Sonbhadra News: साल में तीसरी बार खोले गए रिहंद डैम के फाटक, तीन गेटों से 29751 क्यूसेक पानी किया जा रहा डिस्चार्ज
Sonbhadra News: ओबरा और रिहंद दोनों जलाशयों में जलस्तर की अच्छी स्थिति को देखते हुए, रिहंद और ओबरा दोनों जल विद्युत इकाइयों से लगातार विद्युत उत्पादन जारी था ।
Sonbhadra News: कई वर्ष बाद हुई मजे की बारिश के चलते, इस बार महज दो माह के भीतर एशिया के विशालतम जलाशयों में एक, रिहंद जलाशय के गेट तीसरी बार खोलने पड़े हैं। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के एरिया में अच्छी बारिश के चलते, लगातार जलस्तर के बढ़ते दबाव को देखते हुए, तीन गेटों के जरिए 29751 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। उधर ओबरा बांध पर भी जलस्तर का दबाव पड़ने के कारण, चार गेट खोल दिया गया है। जिनसे लगातार 36,750 क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है।
बताते चलें कि गत 27 अगस्त को जलस्तर अधिकतम पर पहुंचने के कारण रिहंद जलाशय के सात गेट खोलने पड़े थे। इसके बाद 18 सितंबर को गेट खोले गए थे। 19 सितंबर को खोले गए गेटों की संख्या बढ़कर 9 हो गई थी। इस दौरान नौ गेटों को खोलकर 90,000 क्यूसेक पानी निकाला गया था। 21 सितंबर को जलस्तर नियंत्रित होने के बाद सभी गेटों को बंद कर दिया गया था। महज 7 दिन बाद एक बार फिर से रिहंद डैम के गेट खोलने पड़े हैं। जल विद्युत परियोजना के अधिशासी अभियंता शशिकांत राय के मुताबिक शुक्रवार की आधी रात 12 बजे के करीब जलाशय का जलस्तर 870.4 फीट पहुंच गया । साथ ही कैचमेंट एरिया की तरफ से लगातार पानी की आवक को देखते हुए बांध के तीन फाटकों को खोलने का निर्णय लेना पड़ा। शनिवार की सुबह बांध का जलस्तर 870.3 फीट रिकॉर्ड किया गया। बाद में पानी की आवक को देखते हुए फिलहाल तीन गेटों को 15 फीट तक खोलकर रखा गया है। वहीं ओबरा बांध के भी चार गेट 15-15 फीट तक खोले गए हैं।
जल विद्युत अधिकारियों से लगातार बना हुआ उत्पादन
ओबरा और रिहंद दोनों जलाशयों में जलस्तर की अच्छी स्थिति को देखते हुए, रिहंद और ओबरा दोनों जल विद्युत इकाइयों से लगातार विद्युत उत्पादन जारी था । समाचार दिए जाने तक 300 मेगावाट क्षमता वाले रिहंद जल विद्युत गृह से 280 मेगावाट और 90 मेगावाट क्षमता वाले ओबरा जल विद्युत गृह से 88 मेगावाट विद्युत उत्पादन जारी था।