Sonbhadra के रास्ते लखनऊ भेजा जा रहा था 50 किलो गांजा, पुलिस ने 5 तस्करों को दबोचा, बिहार से लाया गया खेप जब्त

Sonbhadra News: एएसपी कालू सिंह ने बताया कि, 'पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में पता चला है कि, वह बिहार से गांजा खरीदकर लखनऊ बेचने के लिए ले जा रहे थे। वह बिहार से लाई जाने वाली गांजा की खेप में लखनऊ में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेच देते हैं।'

Update:2023-12-08 17:30 IST

गांजा की खेप के साथ गिरफ्तार 5 तस्कर (Social Media) 

Sonbhadra News: पड़ोसी राज्य बिहार से गांजा की खेप लाकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचाने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। मादक पदार्थ तस्कर बिहार से सोनभद्र, मिर्जापुर, इलाहाबाद, रायबरेली के रास्ते लखनऊ तक गांजा पहुंचाया करते थे। सोनभद्र पुलिस ने शुक्रवार (08 दिसंबर) को एक बड़े गिरोह का खुलासा करने में कामयाबी पाई है।

दरअसल, यूपी- 32 नंबर वाली कार से गांजा की तस्करी की जा रही थी। कार से बरामद किए गए लगभग 6 लाख का गांजा (50 किलो) जब्त करने के साथ ही, गिरोह के सरगना सहित पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए तस्करों में एक राजधानी लखनऊ, एक सीतापुर, एक वाराणसी, एक चंदौली और एक सोनभद्र से सटे बिहार के भभुआ (कैमूर) जनपद के अधौरा का रहने वाला है।

ऐसे हुई गिरफ़्तारी

अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने शुक्रवार दोपहर बाद गांजा तस्करी गैंग को मिली कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि, एसपी डा. यशवीर सिंह (SP Dr. Yashveer Singh) की तरफ से उनके और क्षेत्राधिकारी नगर राहुल पांडेय के पर्यवेक्षण में थाना रॉबर्ट्सगंज और एसओजी/सर्विलांस की टीम को बिहार से की जा रही गांजा की तस्करी पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में मिली सूचना के आधार पर गुरुवार देर रात सेहुंआ मोड़, नई बाजार के पास से यूपी 32 नंबर वाली एक कार को बिहार से गांजा की खेप लेकर आते समय पकड़ लिया। तलाशी लेने पर जहां कार की डिग्गी में प्लास्टिक की दो बोरियों में भरा 50 किलो गांजा बरामद किया, वहीं मौके से पांच तस्करों को भी दबोचे लिया। उनकी तलाशी में 11,500 नकद और पांच मोबाइल बरामद हुआ हैं। गिरफ्तारी की सूचना उच्चाधिकारियों को देने के बाद पुलिस टीम आरोपियों को राबटर्सगंज कोतवाली ले गई। जहां सभी से कड़ी पूछताछ के बाद शुक्रवार को धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए चालान कर दिया गया।

ये सभी हुए गिरफ्तार

मामले में पीयूष गुप्ता पुत्र स्व. सरनी लाल गुप्ता निवासी कल्यानपुर सीमांत नगर थाना गुडंबा जिला लखनऊ, राहुल दीक्षित पुत्र स्व. अनिल दीक्षित निवासी वाडी थाना सिघौली जिला सीतापुर, शिवा माली पुत्र स्व. छांगुर माली निवासी मंगारी बाजार थाना फुलपुर जिला वाराणसी, देवचंद्र यादव पुत्र जगदीश यादव निवासी वेदहा थाना सैयदराजा जिला चंदौली और दशरथ राम पुत्र राजकुमार राम निवासी डुमरकोल थाना अधौरा जिला कैमूर-भभुआ, बिहार की गिरफ्तारी हुई है।

बिहार से आया खेप, लखनऊ में करते हैं बिक्री

एएसपी कालू सिंह (ASP Kalu Singh) ने बताया कि, 'पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में जानकारी मिली है कि, वह बिहार से गांजा खरीदकर अपने वाहन से लखनऊ बेचने के लिए ले जा रहे थे। वह बिहार से लाई जाने वाली गांजा की खेप में लखनऊ में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बेच देते हैं। जो मुनाफा होता है उसे वह आपस में मिलकर बांट लेते हैं। इससे पूर्व भी वह बिहार से गांजा खरीदकर ऊँची कीमत पर लखनऊ सहित अन्य जगहों पर खपा चुके हैं।

इन्होंने निभाई अहम भूमिका

बरामदगी/गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार चौरसिया, निरीक्षक संजीव कुमार सिंह प्रभारी एसओजी/सर्विलांस, एसआई सुरेंद्र सिंह प्रभारी चौकी लोढ़ी, एसआई संजय सिंह प्रभारी चौकी नईबाजार, हेड कांस्टेबल शिवचंद्र पटेल, अजय मौर्या, ओम प्रकाश यादव , जगदीश मौर्या, अमर सिह, सौरभ राय, सतीश सिह, कांस्टेबल रितेश पटेल, अजीत यादव, रमेश गौड़ ने अहम भूमिका निभाई।

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