Sonbhadra News : ओवरलोडिंग टूट रही सड़कें, पीडब्ल्यूडी के मेठ ने दर्ज कराया केस

Sonbhadra News: पीडब्ल्यूडी की तरफ से सड़कों के टूटने के पीछे ओवरलोड परिवहन होने का दावा किया गया है। इसको लेकर विभागीय मेठ की तरफ से, इसको लेकर शक्तिनगर थाने में एक तहरीर सौंपी गई है।

Update:2024-09-22 18:23 IST

Sonbhadra News ( Pic- Newstrack)

Sonbhadra News : सड़कों पर लगातार ओवरलोड परिवहन मामले में एक नया मोड़ आया है। पीडब्ल्यूडी की तरफ से सड़कों के टूटने के पीछे ओवरलोड परिवहन होने का दावा किया गया है। इसको लेकर विभागीय मेठ की तरफ से, इसको लेकर शक्तिनगर थाने में एक तहरीर सौंपी गई है। तहरीर के क्रम में शक्तिनगर पुलिस ने तीन ओवरलोड वाहन संचालकों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत फिर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। इससे ओवरलोड वाहन संचालकों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।

 एआरटीओ ने किया था वाहनों को सीज, पीडब्ल्यूडी ने कराया एफआईआर:

पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड के मेठ छोटेलाल पुत्र महेश्वर कुशवाहा निवासी मिसिरा थाना शक्तिनगर की तरफ से शक्तिनगर पुलिस को दी तहरीर में बताया गया है कि उसका कार्यक्षेत्र औड़ी मोड़-अनपरा से शक्तिनगर मार्ग तक का है। गत 18 सितंबर को एआरटीओ धनवीर यादव ने शक्तिनगर से सटे यूपी-मध्यप्रदेश सीमा पर स्थित तेलंगवा बार्डर पर तीन ओवरलोड ट्रकों का चालान किया था। राखड़ लदे इन ओवरलोड ट्रकों की वाहन संख्या क्रमशः बीआर28- जीबी-0871, बीआर28-जीबी- 0620, बीआर28-जीबी- 1097 बताया गया है। आरोप लगाया गया है कि वाहन चालक/वाहन स्वामी की तरफ से ओवरलोडेड वाहनों के संचालन के कारण औड़ीमोड़ से शक्तिनगर के बीच स्थित सड़क टूट जा रही है। इससे सार्वजनिक सम्पत्ति का नुकसान हो रहा है।

 किया दावाः विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर दी तहरीर:

तहरीर में मेठ ने बताया है कि उसे सहायक अभियंता नवीन कुमार श्रीवास्तव, जेई प्रवीण कुमार मिश्रा और एक्सईएन ने मामले में शक्तिनगर थाने में जाकर मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा था। इसी क्रम में उसने यह तहरीर दी है। शक्तिनगर पुलिस के मुताबिक मामले में दी गई तहरीर पर सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर, प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी गई है।

 लगातार कार्रवाई के बावजूद जिले की सभी सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड वाहन :

बताते चलें कि खनन विभाग और परिवहन विभाग की तरफ से की जाने वाली संयुक्त चेकिंग में रोजाना कहीं ना कहीं ओवरलोड वाहनों के चालान की कार्रवाई सामने आ रही है। बावजूद ओवरलोड वाहनों के संचालक पर प्रभावी नियंत्रण लगने का नाम नहीं ले रहा है। चर्चाओं की मानें तो ओवरलोड वाहनों के संचालन में पासरों का एक बड़ा सिंडिकेटऔर इंट्री का खेल, ओवरलोड वाहनों के संचालन में बड़ी भूमिका निभाने में लगा हुआ है। पिछले दिनों रेणुकूट से शक्तिनगर के बीच लगे भीषण जाम के पीछे भी, ओवरलोड का मामला ही प्रमुख वजह के रूप में सामने आया था।

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