Sonbhadra News: सिंगरौली-चोपन-रेणुकूट स्टेशन की बदलेगी सूरत, मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं, 2024 तक पूर्ण होगा दोहरीकरण कार
Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे से जुड़े सोनभद्र स्थित चोपन जंक्शन, रेणुकूट जंक्शन और सोनभद्र से सटे सिंगरौली स्थित सिंगरौली जंक्शन की सूरत जल्द ही बदली नजर आएगी।
Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे से जुड़े सोनभद्र स्थित चोपन जंक्शन, रेणुकूट जंक्शन और सोनभद्र से सटे सिंगरौली स्थित सिंगरौली जंक्शन की सूरत जल्द ही बदली नजर आएगी। इसको लेकर होने वाले कार्यों को जहां रेलवे बोर्ड की तरफ से मंजूरी दे दी गई है। वहीं, धनबाद रेल मंडल के मंडल संसदीय समिति की बैठक में भी कई कार्यों पर मुहर लगाई गई। रांची-चोपन एक्सप्रेस का रूट विस्तार सिंगरौली और शक्तिनगर तक किए जाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजने का निर्णय लिया गया।
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धनबाद में हुई बैठक में सोनभद्र से पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी एवं राबर्ट्सगंज सांसद पकौड़ी लाल के प्रतिनिधि के रूप में राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री काउंसिल (एनआरयूसीसी) रेल मंत्रालय के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम और राज्यसभा सदस्य रामशकल ने भाग लिया। उन्होंने मंडलीय संसदीय समिति के समक्ष सिंगरौली और शक्तिनगर से चोपन-रेणुकूट-दुद्धी तक चल रहे रेल लाइन दोहरीकरण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराए जाने, चोपन स्टेशन पर वाशिंग लाइन/ पिट लाइन निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण कराए जाने, सिंगरौली रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने, अमृत भारत योजना में चयनित रेलवे स्टेशन चोपन और रेणुकूट स्टेशन पर विकास कार्य शीघ्र प्रारंभ कराए जाने और रांची-चोपन ट्रेन का रूट विस्तार करते हुए उसका संचालन सिंगरौली एवं शक्तिनगर तक कराए जाने की मांग रखी। पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक अविनाश शर्मा और मंडल रेल प्रबंधक धनबाद कमल किशोर सिन्हा ने आश्वस्त किया कि दोहरीकरण कार्य मार्च 2024 तक पूर्ण करा लिया जाएगा। रेणुकूट रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ी का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराए जाने की जानकारी दी। चोपन स्टेशन को लेकर भी प्रक्रिया जल्द शुरू करने का भरोसा दिया।
वहीं सिंगरौली रेलवे स्टेशन के बारे में बताया कि उसे विश्व स्तरीय बनाए जाने के लिए डिजाइन तैयार करने और उसके निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया जारी है। बता दें कि जिले के चोपन और रेणुकूट स्टेशन को जंक्शन का दर्जा जरूर दिया गया है लेकिन सुविधाओं के मामले में दोनों स्टेशन अभी काफी पीछे हैं। अब अमृत भारत योजना के तहत इन दोनों स्टेशनों को आधुनिक तरीके से सजाने संवारने के लिए पहल जारी है।