Sonbhadra News: यूपी के बिजली उत्पादन क्षमता में 660 मेगावाट का इजाफा, ओबरा सी की पहली इकाई से पूरी क्षमता से शुरू हुआ उत्पादन, खुशी से उछले अभियंता
Sonbhadra News: सस्ती बिजली उपलब्धता को मामले में राज्य सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। लगभग 11 हजार करोड़ की लागत से ओबरा में स्थापित की जा रही 1320 मेगावाट क्षमता वाली ओबरा सी की 660 मेगावाट वाली पहली इकाई से पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है।
Sonbhadra News: सस्ती बिजली उपलब्धता को मामले में राज्य सरकार को बड़ी कामयाबी मिली है। लगभग 11 हजार करोड़ की लागत से ओबरा में स्थापित की जा रही 1320 मेगावाट क्षमता वाली ओबरा सी की 660 मेगावाट वाली पहली इकाई से पूरी क्षमता से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है। परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इं. राधे मोहन की अगुवाई में अभियंताओं की टीम ने शुक्रवार की सुबह साढ़े सात बजे जैसे ही इकाई को पूरी क्षमता से पूर्वक वाणिज्यिक उत्पादन पर लिया, वैसे ही सभी अभियंता खुशी से उछल उठे। वहीं राज्य सरकार को मिलने वाली सस्ती बिजली में 660 मेगावाट के इजाफे से, आने वाली तपिश में बड़ी राहत की स्थिति से शक्ति भवन तक, उत्साह की स्थिति बनी रही।
72 घंटे तक सफलतापूर्वक चलाने के बाद दिया गया वाणिज्यिक लोड
शुक्रवार को ओबरा सी परियोजना की पहली इकाई को वाणिज्यिक लोड पर दिए जाने से पूर्व, उसे लगातार 72 घंटे तक पूरी क्षमता से चलाया गया। सफलतापूर्वक संचालन की अवधि पूरी होने के बाद, सुबह साढे़ सात बजे से इकाई को वाणिज्यिक लोड यानी पावरग्रिड से जोड दिया गया। इसके बाद इस इकाई से उत्पादित होने वाली बिजली सीधे पावरग्रिड के जरिए, प्रदेश के उपभोक्ताओं को मिलनी शुरू हो गई। बताते चलें कि राज्य सेक्टर की परियोजनाओं से, प्रदेश सरकार को सबसे सस्ती बिजली मिलती है। ओबरा सी के उत्पादन के साथ जहां 660 मेगावाट की बिजली उपलब्धता में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं, सस्ती बिजली के उपलब्धता में इजाफे से, प्रदेश सरकार द्वारा विद्युत के मामले में आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ाए जाने कदम को भी मजबूती मिली है।
- सीजीएम ने अभियंताओं की मेहनत को दिया सफलता का श्रेय
ओबरा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक इं. राधेमोहन ने, मिली सफलता का श्रेय विद्युत उत्पादन में लगे सभी टेक्नीशियन, अवर अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं को दिया है। कहा कि इस उपलब्धि में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। इस सफलता में सेवानिवृत्त महाप्रबंधक इं. पीसी अग्रवाल के महत्वपूर्ण योगदान को भी विशेष रूप से याद किया गया। सीजीएम ने कहा कि अभियंताओं, तकनीशियनों की कड़ी मेहनत से ओबरा की पहली इकाई 72 घंटे सफलतापूर्वक संचालन के बाद फुल लोड पर आ गई है। इससे आने वाले तपिश में बिजली उपलब्धता को लेकर बड़ी राहत मिलेगी।
- इनका-इनका भी रहा विशेष योगदान
इं. एसके सिंघल, इं. सुनील कुमार, इं. एके राय, इं. अच्युतेष कुमार, इं. ह्युंगचुन पार्क, इं यौनगसू पार्क, इं. जहयूं शिन, इं. संदीप कुमार मिश्रा, इं. निखिल चतुर्वेदी, इं. राजेश्वर प्रसाद, इं. सुमंत, इं. अवधेश कुमार आदि का इकाई को उत्पादन पर लाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।