Sonbhadra News: संस्कारशाला-सत्संग से भारतीय संस्कृति को बनाएंगे समृद्ध, विहिप की खास मुहिम
Sonbhadra News: विहिप के स्थापना दिवस की पूर्व संख्या पर पत्रकारों से रूबरू काशी प्रांत धर्म प्रसार-प्रचार प्रमुख नारसिंह त्रिपाठी ने बताया कि हिंदू समाज में उपासना पद्धति के प्रति जागरूकता, समाज के संरक्षण, संस्कारों के संरक्षण को लेकर विहिप की तरफ से ढेरों अभियान चलाए गए हैं।
Sonbhadra News: स्थापना का 60 वर्ष पूरा कर चुका विश्व हिंदू परिषद हिंदू समाज की चेतना और भारतीय संस्कृति को समृद्ध को लेकर विशेष अभियान चलाने जा रहा है। आदिवासी-जनजातीय समाज बहुल सोनभद्र में संस्कारशाला के जरिए इसकी शुरूआत भी कर दी गई है। अब गांव-गांव सत्संग के साथ ही हिंदू समाज की धार्मिक स्थलों के प्रति रूचि बढ़े, इसके लिए जरूरत अनुसार मंदिर निर्माण-मंदिर जीर्णोद्धार जैसे कार्य भी पूर्ण कराए जाएंगे।
विहिप के स्थापना दिवस की पूर्व संख्या पर पत्रकारों से रूबरू काशी प्रांत धर्म प्रसार-प्रचार प्रमुख नारसिंह त्रिपाठी ने बताया कि हिंदू समाज में उपासना पद्धति के प्रति जागरूकता, समाज के संरक्षण, संस्कारों के संरक्षण को लेकर विहिप की तरफ से ढेरों अभियान चलाए गए हैं। इससे हिंदू समाज की चेतना जगाने और उन्हें मजबूत बनाने में सफलता है। हिंदू समाज की नई पीढ़ी अपनी उपासना पद्धति और भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक हो और धार्मिक स्थलों के प्रति रूचि बढ़ने के साथ ही, उन्हें अपनी जड़, अपनी परंपरा का बखूबी एहसास हो, इसके लिए विहिप ने सोनभद्र सहित सूबे के कई जनपदों में संस्कारशाला की शुरूआत की है।
गांव-गांव पहुंचाएंगे हिंदू चेतना की मुहिम
त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही इस मुहिम को प्रत्येक गांव तक पहुंचाया जाएगा। बताया कि सत्संग के जरिए भी हिंदू समाज के लोगों को उनके धर्म की खूबियों, सनातन और भारतीय परंपरा-संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लिए जिन बस्तियों में मंदिर उपलब्ध नहीं है या मंदिर खराब स्थिति में है तो जरूरत अनुसार नए निर्माण और जीर्णोद्धार दोनों का कार्य कराया जाएगा।
धर्मांतरण वाली एरिया पर विहिप की विशेष नजर
नारसिंह त्रिपाठी ने बताया कि धर्मांतरण और वामपंथी सोच के जरिए लोगों में भ्रम फैलाने से जुड़ी एरिया पर विहिप की विशेष नजर है। कहा कि लव जिहाद, लैंड जिहाद, मानव तस्करी जैसे कार्यों पर रोक के लिए, विहिप के पूर्णकालिक कार्यकता जगह-जगह सक्रिय हैं। सोनभद्र के कई इलाके संवेदनशील हैं। ऐसी जगहों पर खास नजर रखी जा रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि घर वापसी में भी अच्छी खासी सफलता मिली है। हिंदू समाज के लोग अपनी जड़ों से जुड़े रहें और जो किन्हीं वजहों से या बहकावे में आकर, अपनी जड़ों से दूर हो गए हैं, वह वापस हिंदू समाज से जुड़ जाए, इसको लेकर जागरूकता कार्यक्रम जारी रहेगा।
बौद्ध धर्म पर फैलाए जा रहे भ्रम से लोगों को करेंगे सचेत
त्रिपाठी ने बताया कि बौद्ध समाज हिंदू समाज का ही एक अंग है लेकिन वामपंथी विचारधारा से जुड़े लोग बौद्ध समाज के लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं। कहा कि विहिप लोगों को इससे सचेत करने का काम करेगी। सोनभद्र के कुछ आदिवासी हिस्सों में कथित गोंडी धर्म को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर कहा कि यह कार्य भी वामपंथी सोच से जुड़े लोगों का है। कहा कि आदिवासी बड़ादेव की पूजा करते हैं और भगवान शिव का ही एक स्वरूप बड़ादेव है। इस मौके पर विहिप जिलाध्यक्ष विद्यासागर पांडेय, हरिशंकर वर्मा, गोपाल सिंह, उपेंद्र कुमार सिंह, जयप्रकाश चतुर्वेदी, संतोष कुमार पांडेय, प्रदीप पांडेय, मीडिया प्रभारी विनय सिंह चंदेल सहित अन्य मौजूद रहे।