Sonbhadra News:यूपी-झारखंड सीमा पर ग्रामीणों की घेराबंदी 18 मवेशियों को कराया मुक्त,पशु तस्कर वाहनों को छोड़कर फरार

Sonbhadra News: यूपी-झारखंड सीमा पर ग्रामीणों की घेरेबंदी के चलते पशु तस्करों को मवेशियों से लदे तीन वाहनों को छोड़कर फरार होना पड़ा। तस्करों की तरफ से मुख्य मार्ग छोड़ विंढमगंज थाना क्षेत्र के महुली-पकरी मार्ग होते ही मवेशियों को पिकअप के जरिए बिहार ले जाया जा रहा था।

Update:2023-08-10 17:38 IST
Villagers Siege on UP-Jharkhand border 18 Cattle Freed, Sonbhadra

Sonbhadra News: यूपी-झारखंड सीमा पर ग्रामीणों की घेरेबंदी के चलते पशु तस्करों को मवेशियों से लदे तीन वाहनों को छोड़कर फरार होना पड़ा। तस्करों की तरफ से मुख्य मार्ग छोड़ विंढमगंज थाना क्षेत्र के महुली-पकरी मार्ग होते ही मवेशियों को पिकअप के जरिए बिहार ले जाया जा रहा था। सूचना पाकर पहुंची पुलिस, वाहनों को कब्जे में लेने के साथ ही, मवेशियों को ग्रामीणों की सुपुर्दगी में सौंप दिया। साथ ही, ग्रामीणों से वाकए की जानकारी लेने के साथ ही मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। पशु तस्करी के लिहाज से सरईगढ़ स्थित यूपी-बिहार सीमा के साथ विंढमगंज स्थित यूपी-झारखंड को बेहद संवेदनशील माना जाता है। ग्रामीणों की घेराबंदी और इसके चलते पशु तस्करों को मवेशी लदे तीन वाहनों को छोड़कर फरार होने की आई नौबत को देखते हुए तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।

- ग्रामीण रास्ते से निकलने का लगाए हुए थे जुगाड़ लेकिन बिगड़ गया मामला:

बताते हैं कि बृहस्पतिवार को तीन पिकअप रीवा-रांची नेशनल हाइवे को छोड़, इससे जुड़े, ग्रामीण रास्ते, महुली-पकरी मार्ग से होकर तेजी से निकल रही थीं। बताते हैं कि इस दौरान सबसे आगे जा रही पिकअप ने एक बोलेरो को टक्कर मार दी। वहां मौजूद लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया तो चालक वाहन को तेजी से भगाने लगा। पीछे मवेशियों को लदा देख ग्रामीणों का पशु तस्करी का शक हुआ और रास्ते से जुड़े एक दूसरे गांवों में इसका मैसेज पास करने के साथ ही, वाहन का पीछा करना शुरू कर दिया।

- सामने आए ट्रैक्टर और संकरे रास्ते के चलते लगाना पड़ा ब्रेकः

कुछ देर आगे बढ़ने पर बरखोहरा गांव के पास जहां संकरा रास्ता आ गया, वहीं सामने से आ रहे ट्रैक्टर को चालक ने संकरे रास्ते पर रोक दिया। यह देख पिकअप सवार तस्कर वाहन को वहीं छोड़ फरार हो गए। मौके पर ग्रामीणों की घेरेबंदी बढ़ते देख कुछ दूरी बनाकर पीछे आ रहे झारखंड के नंबर वाले दो पिकअप सवार तस्कर भी वाहनों को सड़़क किनारे खड़ा कर फरार हो गए। ग्रामीणों ने यह नजारा देखा तो पशु तस्करों को भी तलाशने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मिले। इसके बाद मामले की जानकारी विंढमगंज पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों पिकअप वाहन और मवेशियों को अपने कब्जे में ले लिया। जांच में पाया गया कि तीनों पिकअप पर 6-6 बैल कुल 18 बैल लादे गए थे। धक्का मारने से क्षतिग्रस्त हुए बोलेरो के स्वामी रविंद्र कुमार निवासी हरपुरा और बरखोहरा प्रधान प्रतिनिधि सूरजमन यादव ने भी पुलिस को घटना से जुड़ी जानकारी प्रदान की। पुलिस के मुताबिक मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है।

- पशु तस्करी के लिहाज से संवेदनशील हैं बिहार-झारखंड से सटे इलाके:

चंदौली-बिहार सीमा पर निगरानी बढ़ने के बाद, सोनभद्र के सरईगाढ़ स्थित यूपी-बिहार बार्डर और विंढमगंज स्थित यूपी-झारखंड बार्डर से जुड़े ग्रामीण रास्ते, पशु तस्करों के पसंदीदा रूट बन गए हैं। कुछ दिन पूर्व ही रायपुर थाना क्षेत्र में पशु तस्करों द्वारा ड्यूटीरत पुलिसकर्मी को रौंदे जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद ताबड़तोड़ कई गिेरफ्तारियां की गई थी। अब विंढमगंज सीमा क्षेत्र में रात के अंधेरे में कौन कहे, दिनदहाड़े पशु तस्करी का मामला सामने आया है और इसको लेकर जिस तरह से ग्रामीणों की घेरेबंदी सामने आई है, उसने एकबारगी पुलिस महकमे को ंिवढमगंज एरिया से होने वाली पशु तस्करी को लेकर भी अलर्ट की स्थिति में ला दिया है।

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