Sonbhadra: लगातार बारिश से नदी-बांधों का तेजी से बढ़ा जलस्तर, NDRF ने डाला डेरा, अलर्ट जारी

Sonbhadra: भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जिले में शनिवार को 12 घंटे के भीतर 35.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस तिथि जिले की सामान्य बारिश 12.1 से लगभग तीन गुना ज्यादा है।

Update: 2024-08-03 12:36 GMT

सोनभद्र में बारिश से नदी-बांधों का तेजी से बढ़ा जलस्तर (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: जिले में 24 घंटे से लगातार बारिश के चलते जहां नदी-नालों में उफान के साथ ही बांधों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, हालात को देखते हुए, पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। ग्रामीण स्तरीय अधिकारियों-कर्मियों को भी हालात पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय करने के साथ ही, वाराणसी से एनडीआरएफ की 32 सदस्यीय टीम भी बुलाई गई है जो हालात सामान्य होने तक जिले में ही बनी रहेगी।

सामान्य से तीन गुना अधिक बारिश की गई रिकार्ड

भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जिले में शनिवार को 12 घंटे के भीतर 35.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस तिथि जिले की सामान्य बारिश 12.1 से लगभग तीन गुना ज्यादा है। इससे पहले, शुक्रवार को आपदा राहत विभाग की तरफ से जिले में 24 घंटे यानी दो अगस्त की सुबह आठ बजे से तीन अगस्त की सुबह आठ बजे के बीच, 28.25 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। सबसे अधिक वर्षा दुद्धी तहसील में और सबसे कम बरसात घोरावल तहसील में रिकार्ड हुई है।

आपात स्थिति बनने पर इन नंबरों को करें डायल

वहीं, शनिवार की दोपहर बाद, सूबे के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से सोनभद्र के मध्य से वाराणसी के बीच स्थित एरिया में अगले 24 घंटे के भी सामान्य से काफी अधिक बारिश की चेतावनी दी गई है। इसको देखते हुए जहां पूरे जिले में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, लोगों से आपात स्थिति बनने पर 112, 1077, 1070 नंबर डायल करने की अपील की गई है। हालात को देखते हुए, वाराणसी से 32 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई, जिसने शनिवार की देर शाम जिला मुख्यालय पहुंचकर कैंप करना शुरू कर दिया।

कनहर बांध का पानी अधिकतम निशान से पांच फीट हुआ ज्यादा

सोनभद्र के साथ ही छत्तीसगढ़ में हुई मजे की बारिश के चलते कनहर नदी और उससे जुड़े नालों में जहां उफान की स्थिति बन गई है। वहीं, दुद्धी इलाके के अमवार स्थित कनहर बांध का जलस्तर मौजूदा अधिकतम मानक 251 फीट को पार कर 256 फीट पर पहुंच गया है। इसको देखते हुए जहां बांध के सभी फाटकों से तेजी से पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, कनहर नदी के तटवर्ती क्षेत्रों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

सोन नदी का प्रति सेकंड पांच सेमी बढ़ रहा जलस्तर

गंगा की सहायक तथा सोनभद्र के लाइफलाइन का दर्जा रखने वाली सोन नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खतरे के निशान 171 मीटर के मुकाबले जलस्तर जहां 167 मीटर को पार कर गया है। वहीं, जलस्तर में प्रति घंटे पांच सेमी की वृद्धि दर्ज की जा रही है। हालात को देखते हुए सोन नदी और इससे जुडे़ रेणुका और बिजुल नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

नगवां बांध से लगातार छोड़ा जा रहा 357.50 क्यूसेक पानी

कनहर बांध के अलावा अन्य बांधों के भी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। धान का कटोरा कहे जाने वाले विजयगढ़ के जीवन का आधार नगवां बांध का जलस्तर अधिकतम 354.60 मीटर के मुकाबले 348.722 मीटर पर पहुंच गया है। जलस्तर में तेजी से बढ़ाव को देखते हुए, फिलहाल इस बांध से लगातार 357.50 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले तीन साल से अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे धंधरौल बांध का भी जलस्तर अधिकतम 317.90 मीटर के मुकाबले 313.42 मीटर पर पहुंच गया है। ओबरा बांध का जलस्तर अधिकतम 193.90 मीटर के मुकाबले 192.80 मीटर, रिहंद बांध का जलस्तर 265.18 मीटर के मुकाबले 255.67 मीटर पर बना हुआ है। आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ पवन कुमार शुक्ला ने बताया कि पूरे जिले के हालात पर नजर रखी जा रही है। डीएम के निर्देशन में आपदा प्रबंधन इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है।

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