्रियों में अपरातफरी की स्थिति बन गई। लोग एक दूसरे को फोन कर इसका कारण जानने की कोशिश करने लगे। रेलवे के जिम्मेदारों के भी फोन स्विच ऑफ, नॉट रिचेबल आने से, लोगों में देर तक वहां पहुंचे की स्थिति बनी रही। काफी देर बाद पता चला कि पहाड़ियों का मलबा रेलवे ट्रैक पर आने और मालगाड़ी के दो वैगन पटरी से उतरने के कारण ऐसी स्थिति बनी।