Sonbhadra: खनन माफिया बेखौफ, अब नदी धारा के बीच से निकाल रहे बालू, अब Video आया सामने तो फूलने लगे हाथ-पांव
Sonbhadra News: बीते 17 अक्टूबर को व्हाट्सएप के जरिए संबंधित अफसरों को सोन-रेणुका संगम के मुहाने पर खनन की सूचना दी गई थी। गूगल लोकेशन के साथ वीडियो भी भेजे गए थे, लेकिन संजीदगी नहीं दिखाई दी। नतीजतन बालू खनन जोरों पर है।
Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में खनन माफिया पर नकेल के भले ही जितने भी दावे किए जा रहे हों, नतीजा सिफर ही रहा है। सोन-बिजुल-त्रिवेणी संगम एरिया में भगवा बालू साइट के नजदीक नदी के बीच से पंप के जरिए बालू निकालकर ट्रक पर लादे जाने का वीडियो सामने आने के बाद एक और हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है।
बताया जा रहा है कि मामले को लेकर गत 17 अक्टूबर को व्हाट्सएप के जरिए संबंधित अफसरों को सोन-रेणुका संगम के मुहाने पर खनन की सूचना दी गई थी। गूगल लोकेशन के साथ वीडियो भी भेजे गए थे लेकिन संजीदगी नहीं दिखाई गई। परिणाम यह हुआ कि मुहाने वाले स्थल पर एक साथ कई पंप लगाकर बालू निकालने का क्रम शुरू कर दिया गया। मंगलवार को पंप और पाइप के जरिए नदी की बीच धारा से बालू निकासी का वीडियो सामने आया तो हड़कंप मच गया। अब इस मामले में डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हो गई है।
क्या है मामला?
newstrack.com के हाथ लगी जानकारी के अनुसार, बीते 17 अक्टूबर, 2023 को गूगल लोकेशन (Sonbhadra Sand Mafia Google Location) के साथ नदी की मध्य धारा से बालू निकासी की जानकारी वीडियो के जरिए अधिकारियों को भेजी गई थी। लेकिन, पहले शिकायत और बाद में पलट जाने की स्थिति को देखते हुए लिखित शिकायत की मांग की गई। मगर, खनन महकमे के स्तर से इस पर चुप्पी साधी गई। मंगलवार को भी जब वायरल वीडियो के बारे में संबंधित अफसरों से जानकारी मांगी गई, तो ऐसे किसी मामले की जानकारी न होने की बात बताई गई।
जिम्मेदारों को भेजे थे गूगल लोकेशन मैप
इस संबंध में जानकारियां newstrack के सामने आई हैं। जिसके मुताबिक बीते 17 अक्टूबर को खनन महकमे के साथ ही अन्य जिम्मेदारों को गूगल लोकेशन मैप के साथ वीडियो भी उपलब्ध कराई गई थी। वहीं, कुछ लोगों ने संबंधित अफसरों को फोन कर भी इसकी जानकारी दी थी। बावजूद, इस मसले पर चुप्पी साधे रखी गई। अब जब इसको लेकर वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा है तो अब मामले में जल्द कार्रवाई की बात कही जा रही है।
NGT चेयरमैन सहित अन्य को भेजा पत्र
नदी के बीच धारा से बालू की निकासी/खनन मामले को लेकर जिले के अफसरों के साथ ही, खनन निदेशालय, प्रमुख सचिव खनन और चेयरमैन एनजीटी तक पत्र भेजकर गुहार लगाई गई है। अब देखना है कि इस पर क्या कार्रवाई होती है।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक में उठ सकता है मुद्दा
बताते चलें कि, कलेक्ट्रेट में कल यानि 26 अक्टूबर को जिला पर्यावरण समिति की बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह (DM Chandra Vijay Singh) करेंगे। माना जा रहा है कि नदी के बीच धारा में जलीय पर्यावरण से खिलवाड़ से संबंधित वीडिया और लोगों की सूचना के बाद भी संबंधितों की चुप्पी पर डीएम बड़ा एक्शन ले सकते हैं। इसे देखते हुए अब लोगों की निगाहें, 26 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे से होने वाली जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक पर टिक गई है।
पिछले सीजन में भी आए थे नियम उल्लंघन के मामले
आपको बता दें, पिछले सीजन में भी भगवा और कोरगी-पिपरडीह में जलीय पर्यावरण के नियमों-मानकों की अनदेखी कर खनन का मामला सामने आया था। इस मामले पर संबंधित कई दिन तक चुप्पी साधे रहे। बाद में डीएम की तरफ से सख्ती दिखाई गई तो दोनों बालू साइटों पर एक करोड़ से अधिक की पेनाल्टी लगाई गई थी।
खान अधिकारी बोले- वीडियो का किया जा रहा अध्ययन
इस बारे में वरिष्ठ खान अधिकारी राकेश बहादुर सिंह के सीयूजी से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि, 'वीडियो का अध्ययन किया जा रहा है। कार्य व्यस्तता के कारण जांच के लिए अभी कोई टीम नहीं भेज पाए हैं। एक-दो दिन में मौके पर टीम भेजकर कार्रवाई की जाएगी।