Sonbhadra News: निर्माण पूर्ण होने से पहले ही जगह-जगह ध्वस्त हो गई 120 करोड़ की सड़क, काम अधूरा छोड़ ठेकदार गायब
Sonbhadra News: अब लोगों की उम्मीदें सोनभद्र में रेणुकापुल निर्माण सहित कई परियाजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण करने पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री पर टिकी हुई हैं।
Sonbhadra News: पावर कैपिटल का दर्जा रखने वाले अनपरा-शक्तिनगर परिक्षेत्र में आवागमन सुगम बनाने और खस्ताहाल सड़क के चलते सड़क पर वाहनों से गिरता कोयला व बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए निर्मित की जा रही 120 करोड़ की सड़क निर्माण पूर्ण होने से पहले ही जगह-जगह से ध्वस्त हो गई है। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड की तरफ से निर्मित कराई जा रही सड़क को लेकर मुस्तैदी इस कदर बरती गई कि ठेकेदार भी काम को अधर में छोड़कर फरार हो गया। कुछ दिन तो विभागीय अफसर कोराना काल के चलते काम में व्यवधान होने का हवाला देते रहे। अब व्यस्तता की बात कहकर, ठप पड़े सड़क निर्माण के मसले पर, बोलने से परहेज किया जा रहा है। इसको देखते हुए, अब लोगों की उम्मीदें सोनभद्र में रेणुकापुल निर्माण सहित कई परियाजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण करने पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री पर टिकी हुई हैं।
वर्ष 2019 में पूजन-अर्चन के साथ शुरू किया निर्माण
वर्ष 2018 में एनजीटी की तरफ से दिए गए निर्देश के क्रम में वर्ष 2019 में अनपरा के औड़ी मोड़ से शक्तिनगर के बीच 120 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क का निर्माण शुरू किया गया था। निर्माण के समय से ही जहां गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे। वहीं, 2020 से 2022 के बीच चले कोरानाकाल का फायदा उठाकर सड़क निर्माण करने पहुंची कार्यदायी संस्था यहां से नदारद हो गई। हालत यह है कि जिस सड़क को एक वर्ष की अवधि में बनकर तैयार हो जाना था। वह 2023 तक भी पूर्ण नहीं हो पाई है। सड़क का जो हिस्सा बना था, वह भी ध्वस्त होकर बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया। अधूरे नाली निर्माण के चलते कचरा और सड़क के गड्ढों में गंदे पानी का जमाव अलग मुसीबत का सबब बना हुआ है। इस सड़क से हर दिन आवागमन करने वाली हजारों की आबादी के साथ ही, विद्यालय जा रहे छात्र-छात्राओं को खासी मुश्किल उठानी पड़ रही है।
हादसों से निजात की भी उम्मीद होती जा रही धराशायी
नई सड़क के निर्माण से लोगों को उम्मीद थी कि इस सड़क पर आए दिन होने वाले जानलेवा हादसों से निजात मिल जाएगी लेकिन कार्य अधूरा छो देने, सड़क पर गड्ढे होने, कई जगह सड़क की पटरी और सड़क के बीच गड्ढों में जल जमाव होने से, आए दिन हादसों की स्थिति बनी हुई है। जब-तब लोगों की जानें भी जा रही हैं।
ओवरब्रिज पर एक तरफ का निर्माण बना दुर्घटनाओं का जनक
शक्तिनगर थाने के पास चिल्काटांड मार्केट में बनाए गए ओवर ब्रिज पर एक तरफ की ही सड़क निर्माण किए जाने से यह स्थल एक्सीडेंटल प्वाइंट में तब्दील हो चुका है। यहां हुए हादसों में महज तीन से चार साल के भीतर कई बाइक सवारों-पैदल राहगीरों की असमय जान जा चुकी है।
इस मसले पर बाद में हो पाएगी बात: जेई
अनपरा-शक्तिनगर मार्ग के निर्माण में हो रही लेटलतीफी के बारे में निर्माण खंड के अवर अभियंता जितेंद्र तिवारी से जानकारी चाही गई तो फोन पर पहले उन्होंने कहा कि वह एक काम से हास्पीटल में है। डेढ़ घंटे बाद उनसे संपर्क साधा गया तो उन्होंने इस मसले पर बाद में बात कर लेने की बात कहते हुए कन्नी काट ली।